राहुल गांधी का सवाल, चीन का सामना करेंगे या छवि की चिंता में हथियार डाल देंगे पीएम मोदी?
राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी के सामने एक मजबूत नेता की छवि रखना मजबूरी है और चीन इसी का फायदा उठाकर पीएम मोदी की छवि पर चोट कर रहा है. राहुल ने सवाल किए कि देखना यह कि पीएम मोदी चीन की इस चाल का जवाब देते हैं या फिर अपनी छवि की चिंता में उसके सामने हथियार डाल देते हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन विवाद को लेकर लगातार आक्रामक हैं. अपने ट्विटर अकाउंट पर राहुल गांधी ने एक वीडियो सीरीज़ शुरू की है, जिसमें वो अलग-अलग मुद्दों पर बात करते हैं. इसी कड़ी में आज एक बार फिर उन्होंने चीन विवाद को लेकर वीडियो रिलीज़ किया. इस वीडियो में राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि के इर्द-गिर्द पूरे विवाद को रखा.
PM fabricated a fake strongman image to come to power. It was his biggest strength.
It is now India’s biggest weakness. pic.twitter.com/ifAplkFpVv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 20, 2020
राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी के सामने एक मजबूत नेता की छवि रखना मजबूरी है और चीन इसी का फायदा उठाकर पीएम मोदी की छवि पर चोट कर रहा है. राहुल ने सवाल किए कि देखना यह कि पीएम मोदी चीन की इस चाल का जवाब देते हैं या फिर अपनी छवि की चिंता में उसके सामने हथियार डाल देते हैं. ये सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने इसका जवाब भी दिया. राहुल ने कहा कि मुझे लगता है पीएम मोदी दबाव में आ गए हैं.
भाजपा झूठ को संस्थागत तौर पर फैला रही है।
1. Covid19 टेस्ट पर बाधाएँ लगायीं और मृतकों की संख्या ग़लत बतायी।
2. GDP के लिए एक नई गणना पद्धति लागू की।
3. चीनी आक्रमण पर पर्दा डालने के लिए मीडिया को डराया।ये भ्रम जल्द ही टूट जाएगा और देश को इसकी भारी क़ीमत चुकानी होगी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2020
पीएम मोदी क्या करेंगे?
राहुल गांधी ने अपने संदेश में ये सवाल भी उठाया कि चीन के इस रवैये पर पीएम मोदी क्या करेंगे, क्या वह चीन का सामना करेंगे, क्या वह चुनौती स्वीकार करेंगे और कहेंगे कि मैं भारत का पीएम हूं, मैं अपनी छवि की चिंता नहीं करता, मैं तुम्हारा सामना करूंगा या वो उनके सामने हथियार डाल देंगे?
ये सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी दबाव में आ गए हैं. राहुल ने कहा, ”जो मेरी चिंता है वो ये कि प्रधानमंत्री दबाव में आ गए हैं. मुझे जो चिंता है, चीनी हमारे में आज बैठे हैं और प्रधानंत्री खुलेआम कह रहे हैं कि वह नहीं बैठे. इससे मुझे साफ पता चलता है कि वह अपनी छवि को लेकर चिंतित हैं और उसका बचाव कर रहे हैं.
यदि वह चीनियों को यह समझने का मौका देते हैं कि छवि के कारण उन्हें चंगुल में लिया जा सकता है तो भारत के प्रधानमंत्री इस देश के लिए किसी काम के नहीं रहेंगे.