मेडिकल कॉलेज में रैगिंग से तंग आकर छात्रों ने मुंडवा लिया सिर, मचा हड़कंप

जूनियर छात्रों की रैगिंग की खबर सामने आने और विरोध में उनके सिर मुंडवाने के बाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने कहा कि अगर किसी ने यहां अनुशासन तोड़ा है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. छात्रों को कम से कम एक बार अपने वार्डन से इसकी शिकायत जरूर करनी चाहिए थी. वीसी ने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर वो खुद नजर बनाए हुए हैं.

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इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा में सरकारी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के विरोध में 100 ज्यादा छात्रों ने सिर मुंडवा कर विरोध प्रदर्शन किया. सीनियर छात्रों पर जूनियरों को परेशान करने और उन्हें क्लास से लेकर कैंटीन तक सिर झुकाकर चलने को बाध्य करने का आरोप है. मेडिकल कॉलेज परिसर में रैगिंग की बात सामने आने के बाद वहां खलबली मच गई है.

जूनियर छात्रों की रैगिंग की खबर सामने आने और विरोध में उनके सिर मुंडवाने के बाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने कहा कि अगर किसी ने यहां अनुशासन तोड़ा है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. छात्रों को कम से कम एक बार अपने वार्डन से इसकी शिकायत जरूर करनी चाहिए थी. वीसी ने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर वो खुद नजर बनाए हुए हैं.

मेडिकल कॉलेज में रैगिंग से तंग आकर छात्रों ने मुंडवा लिया सिर, मचा हड़कंप

बता दें कि यह मेडिकल कॉलेज समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई में बना हुआ है और इस सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस, एमएस, एमडी, पैरामेडिकल समेत कई विषयों की पढ़ाई होती है. इस मेडिकल कॉलेज में एक हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं. मेडिकल कॉलेज में करीब 150 स्टूडेंट एमबीबीएएस की पढ़ाई कर रहे हैं. इन सभी छात्रों ने रैगिंग के विरोध में अपने सिर मुंडवा लिया.

मंगलवार को रैगिंग की खबरें कॉलेज परिसर से निकल पूरे इलाके में फैल गई जिसके बाद मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया. मामला बढ़ता देख चिकित्सा शिक्षामंत्री आशुतोष टंडन ने यूनिवर्सिटी के कुलपति राजकुमार से इस मामले में जवाब तलब कर लिया. वहीं सैफई पुलिस भी भारी संख्या में फोर्स लेकर यूनिवर्सिटी पहुंच गई.

हालांकि पुलिस और कुलपति ने एमबीबीएस के सभी छात्रों से रैगिंग को लेकर पूछताछ की लेकिन किसी छात्र ने उनसे शिकायत नहीं कि. सूत्रों के मुताबिक रैगिंग की बात कॉलेज के बाहर छात्रों ने ही पहुंचाई लेकिन वो सीनियरों के डर और  करियर की चिंता की वजह से खुलकर शिकायत नहीं कर रहे हैं.

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