पंजाब में प्राइवेट स्कूलों और अभिभावकों में तनी-मनमानी फीसें वसूल करने पर प्रदर्शन, पेरेंट्स ने सीएम आवास तक निकाला मार्च

तुहाड्डी छह साल दी बच्ची धुप्प विच्च बेहोश हो जावे, शर्म करे कैप्टन सरकार। याद रक्खियो, साल 2022 दीयां चोणां विच्च वी की तुसीं इस सरकार नूं वोट पाउंगे जिसने तुहाडे बच्चियां अते घर दियां नूं सड़क ते लै आंदा। ऐसी भड़ास सोमवार को यहां सीएम आवास से महज आधा किलोमीटर दूर स्कूल के बच्चों के पेरेंट्स ने अमरिदर सरकार के खिलाफ निकाली। यह पेरेंट्स लॉकडाउन पीरियड के दौरान फीस वसूली किए जाने के मामले में अमरिदर सरकार द्वारा संजीदा रुख न अपनाए जाने का आरोप लगा रहे थे।

पटियाला : पंजाब में प्राइवेट स्कूलों की तरफ से अभिभावकों को मानसिक तौर पर परेशान कर भारी भरकम फीसे वसूल करने का राज्य भर में विरोध हो रहा है। बच्चों के अभिभावक इसे लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट में पहुंच गए है वही उन्होंने स्कूलों में फीस जमा करवाने से इंकार कर प्रदर्शन शुरू कर दिए है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधक बच्चों से स्मार्ट क्लासों के नाम पर वसूली कर रहे हैं जबकि पिछले पांच माह में मात्र एक से डेढ़ माह ही बच्चों की आनलाइन क्लासे लगाई गई जबकि अधिकतर समय छुट्टी रखी गई। अब स्कूल बच्चों से ट्यूशन फीस, खेलों, लाइब्रेरी के साथ ट्रांसपोर्ट फीसे वसूल कर रहे हैं। जबकि बच्चे इसमें किसी भी सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।

इसी बीच सोमवार को  पटियाला में  सीएम आवास से महज आधा किलोमीटर दूर स्कूल के बच्चों के पेरेंट्स ने अमरिदर सरकार के खिलाफ रैली निकाली। यह पेरेंट्स लॉकडाउन पीरियड के दौरान फीस वसूली किए जाने के मामले में अमरिदर सरकार द्वारा संजीदा रुख न अपनाए जाने का आरोप लगा रहे थे। वही पिछले दिनों लुधियाना, बठिंडा, मोगा सहित राज्य के विभिन्न स्थानों में अभिभावकों ने पब्लिक व कान्वेट स्कूलों पर छह माह की फीसे एडवास वसूलने की शिकायत राज्य के शिक्षा मंंत्री के पास की थी। फिलहाल पंजाब में स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के बीच फीस को लेकर विवाद बढ़ने लगा है वही अब इस मामले में कांग्रेस को घेरने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है व अभिभावकों के प्रदर्शन का विभिन्न स्थानों में समर्थन कर रहे हैं।

पेरेंट्स ग्रुप पटियाला ने सोमवार को सीएम आवास तक रोष मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस ने मार्च को सीएम आवास तक नहीं जाने दिया। जिससे खफा पेरेंट्स ने पोलो ग्राउंड के नजदीक ही सड़क पर धरना लगा रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पेरेंट्स का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन होने वाली बच्चों की पढ़ाई पर सारा खर्च व परेशानी तो पेरेंट्स की रही। फिर स्कूल किस नाम की फीस वसूल कर रहे हैं। पेरेंट्स ने कहा कि जब तक उनकी मांगो को पूरा नहीं किया जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान कुछ पेरेंट्स ने तो अपनी शर्ट उतारकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

200 से ज्यादा पेरेंट्स ने निकाला रोष मार्च

पेरेंट्स से मांगपत्र लेने को सीएम आवास से कोई नहीं आया

 

पोलो ग्राउंड के नजदीक धरने पर बैठे पेरेंट्स से जब एसडीएम चरनजीत सिंह मांगपत्र लेने पहुंचे तो पेरेंट्स ने उन्हें मांगपत्र देने से मना कर दिया। पेरेंट्स ने एसडीएम को कहा कि आप पहले भी मांगपत्र ले चुके हैं, उसका आपके पास कोई जवाब नहीं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब सांसद परनीत कौर उनसे पास आएंगी, तो ही मांगपत्र दिया जाएगा। हालांकि इस दौरान एसडीएम पटियाला व पुलिस प्रशासन पेरेंट्स को समझाते रहे। पर पेरेंट्स ने एसडीएम की एक न मानी। पेरेंट्स व एसडीएम के बीच यह मामला आधे घंटे से ज्यादा चलता रहा। एसडीएम ने भरोसा दिया कि एक हफ्ते के अंदर पेरेंट्स व सीएम या फिर सांसद परनीत कौर के बीच मीटिग करवाएंगे। इसके बाद पेरेंट्स ने अपना धरना खत्म किया। पर इस दौरान पेरेंट्स ने चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्या का हल नहीं निकाला गया तो वे अपने संघर्ष को ओर बड़ा रूप देंगे। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।

ऑनलाइन पढ़ाई पर खर्च हमारा तो स्कूल किस नाम की फीस वसूल रहा

पेरेंट्स ग्रुप पटियाला के प्रधान जगतार सिंह, वरिष्ठ उपप्रधान जयदीप गोयल, उपप्रधान अमनदीप सिंह ने कहा कि स्कूल बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने का ड्रामा कर रहे हैं। पर इसमें सारा खर्च को पेरेंट्स का हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन खर्च हम करें, बच्चों को समझाएं हम और स्कूल फीस किस नाम की मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने तुरंत उनकी मांगो को पूरा नहीं किया तो इसका नतीजा आने वाले चुनाव में सरकार को भुगतना पड़ेगा। अकाली दल भी रहा पेरेंट्स के धरने में शामिल

  • पेरेंट्स का निजी स्कूलों के खिलाफ धरने में अकाली दल भी शामिल रहा। धरने में शिरोमणि अकाली दल यूथ के राज्य प्रधान परमबंस सिंह रोमाणा, एमएलए सनौर हरिदरपाल सिंह चंदूमाजरा, हरपाल जुनेजा के कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार को पेरेंट्स की मांग को तुरंत पूरा करना चाहिए। यह है पेरेंट्स की मांगें
  • साल 2020-21 सेशन को जीरो ईयर मानते हुए स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट किया जाए
  • नो इनकम, नो स्कूल, नो फीस को लागू किया जाए -लॉकडाउन से लेकर स्कूल खुलने तक किसी भी तरह की फीस न ली जाए
  • किसी भी तरह के खर्च जैसे एनुअल फीस,बिल्डिग फंड, एग्जामिनेशन फीस, कंप्यूटर फीस न ली जाए
  • हर स्कूल में पेरेंट्स-टीचर एसोसिएशन होना लाजिमी किया जाए और मेंबर वोटिग सिस्टम से चुने जाएं

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