रोपड़. रोपड़ जिले के कस्बा चमकौर साहिब में शनिवार को एक कार से तीन बच्चियों के शव बरामद हुए हैं। तीन अलग-अलग परिवारों की ये बच्चियां शुक्रवार से लापता थी। पुलिस का कहना है कि इनकी मौत दम घुटने से हुई है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक कार की खिड़की खुली थी तो दम कैसे घुट सकता है। हो सकता है कि इनक कत्ल किया गया हो। बहरहाल, पुलिस ने तीनों बच्चियों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा रखा है। रिपोर्ट के बाद ही इस घटना के राज से पर्दा उठ सकता है।
मृतक बच्चियों की पहचान आशा रानी (5) पुत्री सुरेश शाह, गुरिया (5) पुत्री रवि शाह और स्वीटी (3) पुत्री वकील के तौर पर हुई है। ये प्रवासी मजदूर पिछले 3 साल से यहां भूरड़े रोड इलाके में रह रहे हैं। एसपी-डी राजिंदर सिंह के मुताबिक 26 जून को तीनों बच्चियां घर से मोहल्ले में ही खेलने गई थी, लेकिन शाम तक घर वापस नहीं लौटी। मां-बाप और मोहल्लावासियों ने ढूंढने की बहुत कोशिश की। सीसीटीवी कैमरे भी देखे, लेकिन कुछ पता नहीं चला तो थाने में भी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
पुलिस मामले की जांच में जुटी थी कि शनिवार शाम पड़ोस में ही खड़ी लाल रंग की टाटा इंडिका कार के आसपास मखियां भिनभिना रही थी और गंदी दुर्गंध आ रही थी। कार का एक दरवाजा खुला था और तीनों लड़कियों की लाशें कार के अंदर पड़ी थी। एक लाश आगे वाली सीट पर पड़ी नजर आई, जबकि 2 बच्चियों की लाशें पिछली सीट के नीचे गिरी पड़ी थी।
पुलिस के मुताबिक कार पड़ोसी भगत राम की है, जिससे पूछताछ की जा रही है। प्रथमदृष्टया पुलिस बच्चियों की मौत दम घुटने से हुई मान रही है। फिर भी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद असल हकीकत सामने आ जाएगी। दूसरी ओर बच्चियों के शव घर के साथ खड़ी कार में से मिलना, कार का दरवाजा खुला होना मौत के कारण पर सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि लड़कियों की मौत अगर दम घुटने कारण हुई है तो दरवाजा खुला होने के बावजूद वह बाहर क्यों नहीं निकली। हो सकता है कि किसी ने तीनों को मारकर यहां फेंका हो।