मानसा। तिहाड़ जेल से पंजाब लाए गैंगस्टर लॉरेंस को मानसा कोर्ट ने 7 दिन के पुलिस रिमांड पर दे दिया है। अब लॉरेंस से पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पूछताछ होगी। लॉरेंस को लेकर पंजाब पुलिस मंगलवार रात करीब साढ़े 8 बजे दिल्ली से निकली। इसके बाद पानीपत, सोनीपत और करनाल के रास्ते सुबह साढ़े 3 बजे मानसा पहुंची।
#lawrencebisnoi in @PunjabPoliceInd custody being taken to punjab pic.twitter.com/cVU2OXyyHC
— Dhiraj Beniwal (@DhirajBeniwal) June 14, 2022
पुलिस ने सुबह 4 बजे उसका मेडिकल चेकअप कराया। सुबह साढ़े 4 बजे ही कोर्ट में पेश कर पुलिस ने उसका रिमांड ले लिया। उसे पूछताछ के लिए पहले मोहाली के खरड़ स्थित CIA स्टाफ ऑफिस लाया गया है। पहले यहां पूछताछ हुई। इसके बाद पुलिस के 2 काफिले अलग-अलग दिशा में निकल गए।
लॉरेंस अब कहां है, इसके बारे में पुष्टि नहीं की जा सही है। हालांकि इतना तय है कि उससे एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स मूसेवाला हत्याकांड में पूछताछ कर रही है। लॉरेंस के करीबी गोल्डी बराड़ के दो गुर्गों को भी पुलिस 2 जगहों पर लेकर गई है। जिनसे मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल वैपन रिकवर करवाए जा सकते हैं।
2 बुलेटप्रूफ गाड़ियां, पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी की गई
लॉरेंस की सुरक्षा को लेकर उसके वकील ने सवाल खड़े किए थे। वकील ने लॉरेंस के फेक एनकाउंटर का खतरा बताया था। हालांकि पुलिस 2 बुलेटप्रूफ गाड़ियों में सही सलामत लॉरेंस को पंजाब ले आई। इस दौरान 50 अफसरों की टीम मौजूद रही। पंजाब में घुसते ही पूरा रूट सैनिटाइज कराया गया। पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी की गई। अब लॉरेंस के आसपास कड़ा सुरक्षा घेरा रखा गया है। सिर्फ चुनिंदा अफसरों को ही लॉरेंस के करीब जाने की इजाजत है।
लॉरेंस के लिए पंजाब पुलिस के सवाल तैयार
- सिद्धू मूसेवाला के साथ क्या दुश्मनी थी?
- जेल में बैठकर कैसे हत्या की प्लानिंग की?
- मूसेवाला की हत्या में कितने शार्प शूटर थे?
- मूसेवाला के कत्ल में कौन-कौन शामिल है?
- शार्प शूटर्स को हथियार कहां से मुहैया कराए गए?
- AN-94 जैसा मॉडर्न वैपन कहां से आया? यह हथियार अब कहां हैं?
- जेल में रहते कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से संपर्क कैसे होता है?
मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस अहम क्यों?
पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या के 2 घंटे बाद कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। गोल्डी गैंगस्टर लॉरेंस का ही करीबी है, इसलिए इसमें लॉरेंस की भूमिका तय मानी जा रही है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने भी दावा किया कि मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड लॉरेंस ही है।
मूसेवाला के मर्डर के बाद लॉरेंस के भांजे सचिन थापन ने भी कहा था कि मूसेवाला को हमने मारा है। मूसेवाला से मोहाली में मारे गए लॉरेंस के कॉलेज फ्रैंड विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल का बदला लिया गया है।
चुनावी हार और गर्लफ्रेंड की हत्या, यह वह 2 वजहें हैं जिन्होंने कॉलेज स्टूडेंट लॉरेंस को मोस्ट वांटेंड खूंखार गैंगस्टर बना दिया। लॉरेंस ने स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) से चुनाव लड़ा था। इसमें उसे हार मिली और वह अपराध की दुनिया में एंटर कर गया। वहीं इसी दौरान विरोधी ग्रुप वालों ने उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी। हालांकि, इसको लेकर किसी ने खुलकर कभी कुछ नहीं कहा।
पुलिस डॉजियर के मुताबिक लॉरेंस ने क्राइम की दुनिया में एंट्री अप्रैल 2010 में ही कर ली थी। इसके बाद वह तेजी से क्राइम करता गया। सिर्फ 12 साल में लॉरेंस पर 5 राज्यों में 36 केस दर्ज हो गए। इनमें 9 केसों में वह बरी हो चुका है। 6 केस में सजा हुई है। 21 केसों की कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
ताबड़तोड़ दर्ज हुए केस के बाद पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली में लॉरेंस का खौफ फेल गया। इस वक्त उसकी गैंग में 700 से ज्यादा शार्प शूटर हैं। वह राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा के साथ मिलकर इंटरनेशनल सिंडिकेट तक चला रहा है। तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस को पंजाब पुलिस पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पूछताछ के लिए पंजाब लाई है।
सबसे ज्यादा 17 केस पंजाब में
लॉरेंस के खिलाफ 2010 में चंडीगढ़ और मोहाली में 3 क्रिमिनल केस दर्ज हुए थे। यह केस अवैध हथियार और अटेंप्ट टु मर्डर के थे। चंडीगढ़ में अप्रैल 2010 में दर्ज हुए 2 केस में लॉरेंस बरी हो गया। मोहाली में अक्टूबर 2010 में उसे सजा हो गई। लॉरेंस के खिलाफ सबसे ज्यादा 17 केस पंजाब में दर्ज हुए। जिनमें 6 केस फाजिल्का में हैं। लॉरेंस फाजिल्का के गांव दुतरावाली का रहने वाला है। मोहाली में लॉरेंस पर 7, फरीदकोट में 2, अमृतसर और मुक्तसर में 1-1 केस दर्ज है।
चंडीगढ़ और राजस्थान में भी क्राइम
गैंगस्टर लॉरेंस के खिलाफ चंडीगढ़ में 7 केस दर्ज हैं। लॉरेंस चंडीगढ़ में स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) का प्रधान भी रहा है। वहीं लॉरेंस पर राजस्थान में 6, दिल्ली में 4 और हरियाणा में 2 केस दर्ज हैं। उसके खिलाफ मर्डर, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, डकैती, फिरौती और लूट जैसे संगीन केस हैं। 10 सितंबर 2021 को जयपुर पुलिस ने लॉरेंस पर फिरौती और धमकी देने का केस दर्ज किया था।
लॉरेंस के करीबी यह गैंगस्टर
लॉरेंस तिहाड़ जेल में बंद है। उसके कई करीबी गैंगस्टर क्राइम हैंडिल करने में उसके साथ हैं। इनमें सबसे करीबी कनाडा बैठा गोल्डी बराड़ है। तिहाड़ जेल में बंद संपत नेहरा, काली राजपूत, काला जठेड़ी भी उसके करीबी हैं। इनके अलावा दीपक टीनू, राजू बसोदी भी उसके साथी हैं।
चुनावी हार और स्टूडेंट लॉरेंस बन गया गैंगस्टर
लॉरेंस ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई की। इसी दौरान उसने स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से चुनाव लड़ा। चुनाव में लॉरेंस हार गया। उसे हारना बर्दाश्त नहीं हुआ। जीते हुए ग्रुप से लॉरेंस का झगड़ा हो गया। इसके बाद लॉरेंस का सामना उसे हराने वाले गुट से हुआ। लॉरेंस ने तब तक रिवॉल्वर खरीद ली थी। दोनों पक्ष भिड़ गए। फायरिंग हुई और लॉरेंस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विरोधी गुट को सबक सिखाने के लिए लॉरेंस जेल में गैंगस्टरों के संपर्क में आ गया। जिसके बाद वह क्राइम की दुनिया में सिक्का जमाता चला गया।
लॉरेंस के बारे में बात नहीं करते गांव के लोग
लॉरेंस का गांव पंजाब के फाजिल्का जिले का दुतरावाली है। लॉरेंस के क्रिमिनल बनने के बाद गांव के लोग उसके बारे में ज्यादा बात नहीं करते। कैमरे के आगे सिर्फ लोग लॉरेंस को अच्छा ही बताते हैं। उसके घर का पता तक कोई नहीं बताता। आसपास के लोग भी बात करने से डरते हैं। लोग कहते हैं कि वह चंडीगढ़ पढ़ता था, इसलिए उन्हें ज्यादा उसके बारे में पता नहीं है।
गोल्डी बराड़ पर भी 8 केस दर्ज
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मदारी लेने वाले सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पर 8 केस दर्ज हैं। गोल्डी के खिलाफ नवंबर 2020 में फरीदकोट में अटेंप्ट टु मर्डर का केस दर्ज हुआ था। उस पर 18 नवंबर 2021 को फरीदकोट के कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान के कत्ल का भी केस दर्ज है। गोल्डी बराड़ पर हथियार सप्लाई करने और फिरौती मांगने के केस दर्ज हैं। गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा जा चुका है। हाल ही में पंजाब पुलिस की सिफारिश पर CBI ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।