स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और पूरे पंजाब में समारोहों में देश के वीर शहीदों को याद किया गया। कोरोना की महामारी से जंग के बीच आज पहली बार हुआ है कि देश का सबसे बड़ा उत्सव बेहद सादे ढंग से मनाया गया। न तो सांस्कृतिक कार्यक्रम ही देखने को मिले और न ही पहले की तरह देशभक्तों की भीड़ रही। प्रशासन ने पहले ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों रोक लगा दी थी।
हाली में पंजाब सरकार की तरफ से राज्यस्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस दौरान कैप्टन खुद मास्क लगाए हुए थे, वहीं उन्होंने जनता को भी मास्क का इस्तेमाल करने की नसीहत दी। इसके अलावा शुक्रवार को मोगा में डीसी ऑफिस पर खालिस्तानी झंडा फहराए जाने की शरारत के बाद सूबे में हर तरफ कड़े सुरक्षा प्रबंध देखने को मिले। इस दौरान कैप्टन ने खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू को पंजाब आने पर देख लेने की चेतावनी दी।
कड़ी सुरक्षा के बीच ध्वजारोहण के बाद समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश की जनता को कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने कहा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना से बचने का सबसे कारगर उपाय मास्क पहनना है। सीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार बिना भेदभाव के हर वर्ग के लोगों के काम कर रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोगा के प्रशासनिक परिसर में खालिस्तान का झंडा फहराने के जिम्मेदार उपद्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू को आड़े हाथों लिया है। चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो पन्नू पंजाब आए। ऐसा सबक सिखाऊंगा कि पंजाब की शांति भंग करने की दोबारा हिम्मत नहीं जुटा पाएगा।
राज्यभर में और कहां किसने फहराया राष्ट्रध्वज?
जालंधर के श्री गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने तिरंगा फहराकर परेड की सलामी ली। इस दौरान जेल मंत्री रंधावा ने कहा कि कोरोना वायरस से मुक्ति पाने के लिए स्वतंत्रता सेनानी बनकर लड़ाई लड़नी होगी। मुख्यमंत्री के फतेह मिशन को सफल बनाने के लिए हर नागरिक को जिला प्रशासन की हिदायतों का पालन करना चाहिए।
इस मौके पर डीसी घनश्याम थोरी, पुलिस कमिश्नर जीपीएस भुल्लर, विधायक सुशील रिंकू, विधायक राजिंदर बेरी, मेयर जगदीश राजा, निगम कमिश्नर करुणेश शर्मा सहित पुलिस प्रशासन के तमाम अफसर और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
समारोह के दौरान आम लोगों को स्टेडियम में एंट्री नहीं दी गई। इस दौरान कुर्सियां खाली दिखाई दी। यही हाल दूसरे शहरों में आयोजित जिला स्तरीय समारोहों में भी देखने को मिला। समारोह में भाग लेने के लिए अधिकतर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी ही नजर आए।
अमृतसर के गुरु नानक स्टेडियम में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओपी सोनी ने मुख्य मेहमान के तौर पर समारोह में हिस्सा लेकर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। बरनाला में जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री रजिया सुल्ताना ने, बठिंडा में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने, फतेहगढ़ साहिब में कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने, गुरदासपुर में ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने, होशियारपुर में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा ने ध्वजारोहण किया।
इसके अलावा मानसा में राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने, मुक्तसर में खेल और युवक मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने, पठानकोट में सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी ने, पटियाला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने, संगरूर में लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला ने, नवांशहर में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने और तरनतारन में जल स्रोत मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया।