पटियाला। गांव खांग में रविवार देर शाम काेराेना संक्रमित गर्भवती महिला को आइसोलेट करने पहुंची सेहत विभाग और पुलिस की टीम पर गांव के लोगों ने हमला कर दिया। टीम पर ईंट-पत्थर भी चलाए गए। हेड कांस्टेबल रामफल सिंह और एएसआई जसवंत सिंह पर हमला कर दिया। दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस मामले में पुलिस ने करीब 40 लोगों पर इरादा कत्ल और काेविड के नियमाें का उल्लंघन करने की धाराओं में केस दर्ज किया है। लोगों को भड़काने के आरोप में पुलिस ने पुजारी गरीब दास को गिरफ्तार किया है। टीम ने बाबा का साेमवार को काेराेना का टेस्ट कराया। बाबा गरीब दास, गामा राम, दर्शन राम, गहनी राम, जीता राम, बेअंत राम, संदीप राम, जज राम, मिट्ठू राम सहित 32 अनजान लोगों पर केस दर्ज किया है।
बाबा गरीबदास के भड़काने पर ग्रामीणों ने किया हमला
पीएसची की डाॅक्टर सुमन की सूचना पर रात 8 बजे गांव पहुंची टीम पर लोगों ने कृपाण व तलवाराें से हमला कर दिया। आरोप है कि इन्हें बाबा गरीबदास ने भड़काया था। हेड कांस्टेबल के मुंह और नाक पर चाेटें आईं। एएसआई जसवंत को भी चोटें हैं। बाबा के अरेस्ट करने के विरोध में ग्रामीणों ने धरना दिया।
महिला को राजिंदरा में करना था आईसाेलेट…थाना पातड़ां प्रभारी दरबारा सिंह ने बताया कि महिला को अस्पताल में आइसोलेट कराना था। टीम पहुंची तो बाबा गरीबदास के कहने पर लोगों ने हमला कर दिया।
इधर, हेल्थ विभाग का निर्देश, कोरोना पर झूठी अफवाहें फैलाने पर कार्रवाई करें
कोरोना को लेकर सोशल मीडिया में गुमराह करने वाले मैसेज और ऑडियो-वीडियो पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने गंभीर नोटिस लिया है। उन्होंने सिविल सर्जनों को आरोपियों पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। पुलिस विभाग का साइबर विंग ऐसे आरोपियों का पता लगाने में जुटी है। पटियाला के गिरीश भट्ट पुत्र परमानंद भट्ट को इंस्टाग्राम पर कोरोना संबंधी झूठा वीडियो अपलोड करने पर गिरफ्तार किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह अफवाहों पर विश्वास न करें।