बठिंडा में 10 लोगों के गैंग ने पहले गन हाउस लूटा तो अब कैशवैन पर था निशाना, वाहनों और हथियारों के साथ 4 काबू
कुलविंदर सिंह उर्फ रिंकू वासी सेलबराह, तरसेम सिंह उर्फ सेमा वासी न्योर, गगनदीप सिंह उर्फ काला वासी कांगड़ व कुलदीप सिंह उर्फ मोनी वासी बुर्ज गिल पकड़े गए दो देसी पिस्तौल, चार कारतूस, सात मोबाइल फोन, तीन मोटरसाइकल, तीन कस्सी और एक कृपाण बरामद की पुलिस ने
गिरोह में शामिल बदमाशों की पहचान कुलविंदर सिंह उर्फ रिंकू, रूपिंदर सिंह उर्फ गांधी, गुरी, सत्तू बाउंसर निवासी गांव सेलबराह, तरसेम सिंह उर्फ सेमा निवासी गांव न्योर, लाडी, सिंधू, गगनदीप सिंह उर्फ काला निवासी गांव कांगड़, सुक्खा निवासी गांव सौदेके के तौर पर हुई है। इनमें से कुलविंदर सिंह उर्फ रिंकू वासी सेलबराह, तरसेम सिंह उर्फ सेमा वासी न्योर, गगनदीप सिंह उर्फ काला वासी कांगड़ व कुलदीप सिंह उर्फ मोनी वासी बुर्ज गिल को गिरफ्तार किया गया है।
सीआईए-1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर जगदीश कुमार ने बताया कि रामपुरा इलाके में पिछले दिनों मोबाइल झपटमारी, मोटरसाइकल लूटने की वारदातें हो रही थीं। 10 अगस्त को भगता भाईका में लुटेरों ने पिस्तौल के बल पर गारमेंट की दुकान से 12-13 हजार रुपए के कपड़े लूट लिए थे। 27 जुलाई को रामपुरा में ही लुटेरों ने एक कार लूट ली थी। इसके बाद गांव खिप्पल में 14 अगस्त को गन हाउस लूटने का प्रयास किया गया। इन सभी मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। इन लुटेरों को पकड़ने के लिए एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने एसपी डी गुरविंदर सिंह संघा के नेतृत्व में सीआईए-1 की टीम की ड्यूटी लगाई।
सीआईए-1 इंचार्ज जगदीश कुमार ने बताया कि 24 अगस्त को सीआईए-1 के सब इंस्पेक्टर गुरिंदर सिंह टीम के साथ रामपुरा इलाके में गश्त कर रहे थी। इस दौरान पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली कि कुलविंदर सिंह उर्फ रिंकू, रूपिंदर सिंह उर्फ गांधी, गुरी, सतू बाउंसर निवासी गांव सेलबराह, तरसेम सिंह उर्फ सेमा निवासी गांव नियूर, लाडी, सिंधू, गगनदीप सिंह उर्फ काला निवासी गांव कागड़, सुनखा निवासी गांव सौदेके ने मिलकर एक गिरोह बना रखा है, जो लूटपाट करने के आदी हैं। ये सभी लोग हथियारों से लैस होकर गांव महाराज रोड पर बैठे हुए और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। पुलिस टीम ने मौके पर रेड करके आरोपियों को गिरफ्तार करके 12 बोर का एक देसी पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस, एक 15 बोर का देसी पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस, सात मोबाइल फोन, तीन मोटरसाइकल, तीन कस्सी और एक कृपाण बरामद की गई है।
ऐसे काम करता है गैंग
एसआई कुलदीप सिंह उर्फ मोनी निवासी बुर्ज गिल इन सभी आरोपितों को अपने घर पर पनाह देता है और उनके रहने और खाने-पीने का भी प्रबंध करता है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान माना कि उनके गैंग की ओर से पहले कार छीनने के बाद असलहे की दुकान लूटने के बाद कैश वैनों को लूटने के बाद रातोंरात अमीर बनने का सपना था। पुलिस बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। उधर इससे पहले कुलविंदर सिंह उर्फ रिंकू पर अवैध असलहा रखने और चोरी की वारदातों के करीब 6 केस, तरसेम सिंह पर दो चोरी और एक रेप का केस दर्ज हैं।