लुधियाना के दोराहा फ्रूट मार्केट में लगी भीषण आग, एक-एक करके 9 दुकानें जलकर राख के ढेर में तब्दील हुई

कस्बा दोराहा में 14 अगस्त की रात 11 बजे के बाद की घटना, घंटों की मशक्कत के बाद पाया दमकल की गाड़ियों ने काबू पीड़ित दुकानदार बोले-कोरोना काल में पहले ही काम कम चल रहा था, ऊपर से इस घटना के बाद गुजर मुश्किल हो जाएगा

लुधियाना जिले के कस्बा दोराहा में आग लगने से 9 दुकानें जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गई। घटना शुक्रवार रात की बताई जा रही है, जब फ्रूट मार्केट में अचानक एक दुकान में आग लग गई। आनन-फानन में लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की, वहीं फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया गया। इसी बीच आग ने और दुकानों को भी चपेट में ले लिया। एक के बाद एक मौके पर पहुंची कई दमकल गाड़ियों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सब खाक हो चुका था। पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि एक तो कोरोना संक्रमण के चलते पहले ही काम कम चल रहा था, ऊपर से इस घटना ने सबकुछ खाक कर दिया। ऐसे में गुजर कर पाना मुश्किल हो जाएगा।

आग लगने की वजह से राख के ढेर में तब्दील हुई फल-सब्जी की दुकानें।

मार्केट में रेहड़ियां लगाने वाले गुरबचन सिंह, प्रीतम सिंह, पंडित विमल गोगी, बिरजा गुप्ता, विष्णु, रामकेश और सुरिन्दर आदि ने बताया कि उन्हें 14 अगस्त की रात करीब 11 बजे मार्केट में आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद गुरबचन सिंह ने जब आकर देखा तो उनकी कई दुकानों में से आग की तेज लपटें निकल रही थी और पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन फायर ब्रिगेड की पहली गाड़ी में पानी बहुत ही जल्दी खत्म हो गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की अन्य गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई।

दुकानें बर्बाद हो जाने के बाद चिंता में पड़े दुकानदार। इनका कहना है कि इस घटना में हुए नुकसान के बाद इनका गुजर मुश्किल हो जाएगा।

गुरबचन सिंह और पीड़ित दुकानदारों ने बताया कि पुलिस और फायर ब्रिगेड के मुलाजिमों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू तो पा लिया, लेकिन उस समय तक उनका सारा सामान बुरी तरह जलकर राख हो चुका था। दुकानदारों ने आगे बताया कि आग लगने के कारणों का किसी को कुछ भी पता नहीं चल सका, लेकिन यह किसी शरारती तत्वों का काम लगता है, क्योंकि जब रात को वह अपनी दुकानें बंद करके अपने-अपने घर गए थे तो उस समय सब कुछ ठीक था।

दुकानदारों ने बताया कि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और वह अपने परिवारों का गुजारा बहुत ही मुश्किल से कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से आग लगने के कारणों की जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

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