लुधियाना। खाकी की आड़ में पिछले पांच साल से नशा तस्करी का धंधा करने वाले दो सीनियर कांस्टेबलों नवजोत सिंह और रणबीर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित रणबीर लुधियाना के नारकोटिक्स सेल में और नवजोत सिंह आइजी कार्यालय लुधियाना में तैनात था। इनका तीसरा साथी समराला के लोपों गांव का रहने वाला हरचंद सिंह फरार है।
फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि पुलिस टीम ने नाकाबंदी के दौरान कार में आ रहे नवजोत सिंह को रुकने का इशारा किया। उसने नाके से कार भगाने की कोशिश की, लेकिन पकड़ा गया। कार से एक किलो अफीम और सात किलो चूरापोस्त बरामद किया गया है। जांच में पता चला कि नवजोत सिंह सीनियर कांस्टेबल है।
उसने बताया कि वह अपने रिश्तेदार रणबीर को अफीम व चूरापोस्त सप्लाई करता है। दोनों वर्ष 2015 से यह धंधा करते आ रहे हैं। पुलिस ने रणबीर को भी पकड़ लिया है। दोनों ने ड्रग मनी से कारें व बुलेट मोटरसाइकिल भी खरीदे हैं। उधर, लुधियाना के पुलिस कमिश्नर ने रणबीर को डिसमिस कर दिया है। फेसबुक पर भी यह सूचना डाली है।
एक आरोपित के पास से एक किलो अफीम और सात किलो चूरापोस्त बरामद, रणबीर को डिसमिस किया गया। पुलिस की अधिकारिक फेसबुक वॉल पर डाली पोस्ट में पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया के ड्रग ट्रैफिकिंग के खिलाफ चल रही जीरो टोलरेंस पॉलिसी के तहत उक्त कांस्टेबल रणवीर सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। वह यहां पर एंटी नारकोटिक्स सेल में तैनात था।