डीडीए ने ढहाया संत रविदास मंदिर, दिल्ली से पंजाब तक सियासत गर्म-पंजाब बंद: रविदास समाज से जुड़े लोगों ने सड़कों पर लगाए धरने, वाहनों की आवाजाही ठप

दिल्ली के तुग़लकाबाद में शनिवार को दिल्ली दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने संत रविदास मंदिर ढहा दिया, जिसको लेकर दिल्ली से लेकर पंजाब तक अब राजनीति गर्मा गई है.

 

नई दिल्ली : दिल्ली के तुग़लकाबाद में शनिवार को दिल्ली दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने संत रविदास मंदिर ढहा दिया, जिसको लेकर दिल्ली से लेकर पंजाब तक अब राजनीति गर्मा गई है. दिल्ली से पधारे आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस मामले को लेकर केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है.

मंगलवार की सुबह से ही पंजाब में जालंधर, लुधियाना, अमृतसर सहित विभिन्न हिस्सों में समाज से जुड़े लोग बाजार बंद करवाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान सड़कों में जाम लगने से लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य भर में पुलिस अलर्ट पर है व सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। इसी बीच दिल्ली की आग अब पंजाब व हरियाणा में भी देखने को मिल रही है। लोग मंदिर तोड़ने के विरोध में नाराज हो सड़कों पर उतर रहे हैं।

 

डीडीए ने ढहाया संत रविदास मंदिर, दिल्ली से पंजाब तक सियासत गर्म

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ”डीडीए दुनिया भर में जमीन बांट रहा है अपने नेताओं को जमीन दे रहा है, लेकिन डीडीए को संत रविदास जी के लिए 100 गज जमीन देनी भी मुश्किल हो रही है. आज सारे बीजेपी के नेता चुप बैठे हैं. वह ऐसे चुप बैठे हैं जैसे डीडीए उनके पास है ही नहीं. तो आज हम बीजेपी और केंद्र सरकार से सवाल करना चाहते हैं कि क्या 100 गज जमीन भी उनके पास संत रविदास जी के लिए नहीं है?”

बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और साथ ही कहा कि हम पार्टी के खर्चे पर दोबारा मंदिर बनाने और कानूनी मदद देने को तैयार हैं. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस मामले पर दिल्ली के उपराज्यपाल और डीडीए के अध्यक्ष अनिल बैजल से मुलाकात की. बैठक के बाद सुखबीर बादल ने कहा कि ”हमने उपराज्यपाल जी से निवेदन किया है कि यह बहुत संवेदनशील मामला है बहुत पुराना मंदिर है और इससे बहुत सारी भावनाएं जुड़ी हैं. इसलिए तुरंत इसका कोई हल निकाला जाए. मुझे खुशी है कि एलजी साहब इस मामले का हल निकालने के लिए सकारात्मक हैं और मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी के साथ मीटिंग बुलाई है.”

डीडीए की सफाई:

गुरु रविदास जयंती समारोह समिति ने जंगल की जमीन पर निर्माण किया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी जगह को खाली नहीं किया गया. इसलिए 9 अगस्त 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने डीडीए को आदेश दिया कि वो पुलिस की मदद से इस जगह को खाली कराए और ढांचे को हटाये. दिल्ली पुलिस और दिल्ली के मुख्य सचिव सुनिश्चित करें कि ढांचा हटाया गया है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली सरकार से एसडीएम, डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी और गुरु रविदास जयंती समारोह समिति के सदस्य 10 अगस्त सुबह 10 बजे जहांपनाह फॉरेस्ट्स में मौजूद थे. वहां मौजूद सेमी-परमानेंट ढांचे को शांति पूर्वक हटाया गया.

क्या है संत रविदास मंदिर का इतिहास?

बताया जाता है कि ये मंदिर संत रविदास की याद में बनवाया गया था. जब संत रविदास बनारस से पंजाब की ओर जा रहे थे, तब उन्होंने 1509 में इस स्थान पर आराम किया था. एक जाति विशेष के नाम पर यहां पर एक बावड़ी भी बनवाई गई थी जो आज भी मौजूद है. कहा जाता है कि स्वयं सिकंदर लोदी ने संत रविदास से नामदान लेने के बाद उन्हें यहां जमीन दान की थी जिस पर यह मंदिर बना था. आजाद भारत में 1954 में इस जगह पर एक मंदिर का निर्माण हुआ था.

रविदास जाति विशेष के लोग इस मंदिर को बहुत मानते थे. यही कारण है कि मंदिर के टूटने के बाद से उनका समाज नाराज़ है. मंदिर से सिखों की आस्था भी जुड़ी हुई थी क्योंकि सिखों का मानना है कि संत रविदास की उच्चारण की हुई वाणी गुरु ग्रंथ साहिब में मौजूद है.

रविदास समाज के पंजाब बंद में आतंकी घुसपैठ की आशंका, हाई अलर्ट जारी, कड़ी सुरक्षा

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दक्षिणी दिल्ली में श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के विरोध में रविदास समाज आज पंजाब बंद करा रहा है। इस बंद के दौरान प्रदर्शन मे आतंकियों की घुसपैठ की आशंका जताई गई है। इस कारण पंजाब सरकार ने राज्‍य में हाई अलर्ट जारी किया है। पूरे राज्‍य में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। पांच जिलों में स्‍कूलों को बंद रखा गया है। राज्‍य में पांच हजार अतिरिक्‍त पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। राज्‍य में अधिकतर स्‍थानों पर सुबह से बाजार बंद हैं। पठानकोट सहित कई जगहों पर रविदास समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली में श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के विरोध में रविदास समाज ने बंद का आह्वान किया है। शहर के अधिकतर हिस्सों में सुबह से रविदास समाज के लोगों ने धरने लगाने शुरू कर दिए हैं। फोकल प्वाइंट और टांसपोर्ट नगर चौक और अन्य कई जगहों पर यातायात ठप कर दिया है। इन जगहों से वाहनों को गुजरने नहीं दिया जा रहा है। इससे सुबह के समय काम पर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

अतिरिक्‍त पुलिस बल तैनात, पांच जिलों में बंद रहेंगे स्कूल, रोडवेज की बसें का परिचालन जारी

रविदास समाज के लोग विभिन्न जिलों में प्रदर्शन करेंगे। जालंधर, लुधियाना, होशियारपुर, गुरदासपुर व कपूरथला में सरकारी व प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि, बसें सुचारू रूप से चलती रहेंगी। पंजाब रोडवेज के जनरल मैनेजर परनीत सिंह मिन्हास ने कहा कि पंजाब रोडवेज मुख्यालय ने बसें बंद रखने संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने डेरा सचखंड बल्ला में गद्दीनशीं श्री 108 संत निरंजन दास जी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

जालंधर के बीएसएफ चौक पर प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को दिया रास्ता। बाकी  पहुंच रहे वाहन चालकों को वापस भेजा। 

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके पूर्व सांसद सुनील जाखड़ ने प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को कोई परेशानी न होने को यकीनी बनाने की अपील की है। जाखड़ ने कहा कांग्रेस रविदास समाज के साथ खड़ी है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिराए गए मंदिर के लिए उसी ऐतिहासिक स्थान को फिर से अलॉट करने व मंदिर के दोबारा निर्माण के मामले की पैरवी के लिए हर संभव सहयोग देगी। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने भी इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत से मुलाकात की है।

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से बात करेंगे। पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने भी मंदिर गिराने की घटना को गलत बताया है। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा है कि मंदिर के लिए दोबारा जमीन अलॉट करवाने का प्रयास करेंगे।

दूसरी ओर, पंजाब पुलिस ने बंद के दौरान आतंकी घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया। सभी बटालियनो से जवानों को बुलाकर अलग-अलग जिलों में तैनात किया गया है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि पांच हजार जवानों को जिलों में तैनात हैं। नाकों व सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस को आतंकी घुसपैठ का अलर्ट जारी किया है।

वहीं, पंजाब में स्वतंत्रता दिवस तक पूरे राज्‍य में कड़ी सुरक्षा रहेगी। रविदास समाज के बंद के अलावा पंजाब रोडवेज, पनबस वर्कर्स यूनियन ने 14 से 16 अगस्त तक राज्य में बसों का चक्का जाम करने का ऐलान किया है। कई सिख संगठनों ने भी आंदोलन का फैसला किया है। इन हालात से निपटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। 15 अगस्त को राखी का त्योहार भी है। बाजारों व सड़कों पर खासी भीड़ रहेगी। पंजाब रोडवेज पनबस वर्कर्स यूनियन के प्रधान रेशम सिंह ने बताया कि कर्मचारी 15 अगस्त को गुलामी दिवस के रूप में मनाएंगे।

दल खालसा 15 अगस्त को राज्य में करेगा प्रदर्शन

दल खालसा, शिरोमणि अकाली दल अमृतसर व यूनाइटिड अकाली दल ने 14 अगस्त की शाम को चंडीगढ़ में और 15 अगस्त को 15 जिलों प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया है। दल खालसा के प्रवक्ता कंवरपाल सिह बिट्टू ने कहा कि अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर, होशियारपुर, लुधियाना, संगरूर, बठिंडा, मानसा, फिरोजपुर, फरीदकोट, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, चंडीगढ़, मोगा, बरनाला और तरनतारन आदि में प्रदर्शन किए जाएंगे।

समर्थन में दुकानें बंद, जगह-जगह प्रदर्शनकारियों के नाके

जालंधर शहर में लाडो वाली रोड में मार्केट में बंद को समर्थन में दुकानें बद रखी गई हैं। दवाइयों की दुकानें भी बंद है। प्रदर्शनकारियों ने लाडोवाली रोड फाटक पर लोहे की चेन लगाकर पूरा रास्ता ब्लॉक कर दिया है। शहर अन्य जगह भी इसी तरह के नाके लगे हैं।

भोगपुर और करतारपुर में बाजार बंद

बंद के आह्वान के कारण भोगपुर और करतारपुर में मुक्कमल बंद देखने को मिला है। बाजारों में दुकानें बंद हैं। लोगों की आवाजाही भी बहुत कम है। भोगपुर में प्रदर्शनकारियों ने मंदिर गिराए जाने के विरोध में नारेबाजी करके केंद्र और राज्य का पुतला फूंका।

पंजाब बंद: सड़कों पर उतरकर किया प्रदर्शन, प्रशासन और पुलिस अलर्ट Ludhiana News

पुलिस ने कहा- किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं

पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने बताया कि बंद के दौरान किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है। पीएपी से अतिरिक्त फोर्स भी मंगवा ली गई है। देहाती इलाके में बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए देहात पुलिस ने भी तैयारी कर ली है। एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि करीब दो हजार पुलिस कर्मियों को सुरक्षा में तैनात किया गया है। आला अधिकारी खुद फील्ड में रहेंगे। पुलिस फोर्स हर जगह पर तैनात कर दी गई है। जहां संवेदनशील इलाके हैं, वहां पर अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है। लुधियाना के  पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैनसिंह गिल की ओर से बस्ती जोधेवाल थाने में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एडीसीपी और एसीपी के साथ बैठक की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है। थानों की पूरी फोर्स की छुट्टियां रद की गई हैं। यही नहीं पुलिस लाइन से भी फोर्स को फील्ड में उतारा गया है।

 

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