लुधियाना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बेंगलुरु में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में नरेंद्र कुमार को पंजाब का प्रांत प्रचारक बनाया गया है। पहले वह सह प्रांत प्रचारक थे। इसके अलावा प्रमोद कुमार को उत्तर क्षेत्र सामाजिक समरसता प्रमुख का दायित्व मिला है। इससे पहले वह पंजाब के प्रांत प्रचारक थे। नरेंद्र मूल रूप से हरियाणा के पानीपत के रहने वाले है। वह कैथल में भी प्रचारक रह चुके हैं। नरेंद्र 2018 में पंजाब के सह प्रांत प्रचारक बने थे। इससे पहले कुरुक्षेत्र विभाग के विभाग प्रचारक का दायित्व भी उन्हाेंने बखूबी संभाला था। वहीं सीता राम ब्यास उत्तर क्षेत्र कार्यवाह से उत्तर क्षेत्र संघ चालक हो गए हैं।
नरेंद्र कुमार की नियुक्ति बड़े परिवर्तन का संकेत
नरेंद्र कुमार की नियुक्ति काे पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक बड़े परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है। गाैरतलब है कि कृषि सुधार कानूनाें के विराेध में पंजाब के किसान इस समय दिल्ली में आंदाेलन कर रहे हैं। इसके साथ ही पंजाब में अकाली दल और भाजपा में गठबंधन टूटने के बाद अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका बढ़ गई है।
तीन साल पर सरकार्यवाह का चुनाव
सरकार्यवाह का कार्यकाल 3 सालों का होता है। आरएसएस में हर तीन साल पर सरकार्यवाह पद का चुनाव होता है। यह संगठन में कार्यकारी पद होता है। यह संघ में नंबर दो की कुर्सी होती है। इससे ऊपर संरसंघसंचालक होता है। सर संचालक का पद मार्गदर्शक का होता है। संघ के नियमित कार्यों के संचालन की जिम्मेदारी सरकार्यवाह की होती है।