राजनीतिक संरक्षण छोड़ केंद्र सरकार से बातचीत करें किसान, हल निकलेगा : श्वेत मलिक

भाजपा के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक ने किसानों का आहवान किया है कि वे राजनीतिक संरक्षण छोड़ कर खुले मन से केंद्र सरकार के साथ बातचीत के टेबल पर आएं। बातचीत के जरिए ही हल निकाला जाएगा।

लुधियाना । भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक ने किसानों का आहवान किया है कि वे राजनीतिक संरक्षण छोड़ कर खुले मन से केंद्र सरकार के साथ बातचीत के टेबल पर आएं। बातचीत के जरिए ही हल निकाला जाएगा। सरकार हर तरह के समाधान के लिए तैयार है। अभी कृषि सुधार कानूनों पर चिंतन का दौर है। श्वेत मलिक शुक्रवार को लुधियाना के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने सूबे की कैप्टन सरकार के खिलाफ जम कर भड़ास निकाली और चुनावी साल में कैप्टन सरकार की ओर से गिनाई जा रही उपलब्धियों को झूठ का पुलिंदा करार दिया, क्याेंकि पंजाब के युवाओं, किसानों, आम लोगों, बुजुर्गों समेत हर वर्ग से किए वादों में से एक भी पूरा नहीं किया गया है। अब चुनावी साल में फिर से कैप्टन प्रशांत किशोर के कंधे पर सवार होकर अपनी नैय्या पार लगाने की फिराक में हैं, लेकिन अब सूबे की जनता जागरूक हो गई है।

तीन करोड़ जनता के भविष्य पर लगा ताला’

मलिक यहां तक कह गए कि इतिहास में ऐसी झूठी सरकार नहीं आई है और इस सरकार का नाम तो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होना चाहिए। कैप्टन सरकार ने सूबे की तीन करोड़ जनता के भविष्य पर ताला लगा दिया। अब वोट की चाबी से जनता की ताले को खाेल कर कैप्टन सरकार को चलता करेगी।

मलिक का दावा- कृषि सुधार कानूनों का कांग्रेस ने किया समर्थन

मलिक ने अपने तेवर तल्ख करते हुए दावा किया कि पहले कृषि सुधार कानूनों का कांग्रेस ने समर्थन किया और अब कांग्रेस अपने हितों के लिए कानूनों पर किसानों को उलझा कर राजनीति कर रही है। मलिक ने यह भी दावा किया कि कृषि सुधार कानून पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी राज्यसभा में मौन समर्थन दिया था। यहां तक की एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी पहले इन कानूनों के हक में थे और अब वे विरोध कर रहे हैं।

विधायक नारंग के वस्त्र फाड़ने जैसा कृत्य बर्दाश्त के बाहर

पंजाब में सरकार ने किसानों का 90 हजार करोड़ के कर्ज को माफ करने का वादा चुनावों से पहले किया था, वह भी अब तक पूरा नहीं हुआ है। किसानों को फसल खराब होने पर मुआवजा केंद्र सरकार दे रही है। इसके अलावा उनके खातों में छह हजार रुपये सालाना आ रहे हैं। मलोट में भाजपा नेता अरूण नारंग के वस्त्र फाड़ने पर मलिक ने कहा कि यह नारंग के नहीं पंजाबियत के वस्त्र फाड़े गए हैं। ऐसे कृत्य कोई बर्दाश्त नहीं कर सकता।

मुख्तार अंसारी को दिया जा रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

मलिक ने आरोप लगाया कि सूबा सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। उत्तर प्रदेश के अपराधी मुख्तार अंसारी को यूपी को सौंपने की बजाए उसे यहां पर रख कर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। सांसद ने कैप्टन सरकार से आग्रह किया कि अंसारी को यूपी को सौंपा जाए,ताकि उसे अपने किए की सजा मिल सके।

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