पटियाला/बठिंडा/संगरूर/लुधियाना। मुक्तसर के मलोट में भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हुए जानलेवा हमले एवं कपड़े फाड़ने जैसी घटना से गुस्साए भाजपाइयों ने आज पटियाला में अनारदाना चौक पर पंजाब सरकार के खिलाफ अर्धनग्न अवस्था में रोष प्रदर्शन कर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का पुतला भी फूंका। वहीं, घटना को लेकर किसान नेताओं ने किनारा कर लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि मारपीट करना उनके एजेंडे में नहीं है। बठिंडा में फायर ब्रिग्रेड चौक में भाजपा युवा मोर्चा ने कैप्टन सरकार का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया वही भाजपा के जिला शहरी प्रधान विनोद कुमार बिंटा ने कहा कि पंजाब में कैप्टन सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने व लोगों की जानी व माली सुरक्षा करने में नाकाम रही है। इस स्थिति में पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए। वही भाजपा युवा मोर्चा के प्रधान संदीप अग्रवाल ने भी कैप्टन सरकार पर हमला करते राज्य में भाजपा विधायक पर हुए हमले की निंदा करते सख्त कानूनी कारर्वाई की मांग की। वही आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के नाम पर कांग्रेस राज्य मेें विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है व प्रयोजित हमले करवाए जा रहे हैं।
लुधियना में घंटाघर चौक पर भाजपाइयाें ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के अलावा डीजीपी पंजाब के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शन की अगुआई भाजयुमो के जिला प्रधान कुशाग्र कश्यप ने की। प्रदर्शन में जिला भाजपा के प्रधान पुष्पेंदर सिंगल, पूर्व प्रधान रविंदर अरोड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण बांसल, प्रदेश कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। भाजपा के प्रदर्शन में किसान या अन्य कोई संगठन न पहुंच जाएं इसके लिए पुलिस ने भारी घेराबंदी की। एडीसीपी, एसीपी समेत भारी संख्या में पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शन स्थल की घेराबंदी की।
पटियाला में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते भाजपा नेता।
पटियाला में भाजपा के जिला प्रधान हरिंदर कोहली, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एसके देव एवं सुखविंदर कौर नौलखा की अगुवााई में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। भाजपा नेताओं की मांग है कि भाजपा के विधायक अरुण नारंग के साथ हुई इस शर्मनाक घटना के आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और पंजाब सरकार इस्तीफा दे।
पंजाब में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग
मलोट में विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले के विरोध में संगरूर में भी भाजपा नेताओं ने जिला प्रधान रणदीप दियोल की अगुवाई में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का पुतला फूंका और पंजाब में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। भाजपाइयों ने एलान किया कि यदि सरकार की शह पर पंजाब पुलिस उनकी सुरक्षा नहीं कर सकती तो अब वह अपनी सुरक्षा खुद करेंगे और ऐसी घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
संगरूर में लाल बत्ती चौक पर प्रदर्शन करते भाजपाई। जागरण
हरियाणा के सीएम ने भी की घटना की निंदा
पंजाब में बीजेपी विधायक से हुई मारपीट की हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने भी निंदा की है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा- पंजाब के अबोहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अरुण नारंग जी के साथ मलोट में हुई जानलेवा और अभद्र घटना की मैं निंदा करता हूं, जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ ऐसी घटना पंजाब में कानून व्यवस्था और कांग्रेस सरकार की विफलता का प्रतीक है।
लुधियाना कार्यालय में बढ़ी सुरक्षा
मलोट में भाजपा विधायक के साथ हुई घटना के बाद लुधियाना पुलिस ने लुधियाना में भाजपा के जिला कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी है। भाजपा कार्यालय के बाहर बेरिकेटिंग कर पुलिस फोर्स तैनात की जा रही है। मलोट में भाजपा विधायक पर हुए हमले के बाद पूरे प्रदेश में भाजपाइयों गुस्सा सातवें आसमान पर है।
किसान नेता बोले- हमला करना हमारे एजेंडे में नहीं
भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले के बाद किसान नेता हिंसा की घटना के किनारा कर रहे हैैं। संयुक्त किसान मोर्चा के कन्वीनर दर्शनपाल ने कहा कि किसी भी नेता के कपड़े फाड़नेे या उसके साथ मारपीट करना हमारे एजेंडे में नहीं है। जिन्होंने भी यह काम किया बहुत गलत किया है, लेकिन इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार है। केंद्र की गलती पर लोग छोटे नेताओं पर गुस्सा निकाल रहे हैं।
भाकियू उगराहां के प्रदेश महासचिव शिंगारा सिंह मान ने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है। विरोध प्रदर्शन किसी हद तक रहना चाहिए। सरकार को भी समझना चाहिए कि लोग कब तक सब्र करेंगे। इस घटना की जिम्मेदार केंद्र सरकार है। अभी हमें यह पता नहीं चल पाया है कि वहां पर कौन सी यूनियनों के सदस्य थे, लेकिन कुछ वीडियो मिले हैैं, जिसमें हमारे संगठन का कोई झंडा नहीं दिखा।
भाकियू उगराहां के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोठू सिंह कोटड़ा ने कहा कि कपड़े फाड़ना या हमला करना गलत है। हम काले झंडे दिखाकर रोष प्रदर्शन कर सकते हैं। हमला निंदनीय है और यह शरारती तत्वों का काम हो सकता है। किसान एकता मोर्चा के प्रधान रुलदू सिंह मानसा ने कहा कि हम संयुक्त मोर्चे की बैठक कर रहे हैं। हम इस मामले की पड़ताल करेंगे। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
पड़ताल करने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा
भाकियू सिधुपुर के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि हमारे और कुछ और संगठनों के सदस्य घटनास्थल पर थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने शांतिमय विरोध के लिए कहा गया है, लेकिन पता नहीं वहां पर क्या हालात बने होंगे कि लोगों को इस घटना को अंजाम देना पड़ा। हमारे संगठन के प्रधान इस मामले की पड़ताल करेंगे, अगर इस घटना में हमारे संगठन के सदस्यों की भूमिका सामने आई तो वह इसकी जिम्मेदारी लेंगे। पड़ताल करने के बाद रविवार को मुक्तसर में मीडिया से बात की जाएगी।