लुधियाना। एसटीएफ के हत्थे चढ़ा पूर्व अकाली सरपंच गुरदीप सिंह राणों अकाली सरकार में अकालियों का चहेता बना रहा। कांग्रेस सरकार के आते ही यू-टर्न लेकर उनकी शरण में चला गया। इसके अलावा शहर के बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ भी उसके गहरे संबंध रहे हैं।
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, पूर्व डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल, विधायक मनप्रीत सिंह अय्याली, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी अंकित बांसल तथा आइजी परमराज सिंह उमरानंगल समेत और भी कई नाम शामिल हैं। प्रदेश की राजनीति के गलियारे में उसकी खासी पकड़ रही है।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह राणों अकाली दल का खासमखास रहा है। (जेएनएन)
लोगों पर प्रभाव डालने के लिए वह फेसबुक पर ऐसी फोटो डालने के लिए एक्टिव रहता था। असलहा के साथ खिंचवाई फोटो भी उसके फेसबुक अकाउंट पर अपलोड है। उसके पास करोड़ों रुपये की प्रापर्टी है। एसटीएफ ने 21 लाख रुपये से ज्यादा की नकदी उसके कब्जे से ही बरामद की। अभी इस बात का पता लगाया जा रहा है कि इतनी प्रापर्टी उसने कैसे बनाई। करोड़ों रुपये की कीमत वाली आठ लग्जरी कारें उससे ही मिलीं। अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए वह हमेशा अपने साथ बाउंसर और गार्ड्स रखता था।
विधायक मनप्रीत सिंह अयाली के साथ आरोपित गुरदीप सिंह राणों। (जेएनएन)
तीन साल पहले तस्करी में शामिल हुआ, वाट्सएप पर लिखवाते थे आर्डर
एसटीएफ सूत्रों के अनुसार राणों पहले एक मंत्री की शह पर रेत का कारोबार करता था। तीन साल पहले वह आस्ट्रेलिया में रह रहे किंगपिन तनवीर ¨सह बेदी के संपर्क में आया। उसके बाद वह हेरोइन तस्करी में शामिल हो गया। तनवीर के साथ ये लोग वाट्सएप के जरिए बात करके अपना आर्डर लिखवाते थे। हेरोइन की खेप मिलने के बाद हवाला के माध्यम से तनवीर तक पैसे पहुंचाते थे।
जगराओं में किसी बाबे के घर थे आरोपित, टीम ने वहीं से घेरकर पकड़ा
पूर्व डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल के साथ आरोपित गुरदीप सिंह राणों। (जेएनएन)
आइजी बलकार सिंह ने बताया कि राणों को एक दिन पहले जगराओं के नानकसर इलाके में दबिश देकर काबू किया गया था। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि शुक्रवार वह वहीं पर है। उसके साथ उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि उस समय वह वहां किसी बाबे के घर में बैठा था। दर्जनों की संख्या में पहुंची एसटीएफ की टीम ने घर का पिछला दरवाजा तोड़कर आरोपितों को काबू किया। उनकी निशानदेही पर विभिन्न जगहों पर छिपाकर रखी हेरोइन बरामद की गई।
बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवा सोशल मीडिया पर डालता ताकि कोई शक न करे
गुरदीप सरपंच ने गांव में डेढ़ एकड़ में महलनुमा कोठी बनाई, जिसमें वह विदेश में बैठे सिंगरों को इनवाइट कर उनके गानों की शूटिंग करवाता था। रसूख दिखाने के लिए शिअद प्रधान सुखबीर बादल व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी अंकित बांसल, ओएसडी कैप्टन संदीप संधू व कई नेताओं के साथ फोटो खिंचवा सोशल मीडिया पर शेयर करता था। ड्रग मनी से इसने गांव राणो समेत मुक्तसर में कई एकड़ जमीन व प्रॉपटी खरीदी जिसकी जांच की जा रही है।
4 दिनों में लुधियाना में पकड़े दो बड़े ड्रग रैकेट के तार इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट से जुड़े
लुधियाना में पिछले 4 दिन में दो बड़े ड्रग रैकेट पकड़े गए हैं, जिसमें कुल 36.392 किलो हेरोइन, 6 किलो आइस व 2 किलो कैमिकल(हेरोइन रिफाइंड में इस्तेमाल होने वाला) पकड़ा गया है। इन दोनों ही रैकेट को आस्ट्रेलिया से संधू गैंग व दुबई से हाजीजान निवासी पाकिस्तान ऑपरेट कर रहे हैं। पिछले 4 साल में इस ड्रग सिंडिकेट की तरफ से पंजाब में श्रीनगर, अमृतसर, गुजरात बंदरगाह के जरिए भेजी गई करीब एक हजार किलो हेरोइन का खुलासा हो चुका है, जिसमें अमृतसर में इसी साल 31 जनवरी को पकड़ी 200 किलो हेरोइन व फैक्ट्री, गुजरात में 21 अगस्त 2018 को पकड़ी 305 किलो हेरोइन, लुधियाना में 4 नवंबर को पकड़ी 28 किलो हेरोइन, दिल्ली में 2019 में पकड़ी हेरोइन, कैमिकल व फैक्ट्री भी शामिल है।
इस सिंडिकेट का मुख्य आरोपी अमृतसर निवासी सिमरण सिंह संधू गुजरात में पकड़ी 305 किलो हेरोइन के बाद एटीएस की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने से इसी साल फरवरी में इटली में पकड़ा गया। मगर इसके बाद संधू गैंग की कमान बटाला निवासी तरनबीर सिंह बेदी ने संभाल ली। वह दुबई में बैठे पाक नागरिक हाजीजान से मिलकर श्रीनगर ट्रेड के जरिए ड्रग रैकेट चलाने लगा, क्योंकि गुजरात बंदरगाह पर इन्हें स्पोर्ट करने वाले ट्रेडर को गुजरात पुलिस ने पकड़ लिया था व इनका ड्रग रूट एक्सपोज हो गया था।