जालंधर. 300 करोड़ की लागत से तैयार पीएपी फ्लाईओवर की अड़चन आखिर जल्द दूर होने जा रही है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कर्नल योगेश चंद्र ने पीएपी आरओबी के पुराने फोरलेन के साथ नया पुल बनाने को लेकर प्रशासन को हरी झंडी दे दी है। दैनिक भास्कर द्वारा पीएपी फ्लाईओवर को चौड़ा करने का मुद्दा लगातार उठाया गया।
सोमवार को एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने पीएपी फ्लाईओवर का दौरा कर दोबारा से पीएपी आरओबी को देखा। वे 8 लेन की ड्राइंग पहले से ही तैयार करके लाए थे। 8 लेन की मंजूरी मिलने से शहरवासियों को बड़ी राहत मिलने वाली है क्योंकि अभी अमृतसर की तरफ जाने वालों को दो किलोमीटर रामा मंडी से घूमकर आना पड़ रहा है। डीसी वरिंदर कुमार शर्मा और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के साथ लंबी चली मुलाकात के बाद पीएपी चौक पर जंक्शन बनाने और ट्रैफिक लाइट्स भी लगाने का फैसला भी हुआ।
अमृतसर जाने वालों का बचेगा 2 किमी का सफर
रेलवे को सौंपा जाएगा प्रोजेक्ट विभाग की टीम जल्द करेगी विजिट : डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पीएपी आरओबी को 8 लेन बनाने की प्रोजेक्ट फाइल रेलवे को सौंपी जाएगी, जिसके बाद जल्द ही रेलवे की टीम मौके पर विजिट कर प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाएगी क्योंकि जहां फ्लाईओवर के साथ अतिरिक्त लेन बननी हैं, वह रेलवे लाइन से ऊपर से गुजरती हैं। इसलिए रेलवे की मंजूरी जरूरी है।
एनएचएआई से कोऑर्डिनेट कर पावरकॉम बिजली की तारों को हटवाए : डीसी ने पावरकॉम को एनएचएआई के साथ कोऑर्डिनेट कर पीएपी आरओबी के साथ बनने वाली लेन के पास से गुजर रही बिजली की तारों को हटवाने के लिए कहा है ताकि काम जल्द शुरू हो सके। डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि फ्लाईओवर के साथ लेन बनने के बाद ट्रैफिक काफी स्मूद हो जाएगा, जिससे शहरवासियों को काफी राहत होगी। एनएचएआई के साथ आने वाले दिनों मे भी इस प्रोजेक्ट को लेकर मीटिंग की जाएगी।
शहर में आने और बाहर जाने वाले ट्रैफिक के लिए बनेगा जंक्शन : एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पीएपी और रामा मंडी चौक में जंक्शन तैयार किया जाएगा, जिसमें शहर में आने और बाहर जाने वाले ट्रैफिक के कारण जाम नहीं लगेगा। इसके साथ ही दोनों चौकों पर ट्रैफिक लाइटें भी जल्द लगाई जाएंगी।
15 महीने के बाद पीएपी फ्लाईओवर को चौड़ा करने का लिया गया फैसला : पीएपी फ्लाईओवर 28 मार्च 2019 को बन गया और उसी दिन शाम के समय हादसे होने के कारण इसकी सर्विस लेन को एक्सीडेंट जोन घोषित कर बंद कर दिया गया। उसके बाद लगातार पीएपी सर्विस लेन को खोलने के लिए जद्दोजहद चलती रही। आखिर में 15 महीने बाद एनएचएआई ने पीएपी आरओबी को 8 लेन की मंजूरी दे दी है।