पंजाब: कई जिलों में जरूरी चीजें मुहैया कराने में प्रशासन नाकाम, अमृतसर में दुकान नहीं खोलने पर गोली चली

सरकार ने होम डिलीवरी का दावा किया है, लेकिन अभी वह व्यवस्था ठीक से शुरू नहीं हो पाई है पंजाब में अब तक कोरोना संक्रमण के 39 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि एक बुजुर्ग की मौत हो चुकी है

चंडीगढ़-जालंधर. कोरोनावायरस के संक्रमण से निपटने के लिए देश में किए गए लॉकडाउन का शनिवार को चौथा दिन है। हालांकि, पंजाब में राज्य सरकार ने पहले से ही पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा रखा है। । पुलिस की सख्ती के बाद अब कर्फ्यू का असर शहरी क्षेत्रों में नजर आ रहा है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सरकार की तरफ से समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर लोगों के घरों तक तमाम जरूरी चीजें पहुंचाने की बात कही जा रही है। लेकिन, हकीकत इसके विपरित है। कुछ इलाकों में लोगों को जरूरत का सामान नहीं मिल पा रहा है। शनिवार सुबह दुकान नहीं खोलने को लेकर कुछ लोगों को दुकानदार से विवाद हो गया। इसके बाद वहां फायरिंग हुई। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के 39 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें नवांशहर में एक बुजुर्ग की मौत हो चुकी है।

अमृतसर: पहले मारपीट की, फिर गोली चलाई

पुलिस के मुताबिक, अमृतसर में मनदीप सिंह नाम का दुकानदार राशन की दुकान नहीं खोल रहा था। गुस्साए 10-12 लोगों ने पहले मारपीट की और फिर गोली चलाई। दुकानदार ने भागकर जान बचाई। हमले में पड़ोसी के जख्मी हो गया। यहां सरकार ने डोर-टू-डोर सप्लाई के दावे किए हैं। हालांकि, वे अभी जमीन पर नहीं उतरते नहीं दिख रहे।

जालंधर में दवा की दुकान के बाहर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा।

 

जालंधर: दवा लेकर खुद पहुंचे ड्रग कंट्रोलर

जालंधर के बस्ती पीरदाद स्थित बाजवा कॉलोनी में तीन महीने की बच्ची की तबीयत बिगड़ गई। बच्ची की मां के फोन करने पर ड्रग कंट्रोल अफसर कमल कंबोज खुद दवाएं लेकर उनके घर पहुंचे। हालांकि, जालंधर जिले में लोगों को बाकी की जरूरी चीजें नहीं मिलने की खबर आ रही है। राज्य में कई जगहों पर दूध, सब्जियों और दवाइयों की सप्लाई ठीक है। कई जगहों पर ज्यादा रेट वसूलने की शिकायतें आई हैं। गुरदासपुर और मोहाली में ज्यादा कीमत वसूलने पर पांच मेडिकल स्टोर संचालकों पर कार्रवाई की गई है।

लोगों का कहां क्या मिल रहा है?

अमृतसर, लुधियाना, रोपड़, मुक्तसर और फिरोजपुर में सिर्फ दवाएं लोगों को मिल पा रही हैं। दूसरी जरूरी चीजें जैसे दूध, फल-सब्जी और राशन नहीं मिलने से लोगों को खासी दिक्कत आ रही है। जालंधर और फरीदकोट में ऐसी कोई सुविधा लोगों तक नहीं पहुंच पा रही।

बाहर के राज्यों में भी फंसे लोग

  • गुरदासपुर सें लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में काम करने गए पंजाबी फंस गए हैं। उत्तर प्रदेश के एटा शहर के पास बन रहे थर्मल प्लांट में 500 से ज्यादा पंजाबी फंस गए हैं।
  • रोपड़ से भरतगढ़ क्षेत्र के करीब 6 ट्रक चालक गुवाहाटी में फंसे हुए हैं। ड्राइवरों के परिवार परेशान हैं।
  • महाराष्ट्र में करीब दो हजार सिख श्रद्धालु फंसे हैं। इसके अलावा सौ ट्रांसपोर्टर पश्चिमी बंगाल के बर्धमान में फंसे होने की खबर है।
  • लुधियाना में कर्फ्यू के दौरान ठे‍के पर बेची शराब, दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज
     

कर्फ्यू के बीच सरकारी आदेश नहीं मानने वाले लोगों पर लगातार आपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस ने हाल ही में तीन आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। थाना दुगरी पुलिस ने पखोवाल रोड पर पड़ते पखोवाल पुल पर पुलिस पार्टी ने गश्त के दौरान देखा कि शराब कारोबारी चरणजीत सिंह चन्नी बजाज ठेके के कारिंदे शटर उठाकर शराब बेच रहे हैं और वहां पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हैं, ऐसे में वहां पर भीड़ इक्ट्ठा हैं और इससे काेरोना वायरस फैल सकता है। इस पर पुलिस ने ठेकेदार के कारिंदे दीपक शर्मा और बंटी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।

इसी तरह पीएयू पुलिस के उपिंदर कुमार को पीएयू गेट नंबर 3 के सामने फड़ी लगाकर तंबाकू और अन्य सामान बेचने के आरोप में नामजद किया है। इसी तरह अश्वनी कुमार हैबोवाल खुर्द के खिलाफ सड़क पर घूमने पर थाना पीएयू में आपराधिक मामला दर्ज किया है। इन सभी को गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया है।

Corona पर कर्फ्यू : नियम तो़ड़ने वाले 3769 लोग राउंडअप व 95 गिरफ्तार; 105 गाड़ियां जब्त

Corona पर कर्फ्यू : नियम तो़ड़ने वाले 3769 लोग राउंडअप व 95 गिरफ्तार; 105 गाड़ियां जब्त

चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू कर्फ्यू को तोड़ने पर शनिवार सुबह आठ बजे तक पुलिस ने कुल 3769 लोगों को राउंअडप और 95 लोगों को धारा 188 के तहत गिरफ्तार कर लिया। जबकि, एक आरोपित के खिलाफ धारा 188 के साथ 185, 279, 270 के तहत केस दर्ज किया गया। अब तक इन सभी धाराओं के तहत प्रोफेसर सहित चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो चुका हैं। वही, पुलिस ने बेवजह घूमने वाले 1614 लोगों की राउंडअप और 105 गाड़ियां जब्त कर ली हैं। पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है।

कर्फ्यू में छूट पर गाड़ी से निकलने वाले जा रहे पैदल

चंडीगढ़ में प्रशासन के आदेशानुसार कर्फ्यू में लोगों को छूट दी गई है। जिसमें एक परिवार से एक व्यक्ति जरुरत की चीजें खरीदने सुबह 10 से शाम छह बजे तक बाहर जा सकता है। लेकिन, वह किसी वाहन नहीं बल्कि पैदल जाएगा। इसके बावजूद गाड़ियों से सामान खरीदने निकले लोगों की गाड़ियां जब्त कर पुलिस उन्हें पैदल घर भेज रही है। पुलिस ने सभी जब्त गाड़ियों को सेक्टर-29 ट्रैफिक लाइन और सेक्टर-23 में खड़ी करवा दी है। वहीं, गिरफ्तार लोगों के लिए सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम और मनीमाजरा स्पोटर्स कांम्लेक्स में वैकल्पिक जेल में बनी है।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मनाही के बावजूद चल रहे ऑटो

शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मनाही के बावजूद ऑटो  चालक गाड़ी निकालने से बाज नही आ रहे है। अभी तक शहर में चलने वाले 45 ऑटो राउंडअप और छह जब्त किए जा चुके हैं। इसके साथ 958 दो पहिया और 504 चार पहिया वाहन राउंडअप किए जा चुके हैं। जबकि , 82 दो पहिया और 22 चार पहिया वाहन जब्त हो चुके हैं।

Curfew in Chandigarh : दिन में आठ घंटे खुलेंगी शहर की दुकानें, भीड़ जुटी तो वापस लिया जाएगा फैसला

चंडीगढ़ में कर्फ्यू के दौरान प्रशासन ने शनिवार सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक सब्जी, फल, दवाइयों और दूध की दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद अभी तक लोग एक-दूसरे से दूरी बनाए रखते हुए बाजारों में खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन कई जगह लोग अपने वाहनों में भी बाजारों में खरीदारी करने के लिए आ रहे हैं, जबकि लोगों को सिर्फ पैदल ही बाजार में जाने की मंजूरी है। कई जगह पुलिस ने ऐसे वाहन जब्त भी कर लिए हैं। प्रशासन के अनुसार अगर लोगों ने इस छूट का गलत फायदा उठाया तो शाम को आदेश वापस ले लिए जाएंगे और रविवार को फिर से दुकानों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए जाएंगे।

प्रशासन के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार लोगों को भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए। अगर बाजारों में लोगों की भीड़ जमा होती है, तो शाम को फिर से बैठक करके दुकानें खोलने का फैसला खारिज कर दिया जाएगा। ऐसे में अब यह पूरी तरह से शहरवासियों पर निर्भर है कि वह भविष्य में दुकाने बंद करवाना चाहते हैं या खुली रखना चाहते हैं। वहीं इस कर्फ्यू के कारण सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हो रही है। इस वजह से सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। लोगों को सिर्फ अकेले ही मार्केट में जाने की मंजूरी है। बुजुर्ग और बच्चों को मार्केट में जाने की मनाही है।

Curfew in Ludhiana: मंडी में आढ़तियों ने खोली दुकानें, उमड़ा ग्राहकों का हुजूम, 21 पर केस

लुधियाना में कर्फ्यू के दौरान पुलिस की सख्ती के बावजूद वीरवार सुबह प्रशासन की मंजूरी के बिना नई सब्जी मंडी के आढ़तियों ने दुकानें खोल दीं। इस पर सब्जी खरीदने के लिए रेहड़ी फड़ी वालों और आम लोगों का हजूम उमड़ पड़ा। कार्रवाई करते हुए थाना बस्ती जोधेवाल पुलिस ने मामले में 21 दुकानदार और आढ़तियों के खिलाफ सरकारी आदेश का उल्लंघन करने और आम लोगों की जिंदगी खतरे में डालने के आरोप में केस दर्ज किया है। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है।

इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में लोगों को देख करोना वायरस का इंफेक्शन बढ़ने के डर से पुलिस व प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। सब्जी मंडी को बंद कराने और लोगों को वहां से बाहर निकालने में पुलिसकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने सख्ती करते हुए दुकानदारों और ग्राहकों को मौके से खदेड़ दिया।

इस संबंध में एएसआई जसवीर सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान गुलशन कुमार, जयराम, ठाकुर, राजू, मोनू ठाकुर, बिट्टू, एचपीटी, मठारू, काका, ओम प्रकाश, प्रदीप कुमार, बॉबी, अनुराग ट्रेडर, एसबीसी, राजू, राजिंदर, सन्नी, हरनाम सिंह तथा नीरज के रूप में हुई है। वीरवार पुलिस को सूचना मिली थी कि कराेना वायरस के चलतेसब्जी मंडी बंद रखने की प्रशासनिक हिदायत के बावजूद आरोपितों ने अपनी दुकानें खोल रखी हैं। उसके अलावा मंडी में फड़ियां लगा कर सरकारी आदेशों की अवेहलना की है। जिसके चलते उन पर केस दर्ज किया गया। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

 

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