जालंधर. गैंगस्टर सुक्खा काहलवां के जीवन पर आधारित फिल्म ‘शूटर’को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बैन करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इसमें उन्होंने कहा कि फिल्म में हिंसा और अपराध को बढ़ावा दिया गया है। फिल्म को 21 फरवरी को रिलीज होनी थी।
18 जनवरी को शूटर फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही प्रदेश में फिल्म को बैन करने की मांग उठ रही थी। बैन की मांग कर रहे लोगों का कहना था कि फिल्म गैंगस्टर कल्चर को प्रोमोट करती है और हिंसा को बढ़ावा देती है। साथ ही यह फिल्म पंजाब का माहौल खराब कर सकती है। जेल में बंद लुधियाना के गैंगस्टर राजीव राजा ने भी कोर्ट में पेशी के दौरान इस फिल्म का विरोध किया था। उसका कहना है कि गैंगस्टर को हीरो के रूप में दिखाए जाने से युवाओं पर गलत असर पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को निर्देश दिया है कि वह यह संभावना देखें कि ‘फिल्म के प्रोड्यूसर केवी ढिल्लो के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा सकती है। मुख्यमंत्री के प्रवक्ता के अनुसार, कैप्टन अमरिंदर ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी सरकार राज्य में अपराध, हिंसा और गैंगस्टर या अपराध को बढ़ावा देने वाली किसी भी फिल्म, गाने आदि की अनुमति नहीं देगी।’
डीजीपी ने कहा- बैठक में हुई थी चर्चा
डीजीपी ने यह भी बताया कि पंजाब में इस विवादास्पद फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के मामले पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक में चर्चा हुई थी। इसके साथ ही एडीजीपी इंटेलिजेंस वरिंदर कुमार के एक प्रस्ताव के साथ, फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई थी।
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh has ordered a ban on the movie `Shooter’, which is based on the life and crimes of gangster Sukha Kahlwan and "promotes violence, heinous crimes, extortion, threats and criminal intimidation". pic.twitter.com/jf8NIOg6ce
— ANI (@ANI) February 9, 2020
2015 में हुई थी सुक्खा की हत्या
दोनों हाथों से एक साथ फयरिंग में माहिर गैंगस्टर काहलवां हत्या, अपहरण और हफ्ता वसूली के 20 से अधिक मामलों में संलिप्त था। तीन राज्यों में उसके खिलाफ केस दर्ज थे। वह शार्पशूटर के नाम से जाना जाता था। काहलवां की एक और गिरोह के सरगना विक्की गौंडर और उसके साथियों ने 22 जनवरी 2015 को गोली मारकर हत्या की थी। वारदात को उस समय अंजाम दिया गया जब कहलवां को जालंधर की अदालत में सुनवाई के बाद पटियाला की नाभा जेल ले जाया जा रहा था।
रिश्तेदारों ने लगाया था साजिश करके मरवाने का आरोप
इसके बाद सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया के दौरान पहुंचे सुक्खा काहलवां की मामी अमरजीत कौर व रिश्तेदार शिंगारा सिंह ने कहा था, ‘उनके बेटे को साजिश करके मरवाया गया है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। उनका यह भी कहना था कि सुक्खा बार-बार कहता था कि उसे जान का खतरा है और पुलिस ने उसकी सुरक्षा कम की है।