जालंधर/चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने कर्फ्यू के पहले दिन मंगलवार को कुछ जिलों में दो घंटे की ढील देने का ऐलान किया था। मोहाली प्रशासन ने कर्फ्यू में कुछ घंटे ढील देने की तैयारी कर ली है, लेकिन यह ढील पूरे शहर में एक साथ नहीं दी जाएगी। सेक्टर वाइज कर्फ्यू में सामान खरीदने और जरूरी चीजों के लिए ढील दी जाएगी। किस सेक्टर में किस समय ढील रहेगी, इसकी जानकारी डीसी ऑफिस द्वारा जारी की जाएगी। इससे पहले कर्फ्यू में एक साथ ढील देने का फैसला लिया गया था, लेकिन लोगों की भीड़ पूरे शहर में एक साथ न उमड़े, इसलिए अब एक सेक्टर के बाद दूसरे में ढील देने का फैसला लिया गया है। वहीं दूसरी ओर मोहाली में कर्फ्यू में ढील दिए जाने के फैसले को वापस ले लिया गया है।
प्रशासक के सलाहकार मनोज कुमार परीदा ने एक वीडियो संदेश जारी कर चंडीगढ़ के लोगों से संयम बरतते हुए घर में रहने का आग्रह किया है। परीदा ने कहा कि उन्हें मालूम है कि कर्फ्यू के दौरान लोगों को काफी परेशानी हुई। कई जगह दूध और सब्जी की सप्लाई नहीं हुई है, लेकिन नगर निगम कमिश्नर केके यादव इन सब चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में जुटे हुए हैं। उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि घरों में बहुत सारे बुजुर्ग अकेले हैं। उनका ध्यान रखने वाले भी उन तक नहीं पहुंच पाए। आरडब्ल्यूए, एनजीओ और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों की मदद से उनको जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वह घरों में रहते हुए संयम बनाए रखें। उन तक सभी जरूरी सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। लेबर क्लास कंस्ट्रक्शन वर्कर को रेड क्रॉस निशुल्क भोजन वितरित कर रही है। जिन लोगों के पास खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है, उन्हें भी 10 रुपये में यह खाना दिया जाएगा।
मोहाली में कर्फ्यू में दी जाने वाली छूट वापस ली गई
मोहाली के जिलाधीश गिरीश दयालन ने एक बयान जारी कर अगले आदेश तक मोहाली में कर्फ्यू में दी जाने वाली घोषित छूट को वापस ले लिया है। उन्होंने बताया कि साथ लगते क्षेत्र की तरह घर-घर जरूरी सामान की व्यवस्था पर विचार चल रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि नए आदेश तक घरों में ही रहें।
पंजाब में अब तक कोरोना संक्रमण के 27 मामले आ चुके हैं। पहले सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश को लॉकडाउन किया था। हालांकि, जब लोगों ने पालन नहीं किया तो फिर सोमवार को पूरे राज्य में सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया। कर्फ्यू लगने के बाद मंगलवार को लाेग अपने घरों में ही रहे। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को जनता कर्फ्यू की सफलता के बाद सोमवार को लॉकडाउन फेल हो गया था।
पंजाब में कोरोनावायरस के कारण बीते दिनों एक की मौत हो चुकी है, वहीं 27 मामले अभी भी पॉजिटिव हैं। मंगलवार को जालंधर में 3 लोगों की तो मोहाली में 80 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।चंडीगढ़ में भी 42 संदिग्ध लोगों में से 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। मंगलवार को एक बच्चे समेत पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सोमवार को सूबे में कोरोना के 3 नए मरीज पॉजिटिव मिले।
कोरोना से मरने वाले बुजुर्ग के पोते की रिपोर्ट पॉजिटिव
नवांशहर में कोरोना से मरने वाले बुजुर्ग के पोते की रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई है, वहीं मृतक के संपर्क में रहने के चलते आइसोलेट कराए गए जालंधर के भी 3 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा मोहाली में 80 साल की एक महिला को भी कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद अभी तक पंजाब में इस खतरनाक बीमारी से बीते दिनों एक की मौत हो चुकी है, वहीं 27 मामले अभी भी पॉजिटिव हैं। मंगलवार को जालंधर में 3 लोगों की तो मोहाली में 80 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चंडीगढ़ में भी 42 संदिग्ध लोगों में से 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।
सबसे ज्यादा संक्रमित नवांशहर में
सूबे में नवांशहर में 15, मोहाली में 6, होशियारपुर में 3, जालंधर में 3 व अमृतसर में 1 केस सामने आ चुका है। मौजूदा स्थिति यह है कि सबसे ज्यादा नवांशहर में 15 पॉजिटिव केस हैं, इनमें मंगलवार को मृतक बुजुर्ग के पोते की भी रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है,वहीं दूसरे नंबर पर मोहाली में 6 केस पॉजिटिव हैं।
सरकार की चिंता बढ़ी
पंजाब में कोरोनावायरस का खतरा और बढ़ सकता है, क्योंकि मार्च में ही 90 हजार से ज्यादा एनआरआई आने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि ज्यादातर ने स्क्रीनिंग नहीं करवाई है। कोरोना प्रभावित देशों से भारत लौटे 1331 एनआरआई लोगों की लिस्ट में 80% से ज्यादा पंजाब से संबंधित हैं। कैप्टन सरकार ने आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड के लिए केंद्र से 150 करोड़ की मदद मांगी है। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को एक पत्र भी लिखा है।
20 करोड़ मंजूर
कैप्टन ने जरूरतमंदों को खाने, रहने और दवाएं मुहैया करवाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। पंजाब के सभी मंत्री, विधायक और शिअद नेता भी अपना एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे।