पंजाब / अमृतसर में नगर निगम के कोरोना संक्रमित पूर्व अधिकारी ने तोड़ा दम, राज्य में संक्रमण के कुल 75 मामलों में अब तक 8 लोग जान गंवा चुके

बीते 24 घंटे लुधियाना, पठानकोट व अमृतसर में तीन लोगों की मौत, कर्फ्यू में घरों में ही कैद हैं लोग संक्रमण से जंग जीतने की राह में कई चुनौतियां हैं, पर सबसे बड़ा खतरा तब्लीगी जमात बनकर उभरी

जालंधर. पंजाब में कोविड-19 के संक्रमण के खौफ से निपटने के लिए सोमवार को कर्फ्यू 15वें दिन में पहुंच गया। लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं। जो नहीं मानता, उस पर सख्ती बरती जा रही है, बावजूद इसके संक्रमण का खौफ बढ़ता ही जा रहा है। बीते 24 घंटे लुधियाना, पठानकोट व अमृतसर में तीन लोगों की मौत के साथ अब राज्य में कुल 8 लोगों की जान संक्रमण के कारण जा चुकी है। इसके साथ ही राज्य में सोमवार को चार और मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल संक्रमण के कु5मामले भी 75 हो गए हैं। वैसे तो संक्रमण से जंग जीतने की राह में कई चुनौतियां हैं, पर सबसे बड़ा खतरा तब्लीगी जमात बनकर उभर रही है। कहां कैसे हैं हालात…

  • तब्लीगी जमात से फतेहगढ़ साहिब पहुंचे 32 लोगों में से दो महिलाओं को सोमवार सुबह कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। औरंगाबाद की रहने वाली दोनों महिलाओं को खमाणो में आइसोलेशन में रखा गया था। इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है।
  • बीते दिन मोहाली से सामने आए तब्लीगी जमात के कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के बेटे को भी साेमवार को संक्रमण की पुष्टि हुई है, वहीं लुधियाना में आज एक और पॉजिटिव मामला सामने आया है।
  • बरनाला और कपूरथला में पहले पॉजिटिव केस आए हैं, जिनमें से कपूरथला में पॉजिटिव आया व्यक्ति भी जमाती है। रोपड़ में भी दो केस पॉजिटिव आने के बाद संक्रमितों की संख्या तीन हो गई है।
  • इससे पहले रविवार को संक्रमण के चार केस सामने आए थे, जिनमें अमृतसर के पूर्व रागी निर्मल सिंह खालसा की बेटी भी शामिल है।
  • अब तक संक्रमण के जिलेवार आंकड़ों में सबसे ज्यादा स्थिति नवांशहर की है, जहां मृतक पाठी के 10 परिजनों-रिश्तेदारों व परिचितों को मिलाकर कुल 19 लोग संक्रमित हुए थे।
  • दूसरे नंबर पर मोहाली में 16 मामले पॉजिटिव हैं तो अमृतसर में 8 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसी तरह होशियारपुर में 7, जालंधर में 6 लुधियाना में 5 मामले संक्रमण के सामने आए हैं।
  • इसके अलावा रोपड़ और मानसा में 3-3, फतेहगढ़ साहिब में 2 मामले सामने आए हैं, वहीं पटियाला, फरीदकोट, बरनाला और कपूरथला में एक-एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित हैं।

अब तक हुई आठ मौतों का ब्यौरा

  • सोमवार सुबह अमृतसर में नगर निगम के पूर्व एडिशनल कमिश्‍नर की मौत भी कोरोना संक्रमण के चलते हो गई। हालांकि 29 मार्च को खांसी-जुकाम की शिकायत के बीच उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने पर 2 अप्रैल को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 65 वर्षीय इस शख्स ने दम तोड़ दिया।
  • यह राज्य में आठवीं मौत है। थोड़ा विस्तार से बात करें तो सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था।
  • उसके संपर्क में आने के चलते 29 मार्च को होशियारपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अमृतसर में भर्ती था।
  • 30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी। 31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
  • 3 अप्रैल को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह का भी निधन हो गया। हालांकि 20 मार्च को निर्मल सिंह की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने के बाद फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। 1 अप्रैल को शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो 2 अप्रैल की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
  • रविवार 5 अप्रैल को लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती 69 साल की महिला ने दम तोड़ दिया, जो 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराई गई थी और 2 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
  • अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती पठानकोट जिले के सुजानपुर की 75 वर्षीय महिला की भी रविवार को ही मौत हो गई। महिला को 1 अप्रैल को पठानकोट से अमृतसर रेफर किया गया था। चार अप्रैल को उसे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
  • यह जिले का पहला पॉजिटिव केस था, वहीं महिला के 12 परिजनों को चिंतपूर्णी मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट किया गया है तो सुजानपुर कस्बे को भी सील कर दिया गया है।

ये हैं चार बड़ी चुनौतियां

  • कोरोना के खौफ के बीच राज्य के स्वास्थ्य विभाग के लिए मार्च महीने में पंजाब आए 90 हजार से ज्यादा एनआरआई बड़ी चुनौती हैं। इसी के साथ हाल ही में हुए खुलासे के मुताबिक दिल्ली के निजामुदीन में आयोजित मुस्लिम समुदाय के मरकज (धर्म प्रचारकों का सम्मेलन) में शामिल होने के बाद देशभर में फैले लोग भी दूसरी बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं।
  • दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात भी इन दिनों पूरे देश में चर्चा और चिंता का विषय है। राज्य में अब तक 6 तब्लीगियों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, वहीं बड़ी चिंता का कारण है कि पंजाब से कितने लोग मरकज गए, कब लौटे, कहां से कितने लोगों को भेजा गया और अब कहां हैं, इस बारे में कोई भी कुछ नहीं बोल रहा।
  • तीसरी बड़ी चुनौती दम तोड़ चुके पठालावा का बुजुर्ग पाठी, रागी निर्मल सिंह और फिलहाल लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती शहर के स्टील कारोबारी की 55 वर्षीय पत्नी है, जो स्पेन से आने के बाद कई धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुई। साथ ही उसके बुटीक पर न जाने कितनी महिलाएं उसके संपर्क में आई होंगी।
  • इतना ही नहीं, राज्य में अलग-अलग जगहों से मेडिकल स्टाफ के लिए पूरे प्रबंध नहीं होने की भी शिकायतें सामने आ रही हैं। बीते दिनों अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में लोकल प्रबंधन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगे थे, वहीं सोमवार को बठिंडा में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

कोरोना वायरस को लेकर पंजाब में कर्फ्यू लगे 15 दिन हो गए हैं। इसके बीच कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन से आए तब्लीगी जमातियाें ने पंजाब सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। सरकार जमात से जुड़े लोगों की संख्या का सही आंकड़ा नहीं जुटा पा रही है। वैसे अ‍ब तक अनुमान के अनुसार पंजाब मेें 432 तब्‍लीगी जमाती आए और इनमें से 422 जमातियों का पता लगा लिया गया है।

जांच में 117 निगेटिव, अभी 227 की रिपोर्ट का इंतजार, बड़ी संख्या में क्वारंटाइन

तब्लीगी जमात का मामला जब सामने आया तो सरकार ने दावा का किया कि पंजाब में नौ लोग ही इसमें शामिल हुए थे। इसके बाद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पंजाब से 900 लोग शामिल हुए थे। रविवार को पंजाब पुलिस ने यह आंकड़ा 432 बताया। इसमें इसमें से 422 की पहचान कर ली गई है। दस लोग अभी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।

तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की सही जानकारी नहीं जुटा पा रही सरकार

जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 350 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इसमें से छह पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 117 केस निगेटिव हैं। लोगों की टेस्ट रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। इन्हें लेकर पंजाब सरकार चिंतित है, क्योंकि देश में तब्लीगी जमात के लोगों में तेजी से पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। कई लोगों को मस्जिदों में ही क्वारंटाइन किया गया है।

यह है पंजाब की स्थिति

पंजाब से शामिल हुए कुल तब्‍लीगी जमाती -432

पहचान हुई- 422

सैंपल लिए- 350

पॉजिटिव- 6

निगेटिव- 117

रिपोर्ट का इंतजार 227

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प्रदेश में 35,000 ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोग और उनके परिवार होम क्वारंटाइन

कोरोना के बढ़ते खतरे के चलते रा’य में इस समय विदेशों में यात्रा करने वाले 35000 लोग व उनके परिजन होम क्वारंटाइन हैं।  सरकार की परेशानी यह भी है कि प्रदेश में होम क्वारंटाइन किए गए ट्रैवल हिस्ट्री वाले 35,000 लोगों व उनके परिवार वाले में से बड़ी संख्या में लोग 14 दिन की समय-सीमा को पार कर लिया है। अब एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें 14 दिन तक खुद को पुन: अलग रखने के लिए कहा है।

नवांशहर में भर्ती कोरोना के 18 में से आठ मरीजों की रिपोर्ट आई निगेटिव

बता दें कि कोरोना वायरस का सर्कल 14 दिन का माना जाता है,  लेकिन वर्तमान स्थिति में स्वास्थ्य विभाग कोई भी रिस्क लेने की स्थिति में नहीं है। इसलिए होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों को  14 दिन और एहतियात रखने के कहा जा रहा है।  उधर, जर्मन से इटली होते हुए लौटे पठलावा के बुजुर्ग पाठी की कोरोना से मौत के बाद नवांशहर पंजाब में चर्चा का केंद्र बन गया था। जिले के 18 लोग कोरोना वायरस से पीडि़त पाए गए थे। इन सभी का उपचार सिविल अस्पताल नवांशहर में चल रहा है।

सिविल अस्पताल से लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 18 मरीजों में से आठ ठीक हो गए हैं। इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। डीसी विनय बबलानी ने बताया कि पाठी के परिवार से उनकी तीन पोतियों और दो साल के पोते की पहली बार रिपोर्ट निगेटिव आई है। पाठी के बेटे की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। इसके अलावा पाठी के साथ विदेश से लौटे साथी और पठलावा गांव के सरपंच की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। सिविल सर्जन डॉक्टर रजिंदर भाटिया का कहना है 24 घंटे के अंदर आठों के दोबारा सैंपल लिए जाएंगे। अगर फिर से रिपोर्ट निगेटिव आई तो उन्हें शत प्रतिशत ठीक माना जाएगा।

फरीदकोट में एसबीआइ की शाखा सील, 14 कर्मचारी होम क्वारंटाइन

फरीदकोट में मनी एक्सचेंजर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद एसबीआइ के मेन ब्रांच के 14 कर्मचारियों को होम क्वांरटाइन कर दिया गया है। प्रशासन ने बैंक को सैनिटाइज करके सील कर दिया है। मनी एक्सचेंजर ब्रांच में कई बार आया था। बैंक के मैनेजर हितेश अरोड़ा ने बताया कि कोरोना संक्रमित मनी एक्सचेंजर का खाता हमारे बैंक में था। वह और उसका एक रिश्तेदार भी हमारे बैंक में आता-जाता रहता था, जिसकी वजह से सभी कर्मचारियों को अपने ही घरों में क्वारंटाइन कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि अपने ग्राहकों को कोई भी मुश्किल नहीं आने देंगे। हमारी और भी स्थानीय शाखाएं हैं। हम उन स्थानों से अपना काम चलाएंगे। इसके इलावा हमने डिप्टी कमिश्नर कुमार सौरभ राज के साथ मिलकर एक ऐप भी चलाया है, जोकि पंजाब में सबसे पहले लांच किया गया है। इस ऐप से हम अपने ग्राहकों को घर बैठे 10 हजार रुपये देने की सुविधा देंगे। इसमें पोस्ट आफिस कर कर्मचारियों की सेवाएं ली जा रही है। यह सुविधा इसी सोमवार से शुरू हो रही है।

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