पंजाब में डाक्टरों की लूट / ओपीडी फीस : 400 से बढ़ाकर 800 कर दी, 500 रुपए वाली इमरजेंसी के लिए 2000 तक मांगने लगे

सीएम के सख्त रवैये के बाद प्राइवेट में ओपीडी खुलने लगी पर कुछ अस्पतालों का हाल देखिए लॉकडाउन का फायदा उठाकर मरीजों से मनमाना पैसा वसूल रहे प्राइवेट अस्पताल

 

जालंधर. (Bhaskar.com) कोरोनावायरस के मरीजों का इलाज करने में जहां सिविल अस्पताल के डॉक्टरों समेत 250 से अधिक कर्मचारी दिन-रात एक किए हुए हैं वहीं, कुछ प्राइवेट अस्पताल ऐसे भी हैं, जिनका महामारी के दौरान भी दोगुनी कमाई करने पर फाेकस है।
ओपीडी बंद करने वाले प्राइवेट अस्पतालाें काे बंद करने संबंधी सीएम की चेतावनी के बाद शहर के निजी अस्पतालों ने ओपीडी खाेली पर डाॅक्टराें की फीस और चार्जेज दाेगुने कर दिए। साेमवार काे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पंजाब प्रधान डॉ. नवजोत सिंह दहिया ने भी ओपीडी खाेलने के निर्देश दिए। गुरु नानक मिशन चौक से डॉ. बीआर अंबेडकर चौक के बीच स्थित अस्पताल में उपलब्ध सभी सेवाओं के रेट में 20 फीसदी इजाफा किया गया है। शहर के कुछ अस्पतालों के स्टाफ ने मरीज को खांसी करते देखा तो बोले, जल्दी सिविल ले जाओ, और एक डॉक्टर तो अपने स्टाफ पर भड़क कर बोला, खांसी-बुखार का मरीज को मेरे पास क्यों भेजा। वहीं, सोमवार को थाना-2 में शहर के मशहूर स्कैनिंग सेंटर के खिलाफ अधिक पैसे मांगने के आरोप में दो मरीजों के परिजनों ने शिकायत की है। परिजनों का कहना है कि जिस स्कैन के कर्फ्यू से पहले 1 हजार रुपए लिए जाते थे, उसके अब 1500 मांगे जा रहे हैं। थाना-2 की पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में कार्रवाई कर रहे हैं।

एक स्कैनिंग सेंटर के खिलाफ थाना-2 में शिकायत करने पहुंच गए पीड़ित

स्कैनिंग सेंटर वाले भी मरीजाें से मनमानी वसूली कर रहे हैं। थाना-2 में दी गई शिकायत में महिला और उसके परिजनाें ने कहा कि वह अस्पताल के डॉक्टर के कहने पर स्कैन करवाने गए थे। वहां 1 हजार की बजाय 1500 जमा करवाने के लिए कहा। जब स्टाफ से अधिक पैसे लेने के बारे में पूछा तो बोले कि एक अप्रैल से रेट बढ़ गए हैं। नोटिफिकेशन मांगी तो बोले, कर्फ्यू की इमरजेंसी में आपको 500 रुपए अधिक देने होंगे।

आईएमए ने अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर भी बनवाए : डॉ. दहिया
आईएमए के पंजाब प्रधान डॉ. नवजोत दहिया ने बताया कि निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को हिदायत जारी की गई है कि सोशल डिस्टेंसिंग और फ्लू कॉर्नर बना खांसी, बुखार के मरीज देखें। मरीजों को फोन पर ई-कंसल्टेंशन के लिए भी कहा है। कर्फ्यू के दौरान किसी भी डॉक्टर को अस्पताल की ओपीडी और अपने क्लीनिक बंद करने के लिए नहीं कहा गया है।

भास्कर इन्वेस्टिगेशन

अस्पताल-1 : इमरजेंसी फीस 2 हजार, बाकी सुविधा पर भी 20 फीसदी ज्यादा बिल
महावीर मार्ग रोड पर हार्ट के अस्पताल का स्टाफ पहले ओपीडी बंद होने की बात कह रहा है। डॉक्टर की अपॉइंटमेंट मांगने पर बोले, कोरोनावयरस के कारण ओपीडी बंद है। अस्पताल में मरीज के परिजनों ने बताया कि 4 दिन से इलाज करवा रहे हैं। बिल में इमरजेंसी फीस के चार्जेस 2 हजार और डॉक्टरी विजिट के अलावा दवाइयों के रेट में भी 20 फीसदी ज्यादा हैं।

अस्पताल-2 : डॉक्टर साहब का कोई टाइम नहीं, मर्जी से आते हैं अस्पताल
पटेल चौक के पास स्थित चेस्ट स्पेशलिस्ट अस्पताल में भास्कर रिपोर्टर मरीज बन पहुंचा ताे गेट पर खड़े स्टाफ ने पूछा, ‘हांजी दस्सो’। चेकअप की बात कही तो स्टाफ बोला, डॉक्टर साहब कम ही आ रहे हैं। आप बीमारी बताओ। रिपोर्टर ने बताया दो दिन से खांसी है। इसके बाद रिसेप्शन पर पर बात कर कहा, कल आना। डॉक्टर इमरजेंसी में देख लेंगे। ओपीडी बंद है और डॉक्टर साहब अपनी मर्जी से अस्पताल आते हैं।

अस्पताल-3 : पठानकोट चौक स्थित दो बड़े अस्पतालों ने ओपीडी, इमरजेंसी फीस बढ़ाई
शहर में इस समय 70 फीसदी अस्पतालों ने सोमवार से अपनी ओपीडी चालू कर दी। लेकिन दूसरी तरफ पठानकोट चौक स्थित दो बड़े अस्पतालों ने अपनी ओपीडी फीस डबल कर दी है। भास्कर संवाददाता ने दोनों अस्पतालों में जाकर चेक किया तो रिसेप्शन पर स्टाफ ने ओपीडी फीस 800 और इमरजेंसी फीस 1500 से 2000 बताई। इन अस्पतालों में आम दिनों में इमरजेंसी फीस 800 रुपए है और ओपीडी की फीस 400 रुपए है।

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