जालंधर (पंजाब). पंजाब में एक दिन के जनता कर्फ्यू और पिछले 12 दिन से जारी कर्फ्यू के बावजूद कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। बीते 15 दिन में श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी निर्मल सिंह समेत राज्य में जहां संक्रमण से 5 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं शुक्रवार को फिर एक ही दिन में 6 और लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है। आज अमृतसर में 3, मोहाली में 2 तो लुधियाना में एक नया मामला सामने आया और इसी के साथ सूबे में संक्रमण के कुल मामलों की कुल संख्या 53 हो गई है। मोहाली के ये दोनों लोग दिल्ली की मरकज में शामिल हुए तबलिगी जमात से बताए जा रहे हैं। कहां कैसी है स्थिति…
- स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक शुक्रवार शाम तक राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल 51 मामले सामने आए हैं।
- हालांकि अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में उपचार के बाद होशियारपुर का एक युवक ठीक हो चुका है। दूसरी ओर बावजूद इसके राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 45 लोग अभी भी उपचाराधीन हैं।
- मौजूदा स्थिति में शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) जिले में सबसे ज्यादा 19 लोग संक्रमित हैं, दूसरे नंबर पर साहिबजादा अजीत सिंह नगर (मोहाली) में 12 मामले पॉजिटिव आए हैं।
- इसके अलावा होशियारपुर में 7, जालंधर में 5, अमृतसर में 5, लुधियाना में 4 तो पटियाला में 1 व्यक्ति को अभी तक संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये सभी उपचाराधीन हैं, वहीं इनके पहचान लिए गए तमाम परिचित भी आइसोलेटिड हैं।
- दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार तक कुल 1585 लोगों को कोरोना के लक्षणों के चलते चेक किया जा चुका है। इनमें से 1381 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है तो बाकी 151 की रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
कहां कब हुई मौत
- सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था। उसके संपर्क में आने के चलते 29 मार्च को होशियारपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अमृतसर में भर्ती था। इतना ही नहीं, पाठी के अपने जिले नवांशहर के अलावा होशियारपुर और जालंधर में उसके संपर्क में आने के चलते संक्रमित हुए 24 और लोग उपचाराधीन हैं।
- 30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी तो 31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
- इसके बाद 3 अप्रैल को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह का भी निधन हो गया। हालांकि 20 मार्च को निर्मल सिंह की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने के बाद फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। 1 अप्रैल को शाम को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो 2 अप्रैल की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
ये हैं सबसे बड़ी चुनौतियां
कोरोना के खौफ के बीच राज्य के स्वास्थ्य विभाग के लिए मार्च महीने में पंजाब आए 90 हजार से ज्यादा एनआरआई बड़ी चुनौती हैं। इसी के साथ हाल ही में हुए खुलासे के मुताबिक दिल्ली के निजामुदीन में आयोजित मुस्लिम समुदाय के मरकज (धर्म प्रचारकाें का सम्मेलन) में शामिल होने के बाद देशभर में फैले लोग भी दूसरी बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि अलग-अलग समय पर पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन गए थे और वापस लौटे थे। इस तरह 12 जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। उनको ढूंढने के अलावा दूसरे राज्यों के व्यक्तियों को भी ढूंढा जा रहा है जो तबलीगी जमात के काम के लिए पंजाब आए हैं। स्वास्थ्य विभाग को भी बता दिया गया है और उनको ढूंढने की कोशिशें जारी हैं।
तीसरी बड़ी चुनौती दम तोड़ चुके पठालावा का बुजुर्ग पाठी, रागी निर्मल सिंह और फिलहाल लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती शहर के स्टील कारोबारी की 55 वर्षीय पत्नी है, जो स्पेन से आने के बाद कई धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुई। साथ ही उसके बुटीक पर न जाने कितनी महिलाएं उसके संपर्क में आई होंगी।
पंजाब में लॉकडाउन का आज दसवां दिन है। सख्ती की वजह से लोग इसका पालन कर रहे हैं। प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं जरूरी चीजें उन तक पहुंचाने में लगी हैं। हालांकि, कई शहरों में अब जरूरी सामान की किल्लत शुरू हो गई है। सप्लाई चेन प्रभावित होने के चलते और प्रशासन की कोशिशों के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो रही है। उधर, लोगों को जरूरतमंद चीजें मुहैया कराने के लिए कई संस्थाएं और प्रशासन लगातर काम कर रहा है। इस बीच, पंजाब में संक्रमितों की संख्या 51 पहुंच गई है। वहीं, पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि 14 अप्रैल के आगे राज्य में कर्फ्यू बढ़ाने का निर्णय राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगा।
लुधियाना में कोरोना वायरस से बचने के लिए प्रशासन की ओर से लगाए गए कर्फ्यू के दौरान किसी को भी दुकान खोल भीड़ जुटाने की परमिशन नहीं है। बावजूद उसके कुछ लोग पुलिस व प्रशासन के निर्देशों को मानने के लिए तैयार ही नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान पुलिस ने दो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है, जो लोग सब्जी व कपड़े की दुकानें खोल करके ग्राहकों को सामान बेचने में जुटे हुए थे। उस दौरान न तो सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा गया था और न ही एहतियात के तौर पर मास्क व दस्ताने पहने गए थे।
थाना दरेसी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुरु नानक नगर इलाके में दबिश देकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपित अपने घर के अंदर बनी दुकान में लोगों को सब्जियां बेच रहा था। उसके घर में सब्जी खरीदने वाले लोगों की भीड़ जमा थी। एएसआइ अमरीक सिंह ने बताया कि आरोपित की पहचान गुरु नानक नगर गली नंबर 9 निवासी दीपक कुमार के रूप में हुई।
उधर, थाना हैबोवाल पुलिस ने हैबोवाल कलां के भूरी वाला गुरुद्वारा के पास दबिश देकर गारमेंट की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। एएसआइ सुरेश कुमार ने बताया कि आरोपित की पहचान हैबोवाल के विजय नगर निवासी संजय कुमार के रूप में हुई है। वीरवार शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपित की राम गारमेंट के नाम से दुकान है, जो इस समय खुली हुई है। जिसमें ग्राहकों की भीड़ जमा है। भीड़ के कारण कोरोनावायरस की बीमारी फैल सकती है। सूचना के आधार पर मौके पर दबिश देकर के आरोपित को गिरफ्तार किया गया।
पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन मरकज में गए थे: डीजीपी
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि अलग-अलग समय पर पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन मरकज में गए थे और वापस लौटे। इस तरह 12 जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। उनको ढूंढने के अलावा दूसरे राज्यों के व्यक्तियों को भी ढूंढा जा रहा है जो तबलीगी जमात के काम के लिए पंजाब आए हैं। स्वास्थ्य विभाग को भी बता दिया गया है और उनको ढूंढने की कोशिशें जारी हैं। अब तक कोरोना प्रभावित ऐसा कोई केस सामने नहीं आया। राज्य में कई जगह कर्फ्यू को कामयाब बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने ड्रोन से निगरानी का क्रम शुरू कर दिया है। जालंधर शहर में भी ड्रोन से निगरानी की गई।
पंजाब में 3 से 4 हज़ार NRI सरकार की पहुंच से बाहर हैं। इनको खोजने के लिए अब सरकार ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। नवंबर के बाद पंजाब में 56 हज़ार से अधिक NRI आए थे, जिनमें से 3 से 4 हज़ार को छोड़कर सरकार ने सभी की पहचान कर ली है। जो नहीं मिल रहे हैैं वे दर्ज पते पर मौजूद नहीं हैं। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी होम सतीश चंद्र ने चेतावनी भी दी थी कि ऐसे लोगों के पासपोर्ट रद किए जा सकते हैं।
काफी लोगों ने सरकार की इस चेतावनी के बाद अपनी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में सरकार को बता दिया है, लेकिन अब भी तीन से चार हजार ट्रेस नहीं हो पाए हैं। राज्य सरकार के नोडल अधिकारी राहुल तिवारी ने कहा कि बहुत से पते गलत हैैं। वैसे इन लोगों को पंजाब में आए काफी समय हो जाने से खतरा काफी कम हो गया है। फिर भी सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। उन्होंने शुक्रवार को इस मामले को लेकर संबंधित अधिकारियों की एक मीटिंग बुलाई है। इसमें अपनी ट्रैवल हिस्ट्री न बताने वालों के खिलाफ क्या-क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, इसके बारे में चर्चा की जाएगी।
लुधियाना में अब तक संक्रमण के 4 मामले, चारों महिलाएं
लुधियाना में अब तक कुल चार महिलाओं को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से एक महिला की मौत भी हो गई है। महिला अमरपुरा इलाके में रहती थी। उस इलाके को सील कर दिया गया है। प्रशासन की तरफ से पलायन कर रहे श्रमिकों के लिए जिले के विभिन्न हिस्सों में 50 शेल्टर होम बनाए गए हैं। यहां उनके खाने-पीने, रहने के अलावा मेडिकल सुविधा की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा कस्बा खन्ना की सब्जी मंडी को दो रोस्टरों में बांट दिया है। एक दिन सब्जी बिकेगी तो दूसरे दिन फलों की बिक्री होगी।
राशन वितरण पर उठ रहे हैं सवाल
- पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा ने प्रदेश में हो रहे राशन वितरण पर सवाल उठाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की तरफ से दिया जा रहा राशन सिर्फ कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े लोगों को ही दिया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि कैप्टन राशन का बंटवारा बूथ लेवल अफसर से ही करवाने की व्यवस्था करवाएं।
- अमृतसर में जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक लखविदर सिंह ने अधिकारियों को राशन इकट्ठा करने की कहा है। इसमें उन्होंने कहा कि लोगों के लिए आटा, दाल, चीनी व अन्य जरूरत के सामान का इंतजाम किया जाए।
दिल्ली के मरकज में शामिल लोगों ने भी बढ़ाई दिक्कत
- लॉकडाउन के बीच बीते दिनों दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए लोगों ने भी पंजाब सरकार की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। मुक्तसर में 14, जालंधर में 18 लोगों का पता लगने के बाद इन्हें मस्जिदों में क्वारैंटाइन किया गया है। साथ ही गुरुवार रात पटियाला जिले के कस्बा नाभा में भी एक मस्जिद में उत्तरप्रदेश के फैजाबाद जिले के 18 लोगों को मस्जिद में क्वारैंटाइन किया गया है।
- लुधियाना के डीसी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि बताया कि 17 व्यक्तियों के जानकारी मिली है। प्रशासन ने इनमें से आठ लोगों के सैंपल लिए हैं। बाकी की तलाश की जा रही है।
फिरोजपुर: रेलवे ने कोच में बनाए आइसोलेशन वार्ड
कोरोना की महामारी से निपटने के लिए रेलवे ने भी तेजी से तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर रही है। हर कैबिन में नीचे की बर्थ की दो सीटें मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी, यानि हर कोच में 8 केबिन के हिसाब से कुल 16 मरीजों को रखा जा सकेगा। फिरोजपुर डिविजन के अधिकारियों ने बताया कि टॉयलेट के नजदीक एक केबिन को स्वास्थ्य विभाग के इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया है। ऊपर की बर्थ पर मरीजों का सामान रखने के लिए उपलब्ध रहेंगी। वहीं, बीच की बर्थ को हटा दिया गया है।
पीएम ने दिए डॉक्टरों के लिए मास्क व दस्ताने बनाने के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग में पंजाब के डॉक्टरों के लिए मास्क, दस्ताने आदि बनाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की गई वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शामिल नहीं हो सके। वह कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में व्यस्त थे। पंजाब की ओर से मुख्य सचिव करण अवतार सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिव को कहा कि कोरोना से पीडि़त सामान्य मरीजों के लिए आयुष के डॉक्टरों की सेवाएं भी ली जानी चाहिए। ऐसे डॉक्टरों को कोरोना के उपचार की ट्रेनिंग तुरंत शुरू की जाए। सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस, स्वयंसेवकों को भी कोरोना से बचाव के कार्यों में शामिल किया जाए। अधिकृत प्रयोगशालाओं में होने वाले कोरोना टेस्ट का डाटा नियमित तौर पर केंद्र सरकार से साझा किया जाए।
प्रधानमंत्री को मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया गया है। राज्य में कर्फ्यू भी सख्ती से लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री व्यक्तिगत तौर पर परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं। सभी डिप्टी कमिश्नरों को आवश्यक सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित बनाने को कहा गया है।
प्रदेश में 1380 बेड तैयार
मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए राज्य में 1380 बेड तैयार किए गए हैं। फरीदकोट, अमृतसर व पटियाला के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 101 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। राज्य में 51 प्राइवेट लैब को कोरोना की टेस्टिंग के लिए मंजूरी दी गई है। डीजीपी ने प्रधानमंत्री को बताया कि पंजाब पुलिस आवश्यक सामान की आपूर्ति और कर्फ्यू सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम कर रही है।
प्रदेश के 11,769 गांव किए गए सैनिटाइज : बाजवा
ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य के 11,769 गांवों सैनिटाइज किया जा चुका है। इसके लिए अब तक छिड़काव में 2,95,040 लीटर दवा का प्रयोग किया गया है। बाजवा ने बताया कि इस मुहिम के तहत फिलहाल हर गांव में तीन-तीन बार छिड़काव करने का प्रोग्राम बनाया जा रहा है। इसे एक सप्ताह में मुकम्मल कर लिया जाएगा। पहला छिड़काव कुछ ही गांवों में रह गया है जिसे शुक्रवार को पूरा कर लिया जाएगा। कई गांवों में दूसरा और तीसरा छिडक़ाव भी कर दिया गया है।
उन्होंने सभी पंचायतों से अपील की कि वह पंजाब सरकार द्वारा गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ़्त राशन मुहैया कराने का कार्य अपनी निगरानी में करवाएं और यह यकीनी बनाएं कि हर जरूरतमंद परिवार को यह सूविधाएं दीं जाएं। पंचायती फंड भी बहुत समझदारी से इस्तेमाल किए जाएं। गांव में कोई व्यक्ति भूखा न रहे, हर ज़रूरतमंद व्यक्ति को ज़रूरी दवा मुहैया करवाई जाए और कोई पशु चारे के न मिलने के कारण न मरे।