जालंधर। पिछले काफी समय से किसानों द्वारा कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ संघर्ष किए जाने के कारण रेलवे ट्रेक बंद किए गए थे। पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा में कृषि कानूनों के खिलाफ लाए कृषि बिलों के बाद किसान संगठनों ने सरकार की अपील पर ट्रेक खाली कर दिए हैं। अब फिर से ट्रेक पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। गत दिवस फिरोजपुर मंडल में 52 मालगाड़ियों का संचालन किया गया।
जिन मालगाड़ियों का संचालन किया गया उनमें से 17 उत्तर प्रदेश, बिहार व ओडिशा के लिए भेजी गईं। इन मालगाड़ियों में पेट्रोल, कोयला, खाद, लोहा और सीमेंट लदा था। फिरोजपुर मंडल के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि मालगाड़ियों की रफ्तार को भी बढ़ाया गया है, ताकि जरूरी सामानों को जल्द गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
राजेश अग्रवाल ने कहा कि पंजाब में 30 जगह पर किसानों ने ट्रेन जाम की हुई थी, जिसमें से 26 जगह से किसान हट गए हैंं। बाकी जगह से भी मालगाडिय़ों के लिए ट्रैक खाली करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैंं। आशा है कि आने वाले दिनों में मालगाड़ियों का आना-जाना सुचारू हो जाएगा।
बता दें, पंजाब में मालगाड़ियों की आवाजाही ठप होने के कारण बिजली उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो रहा था। थर्मल प्लांट्स में कोयला खत्म हो गया था। इसके कारण कई यूनिट से बिजली उत्पादन पूरी तरह से बंद हो गया था। राज्य पावर संकट की ओर बढ़ रहा था, लेकिन अब ट्रेक खाली होने से राहत मिली है।
वीरवार को भी जिला लुधियाना, अमृतसर, कपूरथला और जालंधर से चार मालगाड़ियां अनाज लेकर विभिन्न राज्यों के लिए रवाना हुईं। वहीं, एक मालगाड़ी कोयला लेकर राजपुरा थर्मल प्लांट पहुंची थी, जिसके बाद यहां एक यूनिट में बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। इसके अलावा राज्य के अन्य थर्मल प्लांटों में भी कोयला पहुंचना शुरू हो गया है। यहां भी फिर से बिजली उत्पादन शुरू हो गया है।