पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया है। CM मान ने कहा कि सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1% कमीशन मांग रहे थे।
CM @BhagwantMann's big crackdown on corruption.
Reiterating that his Govt won't tolerate corruption, whether it be his own MLA or Minister, CM announced that Health Minister has been dismissed on corruption charges & FIR has been filed in the matter.pic.twitter.com/SjJn5kiCwd
— Government of Punjab (@PunjabGovtIndia) May 24, 2022
खास बात यह है कि पंजाब का स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए विजय सिंगला ने 28 मार्च को कहा था कि वे भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने करप्शन पर जीरो टॉलरेंस का दावा भी किया था। उस बयान के ठीक 57 दिन बाद यानी 24 मई को CM भगवंत मान ने करप्शन के मामले में ही उन्हें पद से हटा दिया।
3 दिन के पुलिस रिमांड पर सिंगला
बर्खास्तगी के बाद पंजाब पुलिस के एंटी करप्शन विंग ने सिंगला के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उनसे मोहाली के फेज 8 पुलिस थाने में सीनियर अफसरों ने विस्तार से पूछताछ की। सिंगला को मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 27 मई तक 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए बर्खास्त किए गए हेल्थ मिनिस्टर डॉ. विजय सिंगला ने कहा कि यह मुझे, पार्टी और AAP सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
CM मान ने खुद करप्शन की जांच की
सिंगला के भ्रष्टाचार की शिकायत CM भगवंत मान तक पहुंची थी। उन्होंने गुपचुप तरीके से इसकी जांच कराई। अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया। मंत्री ने गलती मान ली, इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया। इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने CM भगवंत मान की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्हें इस फैसले पर गर्व है।
FIR में दर्ज मंत्री सिंगला और उनके OSD की भ्रष्टाचार की कहानी
FIR के मुताबिक SE राजिंदर सिंह ने केस दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि वह पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन में फेज 8 में बतौर निगरान इंजीनियर तैनात हैं। एक महीने पहले उन्हें हेल्थ मिनिस्टर विजय सिंगला के OSD प्रदीप कुमार ने पंजाब भवन के कमरा नंबर 203 में बुलाया गया था। यहां पर मंत्री विजय सिंगला और OSD प्रदीप कुमार मौजूद थे।
मंत्री सिंगला ने मुझे कहा कि प्रदीप कुमार जो बात करेगा, उसे समझना कि मैं ही बात कर रहा हूं। मैं जल्दी में हूं और जा रहा हूं। इसके बाद प्रदीप कुमार ने मुझे कहा कि तुम्हारी तरफ से 41 करोड़ के कंस्ट्रक्शन वर्क की अलॉटमेंट जारी की गई है। इसके अलावा मार्च महीने में ठेकेदारों को 17 करोड़ की पेमेंट की गई है। इस तरह कुल 58 करोड़ रकम का 2% कमीशन 1.16 करोड़ बतौर रिश्वत दिया जाए।
मैंने उन्हें कहा कि मैं यह काम नहीं कर सकता। मुझे बेशक मेरे विभाग में वापस भेज दिया जाए क्योंकि मैं डेपुटेशन पर हेल्थ विभाग में आया हूं। इसके बाद प्रदीप कुमार ने 8 मई, 10 मई, 12 मई, 13 मई और 23 मई को वॉट्सऐप पर कॉल की। जिसमें मुझे बार-बार बुलाकर रिश्वत की मांग की जाती रही। मुझे धमकी दी गई कि अगर रिश्वत नहीं दी तो मेरा करियर खराब कर देंगे। डिपार्टमेंट में मेरा नुकसान कर देंगे।
मैंने उन्हें गुजारिश की कि 30 नवंबर 2022 को मेरी रिटायरमेंट है। मेरा करियर खराब न करो। मुझे अपने विभाग में वापस भेज दो। जो अफसर रिश्वत दे सके, उसे डेपुटेशन पर ले आओ। आखिर में उन्होंने 20 मई को कहा कि हमें 10 लाख रुपए दे देना। आगे से जो भी काम अलॉट होगा या ठेकेदार को पेमेंट होगी तो उसमें से 1% रख लेना। मैंने इससे इनकार कर दिया।
एसई ने कहा कि मैंने उन्हें बताया कि मेरे अकाउंट में ढ़ाई लाख रुपए हैं। 3 लाख की मेरी लिमिट बनी हुई है। मानसिक हरासमेंट से बचने के लिए मैं सिर्फ 5 लाख रुपए दे सकता हूं। 23 मई को मुझे सेक्रट्रेरिएट बुलाया गया। वहां मैं मंत्री सिंगला और प्रदीप को मिला। जहां मंत्री को टेंशन खत्म करने की गुजारिश की। इसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास है। मंत्री सिंगला ने मुझे 5 लाख रुपए प्रदीप को देने को कहा। वह लगातार पैसे मांग रहे हैं। पुलिस ने मंत्री विजय सिंगला और OSD प्रदीप कुमार पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 7 और 8 के तहत केस दर्ज किया है।
CM के स्टिंग में फंसे सिंगला, 10 दिन में एक्शन
पंजाब पुलिस के विजिलेंस विंग ने मंत्री सिंगला के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके मुताबिक मंत्री और उनके करीबियों ने टेंडर में 1% कमीशन की मांग की थी। अफसर ने इसकी शिकायत सीएम भगवंत मान को की। 14 मई को सीएम मान के पास इसके बारे में जानकारी पहुंची। इसके बाद मान ने अफसर को भरोसे में लिया। कमीशन मांगने की रिकॉर्डिंग करवाई गई। जिसमें मंत्री और उनके करीबियों की कमीशन मांगने की रिकॉर्डिंग हो गई। जिसके बाद मंत्री को बुलाकर मान ने उनके सामने यह सबूत रख दिए और मंत्री ने गलती कबूल कर ली।
‘शुक्राना’ के नाम पर मांगा था कमीशन
मंत्री विजय सिंगला ने टेंडर के बदले शुक्राना के नाम पर कमीशन मांगा था। बठिंडा के ठेकेदार से यह शुक्राना मांगा गया था। जिसमें मंत्री सिंगला का करीबी रिश्तेदार भी शामिल है। पंजाब पुलिस के विजिलेंस ब्यूरो ने अब इस मामले में सिंगला के साथ कमीशनखोरी में शामिल रिश्तेदारों और करीबियों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है। विजिलेंस सिंगला के सवा 2 महीने के कार्यकाल में अब सारे प्रोजेक्टों की लिस्ट तैयार कर रही है। कहीं किसी में कोई कमीशन की बात तो नहीं है।
CM मान ने बताई पूरी कहानी
CM भगवंत मान ने बताया, ‘मेरे ध्यान में एक केस आया। इसमें मेरी सरकार का एक मंत्री हर टेंडर या उस विभाग की खरीद-फरोख्त में एक परसेंट कमीशन मांग रहा था। इस केस का सिर्फ मुझे पता है। इसके बारे में विरोधी पार्टियों और मीडिया को पता नहीं है। मैं चाहता तो केस को दबा सकता था, लेकिन इससे लोगों का विश्वास टूट जाता। मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहा हूं। उसे मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस को उसके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आदेश दे दिए हैं।’
केजरीवाल बोले- मेरी आंखों में आंसू आ गए
अरविंद केजरीवाल ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे भगंवत मान पर गर्व है। उनकी कार्रवाई से मेरी आंखों में आंसू आ गए। पूरा देश आज आम आदमी पार्टी पर गर्व महसूस कर रहा है।
पिछले CM ने अपने मंत्रियों-विधायकों के भ्रष्टाचार पर कोई एक्शन नहीं लिया
मान ने कहा कि विरोधी पार्टियां कहेंगी कि दो महीने में ही मेरी सरकार का एक मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया। मैं कहना चाहता हूं कि एक्शन भी तो मैंने ही लिया है। उन्होंने कहा कि पुराने CM को भी पता था कि अवैध रेत खनन में कौन था? फिर भी एक्शन नहीं लिया गया। मैं मंत्री को बर्खास्त करने के साथ उसके खिलाफ केस भी दर्ज करवा रहा हूं।