जम्मू-कश्मीर में नहीं होगी डीजल-पेट्रोल की कमी पर लद्दाख में कई पेट्रोल पंप खाली, सड़क के रास्ते आ रहा तेल पर अक्टूबर से नहीं पहुंची कोई मालगाड़ी
जहां पहले हर रोज यहां 400 - 450 टैंकर पेट्रोल-डीजल सप्लाई होता था, वहीं अब सिर्फ 200 टैंकर ही पेट्रोल और डीजल आ रहा है जालंधर से मालगाड़ी के जरिए पेट्रोल व डीजल जम्मू पहुंचता है, उसके बाद जम्मू ,कश्मीर और लद्दाख के अलग-अलग हिस्सों में जाता है
पंजाब किसान आंदोलन का सीधा असर अब जम्मू कश्मीर और लद्दाख में दिखने लगा है। नेशनल हाइवे पर पेट्रोल-डीजल सप्लाई की किल्लत हो गई है, ज्यादातर पेट्रोल पंप सूख रहे हैं। कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भी बहुत से ऐसे पेट्रोल डीजल फिलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जो या तो खाली हो गए हैं या जिनके पास बहुत ही कम पेट्रोल-डीजल बचा है। कई पेट्रोल पंप दिन में कुछ ही घंटे खुल रहे हैं। यहां सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को पेट्रोल-डीजल की बहुत जरूरत होती है, अब किल्लत होने से उनके सामने संकट खड़ा हो गया है।
वही पंजाब में किसान आंदोलन के कारण जम्मू-कश्मीर में पिछले एक सप्ताह से पेट्रोलियम पदार्थों की कमी अब भविष्य में नहीं होगी। इसके लिए देश की तीनों तेल कंपनियों, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदोस्तान पेट्रोलियम काॅरपोरेशन ने प्रदेश में हर रोज 200 से 250 टैंकर भेजने की व्यवस्था कर ली है।
इंडियन ऑयल काॅरपोरेशन लिमिटेड के डीजीएम एंव स्टेट कोआर्डिनेटर राजीव यादव ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई सामान्य बनाने के लिए जालंधर, ऊना, अंबाला और बठिंडा से सड़क मार्ग के माध्यम से ऑयल टैंकरों की मदद से तेल पहुंचाने का काम दिन-रात जारी है। भारत पेट्रोलियम काॅरपोरेशन और हिंदोस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन भी प्रदेश में सप्लाई को सुचारू बनाने में जुटा है। जब तक पंजाब में जारी अांदोलन समाप्त नहीं हो जाता जब तक सड़क मार्ग से ही पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई जारी रहेगी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हर रोज 200 से 250 टैंकरों के माध्यम से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई जारी है। इसमें कोई भी कमी नहीं आने दी जाएगी।
इसी बीच शनिवार को पंजाब से पेट्रोल और डीजल लेकर 150 ऑयल टैंकर पहुंचे। ये टैंकर पेट्रोलियम पदार्थों को लेकर सीधा नरवाल स्थित ऑयल डिपुओं पर गए जहां से इन्हें फिर आगे पेट्रोल पंप पर भेजा गया। इससे आज शहर के खाली पड़े कुछ पेट्रोल पंप पर एक बार फिर से तेल मिलना शुरू हो गया।
कश्मीर और लद्दाख में सप्लाई होने वाला पेट्रोल व डीजल जालंधर से मालवाहक ट्रेन के जरिए जम्मू पहुंचता है। उसके बाद यहां से करीब हर रोज 400 से 450 टैंकरों से जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई होता है। मगर जैसे ही किसान बिल पास होने के बाद पंजाब में किसानों के प्रदर्शन और आंदोलन ने तूल पकड़ा। इसका असर रेल यातायात पर भी हुआ। क्योंकि पंजाब के जालंधर तक पाइप लाइन से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई होती है। पंजाब में ट्रेन सेवा प्रभावित होने से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई नहीं हुई, जबकि इसका सीधा असर जम्मू कश्मीर में हुआ।
जम्मू कश्मीर पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के प्रधान आनन शर्मा के अनुसार, रोज़ 70 वैगन पेट्रोल डीजल ट्रेन से जम्मू में आता था और उसके बाद टैंकरों से जम्मू शहर और जम्मू कश्मीर यूटी और लद्दाख यूटी में जाता था। पंजाब में किसान प्रदर्शन के चलते एक अक्टूबर से यहां कोई ट्रेन नहीं पहुंची। अभी जालंधर और बठिंडा से पेट्रोल और डीजल जम्मू कश्मीर पहुंच रहा है।
जहां पहले रोज 400-450 टैंकर पेट्रोल-डीजल सप्लाई होता था, वहीं अब सिर्फ 200 टैंकर ही पेट्रोल और डीजल आ रहा है। शर्मा कहते हैं कि इससे लगाकर किल्लत बढ़ रही है। इस पेट्रोल और डीजल की शॉर्टेज का सीधा असर सेना, अर्ध सैनिक बल, पुलिस को मिलने वाले तेल पर पड़ेगा। सीमावर्ती इलाकों पुंछ, राजौरी हो या कश्मीर और लद्दाख में इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
लद्दाख का रास्ता नवंबर से बंद हो जाता है और कश्मीर भी सर्दी की दिनों में कई कई दिन तक सड़क मार्ग से कट जाता है, जिससे सर्दी के दिनों में कश्मीर में तेल का स्टॉक रखना जरूरी है। शर्मा ने जम्मू कश्मीर और केंद्र सरकारों से भी गुहार लगाई है कि ट्रेन पटरियों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से बातचीत कर या फिर किसी अन्य तरीके से उन्हें हटाकर रेल यातायात को जम्मू कश्मीर की तरफ सुनिश्चित किया जाए, ताकि जम्मू तक ट्रेन वैगन से पेट्रोल डीज़ल आ सके।
लद्दाख और जम्मू कश्मीर में हर फिलिंग स्टेशन पर एक दिन में 3 टैंकर आते थे, लेकिन आजकल केवल एक टैंकर ही उपलब्ध हो रहा है। वहीं हाईवे और कश्मीर के कई पंपों पर हर दिन सप्लाई भी नहीं पहुंच रही। पेट्रोल पंप एसोसिएशन सरकार को समस्या बता चुका है।
जेएंडके ऑयल टैंकर्स ड्राइवर्स एवं क्लीनर्स यूनियन के महासचिव स. देवेंद्र सिंह ने बताया कि शनिवार को कुल 150 ऑयल टैंकर पेट्राेलियम पदार्थों की सप्लाई लेकर प्रदेश में पहुंचे। ऑयल टैंकर डिपुओं से होकर फिर पेट्रोल पंप पर जा रहे हैं ताकि पेट्रोलियम पदार्थों के उपभोक्ताओं को किसी किस्म की परेशानी न झेलनी पड़ी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1800 ऑयल टैंकर हैं और अगर जरूरत पड़ी तो सभी टैंकरों से तेल की सप्लाई प्रदेश में पूरी तरह से बहाल की जा सकती है। फिलहाल कल सुबह तक 100 के करीब और ऑयल टैंकर तेल लेकर लौट आएंगे। केवल प्रदेश के ही नहीं बल्कि पंजाब राज्य के ऑयल टैंकर भी पेट्रोल और डीजल लेकर आ रहे हैं।