पंजाब का शिक्षा विभाग प्राइवेट स्कूलों से वसूल करेगा टीवी पर प्रसारित हो रहे लेक्चरों की फीस

-पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने जारी किए आदेश, बच्चों से फीस वसूल करे प्राइवेट स्कूल संचालकों ने जताया विरोध

बठिंडा। लॉकडाउन के बाद से फीस वसूली मामले में स्कूल प्रबंधकों और अभिभावकों की बीच विवाद जारी है। पंजाब सरकार भी हाई कोर्ट के फैसले के बाद इस मामले में डबल बैंच में याचिका दायर कर चुकी है। इसी बीच अब पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने टीवी पर प्रसारित हो रहे लेक्चरों को लेकर निजी स्कूलों पर प्रसारण फीस वसूलने का फरमान जारी कर दिया है। निजी स्कूल संचालकों को इस एवज में बोर्ड को सालाना फीस का भुगतान करना पड़ेगा। बोर्ड के इस फैसले के बाद निजी स्कूल संचालकों ने कड़ा एतराज जताया है। उनका कहना है कि एक तरफ सरकार विद्यार्थियों से फीस लेने से मना कर रही है और दूसरी तरफ उन पर नया बोझ डाल दिया गया है। इसके कारण स्कूलों प्रबंधकों की दिक्कतें काफी बढ़ जाएंगी। वही अभिभावकों के विरोध के बावजूद छात्रों से भारी भरकम फीसों की वसूली कर रहे प्राइवेट स्कूल संचालकों ने शिक्षा विभाग के इस फैसला का विरोध किया है व अब जारी आदेश को मानने में आनाकानी करने की रणनीति बनाना शुरू कर दी है। प्राइवेट स्कूल प्रबंधक यह सब ऐसे समय में कर रहे हैं जब राज्य भर में लाकडाउन के कारण स्कूल बंद है व छात्रों से आनलाइन एजुकेशन के नाम पर एडवास में छह महीने की फीसे वसूल की जा रही है। यही नहीं जो अभिभावक विरोध कर रहे हैं उन्हें बच्चों को स्कूल से हटाने की धमकी दी जा रही है।

दरअसल, कोरोना काल में स्कूल बंद होते ही सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प अपना लिया था। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कनेक्टिविटी कमजोर होने के कारण टीवी पर लेक्चरों का प्रसारण शुरू किया गया। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग ने यह प्रसारण सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया था। परंतु मई में पीएसईबी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में फैसला लिया गया कि बोर्ड निजी स्कूलों से डीटीएच के जरिए बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रसारित हो रहे लेक्चरों की फीस वसूलेगा। उस समय फीस तय नहीं हुई थी। अब फीस तय करके निजी स्कूलों को इसके भुगतान के लिए कहा गया है।

बोर्ड के इस फैसले पर जानकारों का कहना है स्कूल अपनी जेब से तो यह फीस भरेंगे नहीं। इसका बोझ फिर से अभिभावकों की जेब पर पड़ेगा और उन्हें दोहरी मार ङोलनी पड़ेगी। क्योंकि स्कूल विद्यार्थियों से ही इसकी वसूली करेंगे।

एक तरफ अभिभावक डीटीएच कंपनी को चैनल के प्रसारण के चार्ज देंगे तो दूसरी तरफ स्कूलों पर फीस लगने के बाद वह बच्चों की फीस पर इसका भार पड़ने से स्कूलों को इसकी अदायगी करेंगे।

ऐसे फीस वसूलना बिल्कुल भी ठीक नहीं : सेठी

निजी स्कूलों के संगठन ईसीएस के प्रमुख मदनलाल सेठी ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों के लिए अलग से प्रसारण नहीं करवा रही। बोर्ड ने तो निजी स्कूलों को लेक्चर के प्रसारण का शेड्यूल तक जारी नहीं किया। स्कूल पहले ही आर्थिक संकट में हैं। ऐसे में नई फीस वसूलना ठीक नहीं है।

अब तय हुई है फीस : जसदीप कौर

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की एफिलिएशन शाखा प्रभारी जसदीप कौर ने कहा कि मई में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में यह फैसला हुआ था। अब फीस तय होने के बाद निजी स्कूलों को जमा करवाने के लिए कहा गया है। इसलिए प्राइवेट स्कूल जल्द से जल्द फीस जमा करवाने के लिए प्रयास करें।

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