बठिंडा/ जालंधर/चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने राज्य में कर्फ्यू दो सप्ताह और बढ़ा दिया है। वही बठिंडा जिले में भी दो कोरोना पाजोटिव मरीज मिलते ही यह जिला भी ग्रीन जोन से बाहर हो गया है। दोनों मरीज नादेड़ साहिब के दर्शन कर वापिस लौटे लोगों में शामिल है। जिला प्रशासन ने पहले ही दोनों को एकांतवास में रखा हुआ है।
पिछले सवा माह से कोरोना को लगातार हरा रहे बठिंडा जिले में भी दो कोरोना पोजटिव मरीज आ गए है। पिछले दिनों नांदेड़ साहिब से लौटे दो श्रद्धांलुओं की कोविड 19 बीमारी संबंधी करवाए टैस्ट की रिपोर्ट पाजिटव आई है। यह जानकारी जिले के डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन ने दी है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिला प्रशासन ने इन श्रद्धांलु को जिले में पिछले कुछ दिनों से सरकारी एकांतवास में रखा हुआ था और इनके परिवार के लोगों को भी इनसे मिलने नहीं दिया गया था। उन्होंने जिला निवासियों को कहा कि वह किसी घबराहट में न आए और अपने घरों में रहे। प्रशासन और सेहत विभाग ने दूसरे लोगों से भी भी कहा है कि वह बीमार लोगों के नजदीक न जाए व दूरी बनाकर रखे। उन्होंने जिला निवासियों से अपील की है कि वह कर्फ्यू का सख़्ती के साथ पालन करे और अपने घरों में ही रहे जिससे इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पाजिटव आने वालों में से एक पुरुष है और एक महिला है। उन्होंने बताया कि इनमें से एक बठिंडा का रहने वाला है जबकि एक दिल्ली के साथ संबंधित है। उन्होंने कहा कि इन लोगों के संपर्क का पता लगाया जा रहा है।
वही दूसरी तरफ राज्य में कर्फ्यू की अवधि 3 मई को समाप्त हो रही थी, लेकिन इससे पहले ही बुधवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे दो सप्ताह तक बढ़ाने की घोषणा कर दी। अब 17 मई तक कर्फ्यू लागू रहेगा। मुख्यमंत्री ने यह ऐलान सोशल मीडिया पर राज्य की जनता से रू-ब-रू होते हुए किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कर्फ्यू के दौरान दुकानदार सुबह सात बजे से 11 बजे तके दुकानें खोल सकेंगे। दो सप्ताह बाद हालात देखकर कर्फ्यू व लॉकडाउन के बारे में फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट अगस्त-सितंबर तक रहने की आशंका है, इसलिए पूरी ऐहतियात बरतना जरूरी है।
हालांकि कर्फ्यू बढ़ाने या दूसरे फैसले के लिए 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में पंजाब कैबिनेट की बैठक होगी। इस बैठक में कर्फ्यू के बारे में फैसला किया जाना था, लेकिन बुधवार को एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने साेशल मीडिया पर लाइव हो कर्फ्यू बढ़ाने का ऐलान कर दिया। उन्होंने इस संवाद के दौरान राज्य में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी। संकट की घड़ी में लोगों से सहयोग की अपील की और बचाव के उपायों को अपनाने की अपील की।
कहा-भले ही सरकार ने अवधि बढ़ा दी, लेकिन जनता को थोड़ी राहत भी दी गई
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाबंदियों के कारण लोग घरों में बंद रहे। 38 दिन तक अपना कामकाज छोड़कर घर में बंद रहना आसान नहीं होता। आपने ऐसा कर बड़ी कुर्बानी दी, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही इस कुर्बानी को व्यर्थ कर देगी। भले ही सरकार ने यह अवधि बढ़ा दी है, लेकिन इसमें जनता को थोड़ी राहत भी दी गई है। अब राज्य में सुबह 7 से 11 बजे तक लोग बाहर निकल सकेंगे। इस दौरान सभी दुकानें खुली रहेंगी। कैप्टन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ यह लंबी लड़ाई, जो सितंबर तक भी जारी रह सकती है।
दूसरे देशों के बिगड़े हालात का हवाला और भारत के सही कदम की सराहना
उन्होंने दूसरे देशों की हालत के बारे में जानकारी देते हुए कोरोना की भयावहता के बारे में बताया। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, आज आप अमेरिका की स्थिति देखें। वहां 50 हजार लोगों की जान चली गई और करीब 10 लाख लोग कोरोना की चपेट में हैं। अन्य देशों में भी बुरा हाल है। ब्रिटेन में तो वहां के प्रधानमंत्री को भी कोरोना ने नहीं छोड़ा। भारत में समय पर लॉकडाउन और कर्फ्यू जैसे कदम उठाकर कोरोना के संक्रमण की स्थिति को भयावह होने से बचा लिया।
एक-दूसरे से दूर रहकर कर शारीरिक दूरी बनाकर कोराेना से बच सकते हैं, इसलिए लॉकडाउन और कर्फ्यू इसके लिए जरूरी है। यह बीमारी अभी रुकने वाली नहीं है और जुलाई या संभवत: अगस्त या सितंबर तक इसका संक्रमण जारी रहेगा। इस बीमारी के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।
अपील की-जो भी करना है इन्हीं 4 घंटे में करें
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राहत के चार घंटों के दौरान फैक्ट्रियां चालू की जा सकेंगी, लेकिन उद्यमी अपने श्रमिकों के रहने की व्यवस्था फैक्ट्रियों में या इसके आसपास ही करें। इससे उद्यमी और श्रमिकों को फायदा होगा। दुकानदार भी चार घंटे के लिए दुकानें खोलने जाएं। इसके बाद मैं आपसे अपील करता हूं कि 11 बजे तक अपने घर वापस आ जाएं। इसके बाद कर्फ्यू व लॉकडाउन लाग हो जाएगा।