चंडीगढ़ । संसद में कृषि विधेयकों के पारित हो जाने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने अपना विरोध तेज कर दिया है। कृषि विधेयकों के विरोध में आज शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेताओं का शिष्टमंडल पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगा। शिअद नेता राष्ट्रपति से इन विधेयकों को मंजूरी न देने की अपील करेंगे।
सुखबीर बादल के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल के नेताओं का दल आज शाम राष्ट्रपति भवन में रामनाथ कोविंद से मिलेंगे। शिअद नेता कृषि विधेयकों को लेकर पंजाब में किसानों के विरोध और आशंकाओं के बारे में जानकारी देंगे। वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कृषि विधेयकों को लेकर शिरोमणि अकाली दल के दृष्टिकोण से अवगत कराएंगे।
इससे पहले राज्यसभा में कृषि विधेयकों के पास होने के बाद अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इन विधेयकों को अपनी मंजूरी न देने की अपील की। सुखबीर ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह कृिषि विधेयकों पर हस्ताक्षर न करके किसानों व मजदूरों के बचाव में आएं और विधेयकों को पुनर्विचार के लिए दोबारा संसद को भेजें, जिससे जल्दबाजी में लिए गए फैसले राष्ट्र की मानसिकता पर स्थायी निशान न छोड़ें और किसानों व मजदूरों के दीर्घकालिक महत्वपूर्ण हितों पर गहरा घाव पहुंचाएं।
सुखबीर बादल ने कहा कि अब भी समय है कि इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए। संविधान के निर्माताओं ने उनके समक्ष लाए गए किसी भी कानून के सभी पहलुओं पर पूरी तरह विचार करने के बाद राष्ट्रपति के हस्तक्षेप के लिए यह प्रावधान किया है। लोकतंत्र परामर्श, सुलह और आम सहमति के बारे में है। परंतु रविवार को संसद में जो कुछ भी हुआ उससे वह बेहद दुखी हैं क्योंकि कार्यवाही में तीनों लोकतांत्रिक गुणों की अनदेखी की गई है। इस विकृति को राष्ट्रपति के हस्तक्षेप से ही ठीक किया जा सकता है।