चंडीगढ़। कृषि कानूनों के मुद्दे पर बुलाया गया पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र सोमवार को शुरू हो गया, लेकिन पहले दिन कृषि कानूनों पर चर्चा नहीं पाई। विपक्षी विधायकों ने इस बात पर हंगामा किया कि उन्हें कृषि कानूनों को रोकने के लिए पंजाब सरकार जो बिल लेकर आ रही है, उसकी कॉपी सदस्यों को नहीं मिली है। इस संसदीय कार्य मंत्री मनप्रीत बादल ने कहा ही आज शाम को 5 बजे तक सभी सदस्यों को कॉपी भेज दी जाएगी। इसके बाद सदन कल 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
श्रद्धांजलि के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी विधायकों ने कहा कि कृषि बिलों को लेकर सरकार की क्या रणनीति है इस पर उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली है। इस पर मनप्रीत बादल ने कहा ही आज शाम को 5 बजे तक सभी सदस्यों को कॉपी भेज दी जाएगी। अकाली दल के गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि सारा पंजाब विधान सभा की तरफ देख रहा है, या तो सरकार डबल माइंडेड है या उसे क्लियरटी नहीं है।
पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पहली बार सदन में पहुंचे। वहीं, आम आदमी पार्टी के विधायक काले कपड़े पहनकर विधानसभा पहुंचे हैं। विधानसभा में आने से पूर्व आप विधायकों ने कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इसकी प्रतियां जलाई। अकाली विधायकों ने भी कानून की प्रतियां फूंकी।
इससे पूर्व, विधान सभा का विशेष सत्र दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुआ। विधानसभा ने शहीद लांस नायक करनैल सिंह , महिंदर सिंह, सरदार सिंह, राय सिंह पतंग, महिंदर सिंह, हेमराज मित्तल (सभी स्वतंत्रता सेनानी) समेत जोगिंदर पुआर, कुलदीप सिंह धीर, केसर सिंह नरूला समेत अन्य को श्रद्धांजलि दी।
विशेष सत्र में पेश होने वाले बिलों में पंजाब भोंडेदार, बूटेमार, डोहलीदार, इनसार मियादी, मुकररीदार, मंढीमार, पनाही कदीम, सौंजीदार (मालिकाना अधिकारी देना) बिल 2020, पंजाब राज्य विजिलेंस कमीशन बिल 2020, दी रजिस्ट्रेशन (संशोधन) बिल व पंजाब टिश्यू कल्चर बेस्ड सीड पटैटो बिल 2020 शामिल हैं।