चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में केंद्रीय कृषि कानूनों को प्रभावहीन करने के लिए पारित गए चार कृषि विधेयकों अब शिरोमणि अकाली दल ने भी यू टर्न ले लिया है। आम आदमी पार्टी ने भी सदन में विधेयक पारित होने के छह घंटे बाद ही पल्ला झाड़ लिया था। हालांकि, विधेयक पारित होने केे बाद भी दोनों राजनीतिक पार्टियां सरकार के साथ थीं। वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राजनेताओं का कोई जमीर होनी चाहिए। सदन में बिल का समर्थन करते हैं और बाहर आकर कुछ और बातें करते हैं। यह ठीक नहीं।
मजीठिया बोले, जमीनी हकीकत जस की तस, कैप्टन बेवकूफ बना रहे
शिरोमणि अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि विधेयक और प्रस्ताव तो पारित हो गए लेकिन जमीनी हकीकत में कुछ भी बदलाव नहीं आया। पंजाब शून्य पर खड़ा था और अब भी वहीं पर है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के लोगों को बेवकूफ बनाया है। जो विधेयक पास हुए हैं, उन्हें राष्ट्रपति से मंजूरी कभी नहीं मिलनी है। ऐसे में जरूरी था कि पूरे पंजाब को मंडी बना दिया जाता। ऐसा होने से राष्ट्रपति से मंजूरी लेने की जरूरत भी नहीं होती।
कैप्टन ने मोदी संग मिलकर फिक्स मैच खेला : मजीठिया
मजीठिया ने कहा कि कैप्टन ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर फिक्स मैच खेला है। पंजाब सरकार जो कृषि विधेयक पंलेकर आई है, पहले तो राज्यपाल ही इस पर साइन नहीं करेंगे। अगर वह इसे आगे भेज भी देते हैं तो राष्ट्रपति इन विधेयकों पर मंजूरी नहीं देंगे। इस तरह विधेयक लटके रहेंगे और केंद्रीय कानून लागू हो जाएंगे।
कैप्टन ने मजीठिया से पूछा, तो मेरे साथ राजभवन क्यों गए
शिरोमणि अकाली दल और आप द्वारा यू टर्न लेने पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, विपक्षी दल के नेता सदन में कुछ बोलते हैं और बाहर जाकर कुछ और बोलते हैं। यह किस तरह की राजनीति है। दोहरे चरित्र के कारण लोगों का विश्वस उठ जाएगा। कैप्टन ने मजीठिया से पूछा, मेरे पास पेपर हैं। कल कौन क्या-क्या बोला है। अगर ऐसा था तो मेरे साथ राजभवन क्यों गए।