कृषि विधेयकों के विरोध में हरसिमरत काैर बादल का केंद्रीय कैबिनेट से इस्‍तीफा, सुखबीर बादल का ऐलान

पंजाब में कृषि विधेयकों के विरोध में हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय कैबिनेट से इस्‍तीफा दे दिया है। शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने इस बारे में पहले लोकसभा में घोषणा की थी। ...

नई दिल्‍ली/चंडीगढ़/ प्रेट्र। कृषि विधेयकों को लेकर संसद से पंजाब के गांव तक मचे हंगामे में घिरे शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय खाद्य प्रस्‍संकरण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने वीरवार शाम केंद्रीय कैबिनेट से अपना इस्‍तीफा दे दिया। पार्टी के प्रधान सुखबीर सिह बादल ने लोकसभा में कृषि विधेयकों का विरोध किया और ऐलान किया कि इन विधेयकों के विरोध में हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय कैबिनेट से इस्‍तीफा देंगी। इसके बाद हरसिमरत ने अपना इस्‍तीफा दे दिया। इससे पहले पार्टी प्रवक्‍ता नेकहा था कि इसको लेकर वह भी किसी तरह की जल्‍दबाजी में नहीं है। इसके साथ ही शिअद (SAD) ने अब कांग्रेस पर आक्रामक हमले की रणनीति तैयार की है।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, हरसिमरत कौर बादल ने वीरवार शाम केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपना इस्‍तीफा दे दिया। इससे पहले चंडीगढ़ में पार्टी के प्रवक्‍ता ने कांग्रेस (Congress) पर पलटवार किया। पार्टी ने कहा कि 2019 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी को खत्म करने का वायदा किया था। यही वायदा 2017 में पंजाब विधान सभा चुनाव में भी किया गया था। यही नहीं शिअद ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder singh) पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगा है। पार्टी ने मांग की है कि वह कृषि सुधार को लेकर बनाई गई हाई पावर कमेटी को दिए गए सिफारिशों पर श्वेत पत्र जारी करे।

कैप्टन हाई पावर कमेटी को कि गई सिफारिशों का श्वेत पत्र जारी करें : अकाली दल

शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता व पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा का कहना था कि पार्टी का फोकस इस समय लोक सभा और राज्य सभा में बिल का विरोध करने पर है। हरसिमरत कौर बादल कैबिनेट की कुर्सी छोड़ती हैं या नहीं, इसका फैसला बाद में पार्टी की बैठक में किया जाएगा।

शिअद ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला, पूछे कई सवाल

शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। अकाली दल का कहना है, पंजाब सरकार को यह सार्वजनिक करना चाहिए कि हाई पावर कमेटी में पंजाब का प्रतिनिधत्व किसने-किसने और कब कब किया। वित्तमंत्री मनप्रीत बादल हाई पावर कमेटी की बैठक में मुंबई में शामिल हुए। वहीं, कांग्रेस सरकार को श्वेत पत्र भी शामिल करना चाहिए कि पंजाब सरकार ने कमेटी को क्या-क्या सिफारिश की।

चीमा बोले- कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में एपीएमसी एक्ट को खत्म करने का किया था वायदा

डा. चीमा ने कहा ‘कांग्रेस सरकार ने छह पन्ने की सिफारिश में कहा था कि कृषि के सुधार के लिए उसे बंधन मुक्त करना चाहिए।’  सिफारिश में यह भी कहा गया कि 2017 में कांग्रेस सरकार ने प्राइवेट मार्केट बनाने के लिए रिफार्म किए लेकिन इसका कोई उत्साह पूर्ण परिणाम सामने नहीं आए। प्राइवेट इनवेस्टमेंट नहीं आई।

डा. चीमा ने कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के साथ धोखाधड़ी की। इसके लिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने 2017 के पंजाब विधान सभा और 2019 के लोक सभा चुनाव को लेकर अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था कि उनकी सरकार आती है को एपीएमसी एक्ट को खत्म कर दिया जाएगा। आज कांग्रेस ड्रामेबाजी कर रही है।

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