चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण आज से पाबंदियों को और सख्त किया जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार ने कुछ और सख्त कदम उठाने की तैयारी की है। इसमें सामाजिक, सार्वजनिक व पारिवारिक समारोहों पर और पाबंदियां लगाना शामिल है। इसके अलावा कामकाज के दौरान भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इस बारे में विस्तृत आदेश जारी किए जाएंगे। हम पंजाब को मुंबई या दिल्ली नहीं बनने देंगे।
#AskCaptain ਦੇ 10ਵੇਂ ਐਡੀਸ਼ਨ ਦੇ ਲਾਈਵ ਸੈਸ਼ਨ ਮੌਕੇ। ਕੋਵਿਡ-19 ਦੇ ਵੱਧਦੇ ਮਾਮਲਿਆਂ ਨੂੰ ਦੇਖਦੇ ਹੋਏ ਅਸੀਂ ਨਵੇਂ ਦਿਸ਼ਾ ਨਿਰਦੇਸ਼ ਜਾਰੀ ਕਰ ਰਹੇ ਹਾਂ। ਮੇਰੀ ਸਾਰੇ ਪੰਜਾਬੀਆਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਸਾਰੀਆਂ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਨ ਤੇ ਪੰਜਾਬ ਨੂੰ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋੰ ਬਚਾਉਣ ਵਿੱਚ ਆਪਣਾ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾਉਣ। …[Live] from the 10th edition of #AskCaptain. With the rising number of #Covid19 cases, we are issuing revised guidelines. I appeal to every Punjabi to strictly follow these instructions and observe full precautions to keep Punjab way ahead of the curve. #MissionFateh
Captain Amarinder Singh यांनी वर पोस्ट केले रविवार, १२ जुलै, २०२०
सार्वजनिक व पारिवारिक समारोहों पर बढ़ेंगी पाबंदियां, कामकाज के दौरान भी मास्क पहनना अनिवार्य
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने फेसबुक लाइव के दौरान कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सख्ती बहुत जरूरी है। उन्हाेंने कहा कि वह नहीं चाहते कि पंजाब भी मुंबई, दिल्ली या तमिलनाडु के रास्ते पर बढ़े। हम पंजाब की हालत इनकी तरह नहीं होने देंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में सप्ताहांत में पहले ही लॉकडाउन लगाया हुआ है और सरकार पूरी स्थिति पर पूरी नजर रख रही है। जो भी कदम जरूरी होंगे, वे उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शनिवार को मास्क न पहनने के लिए 5100 लोगों के चालान काटे गए, जबकि सार्वजनिक तौर पर थूकने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार जरूरतमंदों को पुन: प्रयोग होने वाले व धोने वाले मास्क बांटेगी। राज्य में कोरोना से हुई सभी मौतों का ऑडिट किया जा रहा है, जिससे डॉक्टर व माहिर कोविड के विरुद्ध लड़ाई पर और ज्यादा केंद्रित रणनीति बना सकें। उन्हाेंनें कहा कि अब कार्यालयों ओर अन्य जगहों पर कामकाज के दौरान भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
कहा- ऑनलाइन प्रणाली सबके लिए नहीं, शिक्षा विभाग हल निकाले
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा सबसे लिए नहीं है। कुछ ऐसा तबका भी है, जो इस सुविधा से नहीं जुड़ सकता। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को आदेश दिए कि वह जल्द इसका कोई हल निकाले, ताकि हर वर्ग को शिक्षा मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस का अंत कब तक होगा, किसी को नहीं पता। इसलिए जरूरी है कि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो। एक वर्ग तो ऑनलाइन पढ़ाई कर सकता है, लेकिन एक वर्ग इससे वंचित है। इसका ठोस हल निकलाना चाहिए।
बड़ी रैली न करें राजनेता
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वर्तमान में 17 पीसीएस अधिकारी और दो आइएएस अधिकारी व उनके परिवर कोविड-19 की चपेट में हैं। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से अपील की है कि वे बड़ी रैली न करें। इससे कोरोना का खतरा और बढ़ जाता है। कैप्टन ने कहा, ‘छोटी रैली के दौरान भी राजनेता इस बात पर ध्यान दें कि लोगों ने मास्क पहने हुए हैं या नहीं। उन्होंने कहा, मैंने देखा कि कुछ रैलियों में नेताओं ने मंच पर और लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। अगर नेता ही कानून का पालन नहीं करेंगे तो बाकी लोगों को कैसे कानून का पालन करने के लिए कैसे कहेंगे।