चंडीगढ़। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य के 42वें विधानसभा चुनाव में पंजाबियों का दबदबा कायम रहा। चुनाव में आठ पंजाबियों ने विजय हासिल की है। इनमें जगरूप बराड़ (सरी फलीटवुड), जिन्नी सिमज (सरी पैनेरामा), हैरी बैंस (सरी न्यूटन), रवि काहलों (नार्थ डेल्टा), राज चौहान (बर्नबी एडमंडज), एडवोकेट अमनदीप सिंह(रिचमंड क्वीन्जब्रो) रचना सिंह (सरी-ग्रीन टिंबरज) और निक्की शर्मा (वेंकूवर-हेसटिंग्ज) शामिल हैं। खास बात यह है कि इन चुनावों में 22 पंजाबी चुनाव मैदान में थे। इनमें से 11 सत्ताधारी पार्टी एनडीपी, नौ लिबरल पार्टी और दो ग्रीन पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहे थे।
आठ पंजाबियों ने जीते चुनाव, एनडीपी ने बड़ी जीत की हासिल, जान हर्गन बने प्रीमीयर
एनडीपी के जान हर्गन के लिए समय से पहले चुनाव करवाना फायदे का सौदा रहा है। उनकी पार्टी को बहुमत के लिए 44 सीटें चाहिए थीं, जबिक उनकी पार्टी ने 55 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके साथ ही हर्गन प्रीमियर बन गए हैं। लिबरल पार्टी को 29 और ग्रीन पार्टी को केवल दो ही सीटें मिली हैं। इस चुनाव के अंतिम परिणाम 11 नवंबर के बाद आएंगे क्योकि अभी एडवांस पोलिंग की गणना नहीं हुई है।
Thank you to the amazing residents of Richmond-Queensborough who I was able to connect with during this campaign. It has been a true honour to stand before you & hear about the issues impacting you & your families. I'm grateful to the team of volunteers who helped our team effort pic.twitter.com/p4BSx7bLCy
— Aman Singh (@AmanSinghNDP) October 25, 2020
जालंधर के सहगल परिवार की बहू ने कनाडा में दूसरी बार जीता चुनाव, बनीं एमएलए
जालंधर के सहगल परिवार की बहू रचना सिंह सहगल कनाडा की धरती पर दूसरी बार जीत का परचम लहराकर एमएलए बनी हैं। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) से जुड़ी रचना सहगल इससे पहले 2017 में एमएलए चुनी गई थीं। इस दौरान बेहतर परफार्मेंस और लोगों के जुड़ाव के चलते रचना ने दूसरी बार जीत दर्ज की है। इससे जालंधर हाइट्स स्थिति रचना के परिजनों में भारी उत्साह है।
पंजाब पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के स्पोक्सपर्सन मोंटी सहगल बताते हैं कि उनके भाई गुरप्रीत सिंह ब्रिटिश कोलंबिया कनाडा में ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट हैं। भाभी रचना सिंह वहां की ‘क्यूप’ संस्था में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करती थीं। वर्ष 2017 में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) की तरफ से सीट दी गई थी, जिसे उन्होंने जीत के रूप में बदल दिया था। अब एक बार फिर से पार्टी ने उन्हें सीट दी थी, जिसपर उन्होंने जीत हासिल की है। उनका एक बेटा कोतक और बेटी शाहिस्ता है।