पंजाब में पिछले दिनों जहरीली शराब पीने से मारे गए लोगों के मामले में प्रदेश में गर्म है। कांग्रेस पार्टी की सरकार को बर्खास्त करने को लेकर रविवार को अकाली दल के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने राजभवन की ओर जाने का प्रयास किया। पुलिस की ओर से प्रदर्शन करने वाले और राजभवन की ओर जाने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पिछले सप्ताह आप ने किया था विरोध प्रदर्शन
जहरीली शराब मामले पर पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के फॉर्म हाउस की तरफ जाने का प्रयास किया गया था। जिसे पुलिस ने न्यू चंडीगढ़ के पास पकड़ कर मोहाली थाने में डाल दिया गया था। पंजाब राजभवन का घेरने जा रहे हीरा सिंह गाबड़िया सहित अन्य अकाली नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने राजभवन से कुछ ही दूरी पर हिरासत में ले लिया। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान अकाली नेताओं व पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। बता दें, शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस को नशे के मुद्दे पर घेरने के लिए मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। कुछ साल पहले अकाली- भाजपा गठबंधन सरकार के समय पंजाब आए राहुल गांधी ने जोरशोर के साथ ड्रग्स का मुद्दा उठाकर तत्कालीन राज्य सरकार की घेराबंदी की थी। अब अकाली दल ने भी कांग्रेस पर पलटवार करने की तैयारी कर ली है।
अकाली ने इसी योजना के तहत आज राजभवन घेरने की योजना बनाई। वहीं, जहरीली शराब के मामले को लेकर अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल 11 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर के बाहर धरना देंगे। उनके साथ पार्टी के कोर कमेटी के सभी सदस्य और सभी विधायक धरने पर बैठेंगे।
अकाली दल के नेताओं व वर्करों ने प्रदर्शन किया
रविवार को अकाली दल के नेता व विधायकों ने पंजाब राजभवन की तरफ जाने का प्रयास किया और राज्यपाल से पंजाब सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। पंजाब राजभवन का घेरने जा रहे अकाली नेता हीरा सिंह गाबड़िया सहित अन्य अकाली नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने राजभवन से कुछ ही दूरी पर हिरासत में ले लिया है। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान अकाली नेताओं व पुलिस के बीच कही सुनी भी हुई है। पुलिस को हीरा सिंह गाबड़िया को जब जाने से रोका तो वे जमीन पर बैठ गए, पुलिस ने किसी तरह से उन्हें काबू किया और पकड़ा। पंजाब की आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल की ओर से पंजाब सरकार को जहरीली शराब के मुद्दे पर घेरने का काम शुरू किया गया है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि इस त्रासदी में 123 लोगों की जान चली गई। मृतकों के परिजन कांग्रेस विधायकों और नेताओं पर जहरीली शराब बिकवाने के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। पीड़ितों को इंसाफ दिलवाने के लिए जारी संघर्ष के तहत अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर सांकेतिक धरना दिया जाएगा। चीमा ने कहा कि किसी समय पंजाब के 70 फीसद युवाओं को नशे का आदी बताने वाले राहुल गांधी को चुप्पी तोड़नी चाहिए। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ही इस मामले की सीबीआइ की मांग करते हुए दावा कर रहे हैैं कि अगर जांच हो जाए तो आधी से ज्यादा कैबिनेट जेल में होगी।