- कोरोना संक्रमण को लेकर पंजाब सरकार ने देश में सबसे पहले लगाई थी लॉकडाउन की स्थिति, फेल होने पर पहले ही दिन कर्फ्यू में बदला था
- कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा-राज्य में कोरोना संक्रमण के केसों में कमी और त्योहारों के सीजन को देखते हुए लिया गया राहत का फैसला
- विवाह-शादियों और अंतिम संस्कार में 100 लोग शामिल हो सकेंगे, जबकि कार में तीन और बसों में 50 प्रतिशत लोग सफर कर सकेंगे
चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना के मामलों में नियंत्रण के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में तत्काल प्रभाव से रात का कर्फ्यू हटाने के आदेश दिए हैं। साथ ही सीएम ने रविवार का लॉकडाउन भी खत्म करने की घोषणा की है। उन्होंनेे शादी व अंतिम संस्कार में 100 लोगों के शामिल होने की भी छूट देने को कहा। सीएम लोगों से कोविड संक्रमण रोकने के लिए बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करने का अपील की है। उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिए कि मास्क न पहनने वालों व नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।
कोरोना विषाणु के संक्रमण की महामारी के साथ जंग के बीच कुछ अच्छी खबर है। केंद्र के बाद अब पंजाब सरकार ने भी अनलॉक-5 की गाइडलाइन जारी की हैं। नए निर्देश के मुताबिक सूबे में अब रात में कर्फ्यू की स्थिति नहीं रहेगी। साथ ही रविवार को लगाए जा रहे लॉकडाउन को भी खत्म कर दिया गया है। हालांकि अभी मास्क पहनकर चलना लाजमी है। इसके बगैर पुलिस कार्रवाई कर सकती है। दूसरी ओर अभी स्कूल खोलने की दिशा में कोई फैसला राज्य की सरकार ने नहीं लिया है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण को लेकर पंजाब सरकार लॉकडाउन लगाने वाली पहली राज्य सरकार थी। इसके बाद जब देशभर में लॉकडाउन की स्थिति लागू हुई तो उसी दिन सूबे की सरकार ने इसे कर्फ्यू में बदल दिया था। 23 मार्च से 18 मई तक कर्फ्यू की स्थिति रही, फिर कुछ राहत देते हुए इसे लॉकडाउन में बदल दिया गया था। इसके बाद 20 अगस्त को सूबे की सरकार ने रात में कर्फ्यू की स्थिति लागू कर दी तो फिर दो दिन बाद ही रात के कर्फ्यू के साथ वीक-ऐंड लॉकडाउन भी लगा दिया था। फिर अनलॉक-4 में इस पाबंदी को सिर्फ संडे लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के रूप में जारी रखा गया। गुरुवार को जारी गाइडलाइन के मुताबिक अब इन दोनों ही पाबंदियों को खत्म कर दिया गया है।
हालांकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डीजीपी को आदेश जारी कर मास्क पहनने संबंधी नियमों का सख्ती से पालन कराने को कहा है। इसके साथ ही अंतिम संस्कार एवं शादी समारोह के साथ साथ धार्मिक समागमों में में 100 लोगों के शामिल होने की भी छूट दे दी गई है। इससे पहले यह संख्या काफी कम थी। सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के केसों मे गिरावट आई है। कोरोना संक्रमण कम होने और साथ ही त्योहारों के सीजन को देखते हुए ये फैसला लिया जा रहा है। अब राज्य में विवाह-शादियों और अंतिम संस्कार में 100 लोग शामिल हो सकेंगे, जबकि कार में तीन सवारियां और बसों में 50 प्रतिशत लोग ही सफर कर सकेंगे।
दूसरी ओर भले ही देश के कई हिस्सों में 21 सितंबर को स्कूल खोलने की अनुमति दे दी गई है, पर पंजाब में अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। बीते दिन जहां शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने कोरोना संक्रमण खत्म होने तक स्कूल नहीं खोले जाने की बात कही थी, वहीं आज कैप्टन ने कहा है कि इस मामले में अंतिम फैसला गृह सचिव और शिक्षा विभाग को विचार-विमर्श करके लेने के लिए कहा गया है।