मोहाली। आइपीएल मैच (IPL Match) पर सट्टा लगाने के मामले में गिरफ्तार हुए विपन कुमार व राकेश मनचंदा उर्फ रिंकू ने शनिवार को दुबई में हुए किंग्स इलेवन पंजाब (King XI Punjab) व कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) आइपीएल क्रिकेट मैच पर 5 लाख रुपये का सट्टा लगवाया था। इसकी पेमेंट ऑनलाइन गूगल पे (Google Pay) व पेटीएम (Paytm) के जरिए होनी थी। आरोपितों ने सेक्टर-70 स्थित होमलैंड सोसायटी के टावर नंबर–4 के फ्लैट नंबर 102 में इसका सैटअप बना रखा था। इस मामले में हैरानी जनक तथ्य य़ह है कि उक्त चार लोगों के अलावा पंजाब के विभिन्न जिलों खासकर मालवा में अबोहर, बठिंडा, फाजिल्का, फिरोजपुर जैसे शहरों से आकर सट्टेबाज अपना गौरखधंधा चला रहे थे इसमें दर्जनों लोग शामिल थे जो पंचकुला, चंडीगढ़ व जिरकपुर से इन लोगों से डील करते है व हर मैच में करोड़ों का सट्टा मैच पर लगाया जाता है। पुलिस मोहाली के अलावा आसपास के इलाकों में सट्टे का कामं करने वाले दूसरे सट्टेबाजों की भी तलाश कर रही है जिसमें गिरफ्तार लोगों के मोबाइल फोन की काल डिटेल के साथ उक्त लोगों से सख्ती से पूछताछ कर इसका खुलासा किया जाएगा। पुलिस भी मानती है कि सट्टेबाजों का पूरा गैग है जो पंजाब के विभिन्न इलाकों से इन लोगों के संपर्क में है।चंडीगढ़ व मोहाली को सुरक्षित स्थान मानकर आईपीएल व दूसरे सीजन में आकर यहां डेरा जमा लेते हैं।
आरोपितों ने पिछले दो महीने से यहां किराये पर मकान लिया हुआ था और वह अब तक 35 मैचों पर सट्टा लगवा चुके थे। हालांकि इस मामले में दो आरोपित तारुष पवन व मलकीत सिंह फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की दो टीमें गांव किला लाल बटाला व गांधी नगर कॉलोनी कैथल रेड पर गई हुई है।
सट्टे के साथ ड्रग सप्लाई का भी था कारोबार
उक्त आरोपित सट्टे के साथ-साथ ड्रग सप्लाई का कारोबार भी करते थे। आरोपितों से पुलिस रेड के दौरान 570 ग्राम हेरोइन बरामद हुई जिसकी अंतर राष्ट्रीय कीमत 2 करोड़ 85 लाख रुपये है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपित यह ड्रग कहां से लेकर आए और इन्होंने इसकी सप्लाई कहां देनी थी। पुलिस आरोपितों का डोप टेेस्ट भी करवाएगी, ताकि पता लगाया जा सके कि आरोपित खुद भी ड्रग के आदि है या नहीं।
अटैची में फिट करवा रखी थी फोन लैंडिंग मशीन
ऑनलाइन सट्टे के लिए आरोपितों ने एक अटैची में फोन लैंडिंग मशीन फिट करवा रखी थी। जिसमें चार्जिंग प्वाइंट व ऑक्स लगाकर सट्टा बुक करवाया जाता था। इस मशीन में एक सरवर फिट है जिसमें सट्टा लगाने वालों की रिकार्डिंग व उनके फोन नंबर सेव होते हैं। बाद में बुकी इन रिकार्डिंग को सुनकर ही पैसों का लेनदेन करते थे। आरोपितों की सारी पेमेंट ऑनलाइन होती थी। पुलिस को आरोपितों से हार्ड कैश बरामद नहीं हुआ है। पुलिस उनके बैंक खातों की जांच कर रही है।
रजिस्टर पर कोडवर्ड में कस्टमर की लिखते थे डिटेल
आरोपितों से पुलिस को दो अलग-अलग रजिस्टर मिले हैं। दोनों आरोपितों के अपने-अपने सर्कल थे दोनों अलग-अलग अपने कस्टमर से एक मैच पर सट्टा लगवाते थे। उनकी एंट्री कोड वर्ड में रजिस्टर पर लिखी जाती थी। इन एंट्री की पुलिस जांच की जा रही है। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इससे पहले आरोपितों ने हिसार व जीरकपुर में भी मकान लेकर सट्टा लगावाया है। आरोपितों के खिलाफ दो मामले हरियाणा में भी दर्ज हैं।
यह हुई थी आरोपितों से रिक्वरी
शनिवार देर रात पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर होमलैंड सोसायटी में रेड की थी। पुलिस को आरोपितों से 4 लैपटाप, 14 मोबाइल फोन, सट्टा लगाने वाली फोन लैंडिंग मशीन, 570 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी। मटौर थाना पुलिस ने इस मामले में चार आरोपित विपन निवासी हिसार, रकेश मनचंदा निवासी फरीदाबार, तारुश पवन व मलकीत सिंह उर्फ अमन को नामजद किया है। उक्त आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 420, गैंबलिंग एक्ट, एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।