चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है। सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान जमकर हंगामा हुआ। जब राज्यपाल विधानसभा का अभिभाषण पढ़कर बाहर जा रहे थे तो विधानसभा परिसर के गेट तक विपक्षी विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और स्वागत के लिए बिछाए गए रेड कारपेट को भी हटा दिया। शिरोमणि अकाली दल ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया आम आदमी पार्टी ने विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और लोक इंसाफ पार्टी के विधायकों ने अलग-अलग जगहों पर राज्यपाल के जाने के रास्ते में उनके खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले जब राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर विधानसभा में प्रवेश कर रहे थे तो शिरोमणि अकाली दल विधायकों ने राज्यपाल गो बैक के नारे लगाए। भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
अकाली विधायकों ने राज्यपाल के स्वागत के लिए बिछाया गया रेड कारपेट हटा दिया।
अभिभाषण में राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने कोरोना काल में पंजाब सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि राज्य में प्रतिदिन 26500 टेस्ट किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि 3 प्लाज़्मा बैंक भी बनाए, ताकि गंभीर मरीजों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान उन लोगों के बिजली कनेक्शन नहीं कटे जिन्होंने बिल नहींं भरे। पांच लाख से ज्यादा मज़दूरों को उनके घरों में भेजने का प्रबंध किया गया।राज्यपाल ने कहा कि महामारी को रोक लिया गया है, पर यह लापरवाही बरतने का समय नहीं है।
साथ ही चलते हैं राजभवन का घेराव करने: मजीठिया
बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस के विधायक सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर मेज थपथपाएंगे या राज्यपाल का घेराव करेंगे। अगर विधायक अभिभाषण केे बजाय राजभवन का घेराव करने के लिए जाएंगे तो अकाली दल भी उनके साथ घेराव करने के लिए जाएगा। मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत को लेकर राजभवन का घेराव करने जा रही है। असल में उन्हें वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का घेराव करना चाहिए। क्योंकि पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे पर वह केक काटते हैं। अगर जाखड़ को लोगों की इतनी ही चिंता है तो उन्हें मनप्रीत के गले पर अंगूठा रख कर पंजाब में पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करवानी चाहिए।
अभिभाषण के बाद होगा घेराव: जाखड़
कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने स्पष्ट किया कि विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद राजभवन का घेराव किया जाएगा। इसमें सभी विधायक शामिल होंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि राज्यपाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं इसलिए कांग्रेस पार्टी पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमत के खिलाफ राजभवन का घेराव करेगी। जहां तक अभिभाषण की बात है, अगर राज्यपाल पंजाब के हितों को अनदेखा करते हैैं तो विधायक मेज क्यों थपथपाएंगे।