चंडीगढ़। पंजाब के अधिकतर स्थानों पर किसान संगठनों के भारत बंद का असर है। राज्य में अधिकतर हाईवे और मुख्य सड़कों को किसानों ने जाम कर दिया है। लुधियाना के खन्ना सहित राज्य में कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारी किसानों ने हाईवे और अन्य सड़कों पर तंबू गाड़ दिए हैं। फाजिल्का सहित कई स्थानों पर किसान रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए हैं। बंद के कारण राज्य में सड़क और रेल यातायात बाधित है। इस दौरान राज्य भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
किसान संगठनों ने जालंधर-दिल्ली हाईवे और लुधियाना-दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया है। इससे इन महत्वपूर्ण मार्गों पर यातायात बाधित हो गया है। राज्य में अन्य हाईवे व मुख्य सड़कों पर भी किसान संगठनों के सदस्य धरना दे रहे हैं। सड़कों पर ट्रैक्टर ट्राली व अन्य वाहन खड़ी कर जाम लगा दिया गया है।
किसान संगठन के सदस्य फाजिल्का के रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए हैं। इसी तरह किसान प्रदर्शनकारियों ने राज्य में कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है। इससे ट्रेनों का अवागमन रुक गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान का फाजिल्का व्यापार मंडल ने पूरा समर्थन दिया है। व्यापार मंडल के आह्वान पर सुबह से ही दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी हुई हैं और बाजार पूरी तरह से सुनसान है। हालांकि एक्का दुक्का दुकानें भी खुली है लेकिन व्यापार मंडल उन्हें आह्वान कर रहा है कि शाम 4 बजे तक दुकानें बंद रखी जाए। उधर हाईवे पर धरना लगाने के लिए किसान एकत्रित होने शुरू हो गए हैं ।
गुरदासपुर के कस्बा काहनूवान में माझा किसान संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने गुरदासपुर-काहनूवान रोड पर चक्का जाम कर दिया है और प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरदासपुर के दीनानगर में भारत बंद के दौरान किसानों ने रेलवे लाइन पर धरने शुरू कर दिया। किसानों ने रेलवे ट्रैक पर टेंट लगा दिया। बंद का कपूरथला और हाेशियारपुर जिले में भी काफी असर है। यातायात बंद है और अधिकतर बाजारों में दुकानें नहीं खुली हैं।
अमृतसर में भी भारत बंद का असर दिखाई दे रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद के चलते हुए अमृतसर जिले में किसान संगठन के सदस्स सुबह दह बजे से ही सक्रिय हैं। अमृतसर व जिले के अन्य स्थानों पर अधिकतर बाजार बंद हैं। किसानों के रेल ट्रैक भी बंद के एलान को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशन से किसी ट्रेन को नहीं चलाया जा रहा है। किसानों की ओर से विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
किसान संगठनों के भारत बंद के दौरान अमृतसर शहर में कई स्थानों पर किसान प्रदर्शन कर रहे है। शहर के गोल्डन गेट के समीप किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य प्रदर्शन कर रहे हैं।
बठिंडा में भारत बंद रहा सफल, प्रमुख बाजारों के साथ बसे भी रही बंद, सड़कों पर लगे जाम से परेशान हुए लोग
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के हक में सोमवार को किए गए भारत बंद का जिले भर में असर देखने को मिला। जिले भर में विभिन्न स्थानों पर लगे धरने प्रदर्शन के कारण विभिन्न स्थानों में कामकार के लिए जाने वाले लोग एक ही जगह पर बंधकर रह गए। किसानों का शहर के व्यापारी व ट्रांसपोर्टरों ने भी समर्थन किया जिससे शहर में अधिकतर बाजार बंद रहे। व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी वही ट्रांसपोर्टरों ने भी पूर्ण तौर पर बसों का चक्का जाम रखा। इसके अलावा होटल एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन करते हुए कोई भी काम न करने का फैसला किया। हालांकि इस बंद के दौरान पहले से बुक हुए कार्यक्रमों को चलने दिया गया। भारत बंद के समर्थन में राजनीतिक व विभिन्न संगठनों के नेता भी एकजुट होकर रोष मार्च में शामिल हुए। किसानों का जिले में सबसे बड़ा धरना भाई घन्हैया चौक में लगाया गया। वही जिले में किसानों द्वारा 19 जगहों पर सड़कों को जाम किया गया जिससे लोग परेशान रहे व सड़कों व हाईवे में वाहनों की लंबी लाइने भी लगी। इस दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस की ओर से दो हजार मुलाजिमों को विभिन्न धरना स्थलों में तैनात किया गया था। जहां पर किसानों ने धरना लगाया, वहां पर बैरीकेड्स के अलावा फोर्स तैनात की गई थी। वही जिले के एसएसपी अजय मलुजा व आला अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए विभिन्न स्थानों में पहुंचे। वहीं प्रशासन की ओर से भी बंद के मद्देनजर सभी प्रकार के प्रबंध कर जिले में धारा 144 लगाई गई थी। इसके तहत एक जगह पर भीड़ इकट्ठी नहीं की जा सकती। मगर किसानों ने अपने संघर्ष की पूरी तैयारी कर भीड़ जुटाने का सिलसिला जारी रखा। जबकि प्रदर्शन में जिले की विभिन्न यूनियनों ने भी समर्थन किया है। इस दौरान व्यापार मंडल ने सुबह से शाम तक दुकानें बंद रखी। वही शहर में 100 से ज्यादा होटल बंद रहे। प्रधान सतीश अरोड़ा ने बताया कि पहले से बुकिग वाले कार्यक्रम ही होटल में किए गए है। इस दौरान कोई नया कार्यक्रम नहीं किया गया है। प्राइवेट बस यूनियन ने बंद के समर्थन में सभी प्राइवेट बसों का पूर्ण तौर पर चक्का जाम रखा। दोनों यूनियनों के प्रधान बलतेज वांदर व रवि जलाल ने बताया कि भारत बंद के दौरान बसों को बंद रखा गया है। वही शहर में दाखिल होने व बाहर निकलने के सभी रास्ते बंद होने के चलते सरकारी बसे स्टेंड में ही खड़ी रही।
वही सरकारी आयुर्वैदिक उपवैद यूनियन ने भी बंद का समर्थन किया। पंजाब के महासचिव व सीपीएफ कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान इकबाल सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों द्वारा शुरू किए संघर्ष में उनके द्वारा पूरा साथ दिया गया।
इस दौरान रेलवे स्टेशन मंडी रामपुरा, बठिडा अंबाला रेल ट्रैक, रेलवे स्टेशन मौड़ मंडी, बठिडा टू जाखल रेल ट्रैक, रेल ब्लाकेड नजदीक रेलवे स्टेशन बठिडा अंडरब्रिज मुल्तानिया में किसानों ने धरना देकर अपना विरोध जताया। वही टोल प्लाजा नजदीक गांव लहरा बेगा, बठिडा चंडीगढ़ रोड, टी प्वाइंट मौड़ कैंचियां, मंडी रामपुरा, बठिडा चंडीगढ़ रोड, रिलायंस पेट्रोल पंप नजदीक गांव रामपुरा, बठिडा चंडीगढ़ रोड, भुच्चो कैंचियां व भुच्चो मंडी रोड व बठिडा चंडीगढ़ रोड, टोल प्लाजा गांव जीदा, बठिडा अमृतसर रोड, गोनियाना चौक बठिडा में बठिडा अमृतसर हाईवे, बस स्टैंड भगता भाईका एरिया, बाजाखाना बरनाला रोड, टी प्वाइंट गांव सलाबतपुरा एरिया, बाजाखाना बरनाला रोड, बस स्टैंड गांव भोडीपुरा व बाजाखाना बरनाला रोड, राम नगर कैंचियां मौड़ मंडी एरिया, बठिडा मानसा रोड, एजुकेशनल कालेज माइसरखाना एरिया, बठिडा मानसा रोड, बस स्टैंड गांव घुद्दा, बठिडा बादल फोरलेन रोड, संगत कैंचियां, बठिडा डबवाली नेशनल हाईवे, ठाणा चौंक तलवंडी साबो, बठिडा मानसा स्टेट हाईवे, नजदीक दशमेश पब्लिक स्कूल तलवंडी साबो, बस स्टैंड गांव कोटशमीर, बठिडा मानसा स्टेट हाईवे, बस स्टैंड गांव बल्लुआना, बठिडा मलोट हाईवे, नौरंग चौंक रिफाइनरी स्टेट हाईवे गांव रामसरा, टी प्वाइंट गांव गुरथड़ी, बठिडा डबवाली नेशनल हाईवे मानसा पूरी तरह से बंद होने के कारण लोगों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।