चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में एक बार कलह का माहौल पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पटियाला और दूसरे जिलों के नाराज विधायकों को बेशक शांत कर लिया हो, लेकिन राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा उनके खिलाफ अब भी आक्रामक बने हुए हैं। बाजवा ने फिर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है और इसमें इस बार उनको तीन कांग्रेस विधायकों का भी साथ मिला है। बाजवा ने पूरे प्रदेश की गन्ना मिलों की ओर किसानों के बकाए का मुद्दा उठाया और इसमें उन्हें तीन विधायकों का भी साथ मिला है।

प्रदेश की गन्ना मिलों की ओर किसानों के बकाए का उठाया मुद्दा

द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिखी गई चिट्ठी में तीन विधायक फतेजजंग सिंह बाजवा, बलविंदर सिंह लाडी और जोगिंदर पाल ने भी हस्ताक्षर किए हैं। वैसे बाजवा पिछले कई दिनों से विभिन्न मुद्दों को लेकर कैप्टन सरकार का ध्यान इनके समाधान के लिए आकर्षित करते रहे हैं। इनमें आबकारी नीति से हुए नुकसान व रेत की हो रही अवैध माइनिंग जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।

बाजवा ने मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी, तीन विधायकों ने भी किए हस्ताक्षर

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि राज्य की सहकारी और गैर सरकारी मिलों की ओर से दो सालों का 681.48 करोड़ रुपये बकाया है। नियमों के मुताबिक मिल की ओर से गन्ने की खरीद के 14 दिन के अंदर अदायगी करनी होती है। अगर वह ऐसा नहीं करती तो उन्हें ब्याज देना पड़ता है। बाजवा ने कहा कि अगर दसूहा की एबी शूगर मिल और अमलोह की मिल 2018-19 और 2019-2020 की अदायगी कर सकती हैं तो अन्य मिलें क्यों नहीं कर सकतीं।

प्राइवेट मिलों की ओर बकाया

प्रताप सिंह बाजवा के अनुसार इंडियन सुक्रोज मुकेरियां की ओर दो साल का 130 करोड़, फगवाड़ा मिल 80 करोड़, बुटर सेवियां 43 करोड़, कीड़ी अफगाना 100 करोड़ व धूरी शूगर मिल की ओर 30 करोड़ बकाया है।

सहकारी मिलों की ओर बकाया

नवांशहर की सहकारी मिल की ओर 42 करोड़, बुढेवाल 22.27 करोड़, मोरिंडा 29 करोड़, फाजिल्का 17.47 करोड़, गुरदासपुर 45.50 करोड़, अजनाला 52.52 करोड़, नकोदर 35.63 करोड़ और भोगपुर सहकारी मिल की ओर 29.84 करोड़ रुपये बकाये है।