चंडीगढ़। पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बुधवार काे यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ता पर कांग्रेस इसलिए हमला करवा रही है ताकि पार्टी राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव न लड़ सके। इस कारण राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव केंद्रीय बलों की निगरानी में हो।
अश्विनी शर्मा ने बुधवार को पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर के साथ मुलाकात की और पंजाब में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हमले के बारे में जानकारी दी। राज्यपाल से मुलाकात के बाद अश्विनी शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एक साजिश के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं पर किसान आंदोलन की आड़ में कांग्रेस सरकार हमले करवा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव में भाग ना ले सके। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि मौजूदा डीजीपी दिनकर गुप्ता कांग्रेस एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।
राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से मिलकर भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा ने लगाया आरोप
राज्यपाल के साथ हुई मीटिंग के बाद पार्टी प्रधान अश्वनी शर्मा और महासचिव डॉ सुभाष शर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से भाजपा के नेताओं पर हमले किए जा रहे हैं, उसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि पार्टी स्थानीय निकाय के चुनाव में न तो प्रचार कर सके, न ही उसके उम्मीदवार खड़े हों और कांग्रेस एक तरफा चुनाव जीत जाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी निर्देश दिया जाए कि नगर निगम और पालिकाओं के चुनाव में केंद्रीय सुरक्षा बल लगाए जाएं क्योंकि पार्टी को अब पंजाब पुलिस पर विश्वास नहीं रहा है।
अश्विनी शर्मा बताया कि उन्होंने राज्यपाल से यह भी कहा कि टोल प्लाजा पर प्रधानमंत्री के बुतों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। यह उनका अपमान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश का होता है न कि वह किसी एक पार्टी का है। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत भाजपा नेताओं के व्यवसायों को बंद किया जा रहा है ताकि भाजपा से जुड़े हुए व्यवसायी पार्टी को स्पोर्ट ना कर सकें। इसके पीछे भी कांग्रेस का हाथ स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है।
उन्होंने राज्यपाल को यह भी बताया कि भाजपा नेताओं के घरों के बाहर तीन महीने से धरने लगे हुए हैं। उन्हें भी हटवाने के लिए भी राज्य सरकार को निर्देश दिए जाएं। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर किसानों ने धरने लगाने हैं तो उन्हें भाजपा नेताओं के घरों से पांच सौ मीटर की दूरी पर लगाने को कहा जाए।