चंडीगढ़। कर्फ्यू के दौरान लगी रोकों के मद्देनजर लोगों को वित्तीय लेन-देन की सुविधा देने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आदेशों पर 30 और 31 मार्च 2020 यानी सोमवार व मंगलवार को राज्यभर में बैंक खुले रहेंगे। इसी तरह 3 अप्रैल से बारी-बारी (रोटेशन) के आधार पर बैंकों की सभी ब्रांचेंं सप्ताह में दो दिन के लिए खुला करेंगी। हालांकि कई जिलों में बैंक तो खुले लेकिन उन्होंने पब्लिक डिलिंग के काम नहीं किए जबकि फिरोजपुर में बैंकों की तरफ से पेंशन धारकों को नगदी देने का सामाचार मिला है। राज्य के गृह विभाग ने COVID-19 के संक्रमण के खतरे को लेकर लगे कर्फ्यू के दौरान 30 और 31 मार्च 2020 और उसके बाद बैंकों की ब्रांचें खोलने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
पंजाब में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए कर्फ़्यू में ढील देते सरकारी हुक्मों और सभी बैंकों दो दिन (30 -31 मार्च) के लिए खोलीं जा रही हैं। वहाँ ही यह बैंकों को अप्रैल महीनो की शुरुआत से हफ़्ते में दो दिन खोलने का भी ऐलान किया गया है। बेशक बैंकों के खुलने साथ जनता ने सुख की साँस ली है परन्तु वहाँ ही भीड़ न इकट्ठी करने की सरकारी हिदायतें को दरकिनार किया जा रहा है।
वहाँ ही आज अजनाला और गुरू हरसहाए में बैंक खुलने के बाद जहाँ जनता ने सुख की साँस ली वहाँ ही बैंकों के बाहर सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग एक ही जगह पर इकठ्ठा हो गए वहाँ ही कोरोना वायरस की भयानक बीमारी के चलते यहाँ के बैंक प्रशासन की तरफ से भीड़ को काबू करने के लिए कोई भी प्रबंध नहीं किये गए क्योंकि इस तरह भीड़ इकट्ठी होने के कारण कोरोना वायरस के का ख़तरा बढ़ने के आसार बने हुए हैं।। इस भीड़ सम्बन्धित पता चलते ही गुरू हरसहाए के डी.एस.पी सरदार भुपिन्दर सिंह की तरफ से मौके पर पहुँच कर कर्मचारियों को दिशा निर्देश के कर लोगों को सोशल डिस्टैंस बनाऐ रखने को कहा और लोगों की लाईनों लगाईं।
पंजाब के कई जिलों में बैंक खुलने के बाद लोग बाहर लंबी लाइने बनाकर खड़े हो गए जो कोरोना सुरक्षा के लिए जहां खतरा बन रहे हैं वही लाकडाउन व कर्फ्यू के आदेशों की भी अवहेलना कर रहे हैं।
- राज्य और यूटी चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नरों को बैंकों के स्टाफ को कर्फ्यू में ढील देने के लिए अपेक्षित सहायता देने और अन्य संबंधित वस्तुओं को यकीनी बनाने के लिए कहा गया है। एडवाइजरी के मुताबिक यह फ़ैसला किया गया है कि सभी बैंक ब्रांचें, एटीएम, बैकिंग पत्राचार, नकदी ले जाने वाली एजेंसियां, बैंकों को आइटी और इंजीनियरिंग सहायता देने वाले 30 और 31 मार्च, 2020 को काम करेंगे। इसी तरह राज्य और यूटी चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नरों को पास जारी करने और कर्फ्यू में अपेक्षित ढील देने के लिए बनती सहायता देने के आदेश जारी किए गए हैं।
- 31 मार्च को सभी सरकारी चेेकों को विशेष मंजूरी दी जाएगी। पहली अप्रैल, 2020 को बैंक सार्वजनिक कार्य नहीं निपटाएंगे, लेकिन राज्य और यूटी चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नरों को इस दिन भी बैंक स्टाफ को ज़रुरी पास जारी करने के लिए कहा गया है। इसी तरह 3 अप्रैल, 2020 के बाद सभी बैंक ब्रांचें, एटीएम, बैकिंग कारसपौंडैंट, नकदी ले जाने वाली एजेंसियाँ, बैंकों को आइटी. और इंजीनियरिंग सहायता देने वाले स्टाफ की थोड़ी संख्या के साथ काम करेंगे।
बैंक यह यकीनी बनाएंगे कि एटीएम 24 घंटे काम करें और बैंक कारसपौडेंट सुरक्षा कर्मियों के साथ ग्रामीण इलाकों में अपनी सेवाएं निभाएं। उन्होंने सामाजिक दूरी और सफ़ाई के ध्यान को यकीनी बनाने की हिदायत दी। इसी तरह व्यापारिक गतिविधियों को जारी रखने की राह पर बैंकों खोलने के लिए उपरोक्त को अमल में लाने के लिए कम स्टाफ, शारीरिक दूरी और सफ़ाई संबंधी गृह विभाग/स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों की सख्ती के साथ पालन किया जाएगा।
- यह आदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 24 मार्च, 2020 को सभी कमर्शियल और प्राइवेट संस्थाओं और कुछ कमर्शियल और प्राइवेट संस्थाएं जिनमें बैंक और एटीएम शामिल थे, को बंद करने के लिए जारी निर्देशों की दिशा में किए गए हैं। इसका पालन वित्त मंत्रालय और रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से 27 मार्च, 2020 को जारी किए आदेशों के साथ किया गया था।
- एडवाइजरी में बताया गया है कि COVID-19 के प्रभाव के कारण इस प्रणाली को चालू रखने की बहुत ज़रूरत है क्योंकि केंद्र व पंजाब सरकार दोनों ने ही विभिन्न वर्गों के लिए राहतों का ऐलान किया है और इन लाभों का फ़ायदा लाभपात्रियोंं तक समय पर पहुंचना बहुत ज़रूरी है। ऐसी रियायतें सिर्फ बैंकिंग प्रणाली के चलते ही लाभपात्रियोंं तक पहुंच सकती हैं।