चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी पर बड़़ा हमला किया और बेहद गंभीर आरोप लगाा है। इससे पहले उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी पाकिस्तान के साथ मिलकर पंजाब में मुश्किलें पैदा कर रहा है। अमरिंदर ने इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को विदेशी ताकतों के हाथ में न खेलने की नसीहत दी थी। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में आप नेता अपने संकुचित राजनीतिक हितों के लिए राज्य के लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी पर बोला जोरदार हमला
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि एक तरफ वे (आप नेता) संकट के इस समय में मिल कर लड़ने की बात करते हैं और दूसरी तरफ पाकिस्तान की तरफ से महामारी को लेकर गलत प्रचार के जरिये पंजाब मेें मुश्किलें पैदा कर रहे हैं। इसकी इससे भी पुष्टि होती है कि आम आदमी पार्टी ने पाकिस्तान से हो रहे प्रचार के संबंध में एक शब्द भी नहीं कहा है। यही नहीं, ऐसी वीडियो फैलाने के लिए आप के वर्कर की गिरफ्तारी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि आम आदमी पार्टी नहीं चाहती कि लोग इन झूठी अफवाहों के प्रति जागरूक हों। उन्होंने पूछा कि क्या यह सरहद पार से ऑपरेट कर रहे समाज और पंजाब विरोधी एजेंटों के हाथों में खेलने के समान नहीं है?
काबिले गौर है कि फिरोजपुर जिले के गांव मिश्रीवाला के आप वर्कर अमरिंदर सिंह को पुलिस ने सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाली पोस्ट वायरल करने के खिलाफ केस दर्ज किया था। 31 वर्षीय अमरिंदर ने वीडियो में दावा किया था कि डॉक्टर कोविड मरीजों के महत्वपूर्ण अंगों को निकाल रहे हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि यह वीडियो पाकिस्तान में बनाई हुई लगती है। पंजाब पुलिस के मुताबिक पटियाला में भी एक पत्रकार को इस तरह की खबरें वायरल करने के एवज में सौ डॉलर देने की पेशकश की गई।
मुख्यमंत्री का कहना है कि फिरोजपुर से गिरफ्तार किया गया अमरिंदर सिंह आप का सक्रिय कार्यकर्ता है और फिरोजपुर विधानसभा हलके से आप की एमएलए टिकट का इच्छुक है। वह आप की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है और पार्टी के प्रदर्शनों में हिस्सा लेता है। कैप्टन ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को पत्रकार को की गई पेशकश की भी जांच करने को कहा है।
दिल्ली में कोविड के बदतर हालात
कैप्टन अमरिंदर ने दिल्ली में केजरीवाल सरकार की ओर से कोविड के इलाज के लिए सफल प्रबंधों के दावों को भी गलत कहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना से 4500 से अधिक मौतें हो चुकी हैं जबकि पंजाब में यह संख्या 1690 है। दिल्ली में दस लाख मरीजों के पीछे मौत दर 268.6 है जबकि पंजाब में 60.9 है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की बदतर हालत का अंदाज़ा इससे लगता है कि केसों के मामले में दिल्ली देश में छठे स्थान पर है जबकि पंजाब 17वें पर। दिल्ली में मौजूद 14,151 बेड के मुकाबले पंजाब में बेड की संख्या 21, 431 है। कैप्टन ने कहा, पंजाब में 10,000 पल्स ऑक्सीमीटर वितरित किए गए हैं। फ्रंटलाइन हेल्थ वर्करों, घरेलू एकांतवास वाले मरीजों की सहायता के लिए और 50,000 ऑक्सीमीटरों की खरीद के लिए टेंडर जारी किए गए हैं।