चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना वायरस Covid-19 से एक और मरीज की मौत हो गई है। राज्‍य में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्‍या 28 हो गई है। होशियारपुर के व्यक्ति ने अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रदेश में नए 67 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें महाराष्‍ट्र के नांदेड़ स्थित श्री हजूर साहिब से लौटे 18 श्रद्धालु शामिल हैैं। अमृतसर में 19 और मामले सामने आने के साथ ही जिले में कुल पॉजिटिव केस 286 हो गए हैैं। प्रदेश में कुल केस 1694 हो गए हैैं।

होशियारपुर के व्यक्ति ने अमृतसर के अस्पताल में दम तोड़ा
पटियाला में मां-बेटी के पॉजिटिव आने से एसबीआइ की दो शाखाएं सील

गुरदासपुर में तीन श्रद्धालुओं सहित 19 तो जालंधर में 11 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। फतेहगढ़ साहिब हजूर साहिब से लौटी एक महिला पॉजिटिव आई है। बठिंडा में दो और कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इनमें से एक पंजाब पुलिस का कर्मचारी है तो दूसरा राजस्थान से आया मजदूर है। फरीदकोट में एक और कोरोना श्रद्धालु पॉजिटिव आया है।

गैगस्‍टर जग्गू भगवानपुरिया की रिपोर्ट नेगेटिव

गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि पूर्व में उसकी रिपोर्ट पहले दिल्ली स्थित लाल पैथ लैब से पॉजिटिव आई थी। अमृतसर स्थित इंफ्लुएंजा लैब एवं तुली लैब में दो बार अलग-अलग टेस्ट करवाया गया। अब दोनों ही रिपोर्ट नेगेटिव हैं।

इससे पहले बटाला के गांव भगवानपुरा के भगवानपुरिया की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। उसके संपर्क में आए बड़े अधिकारियों सहित चालीस पुलिस कर्मियों को क्वारंटाइन किया गया था। भगवानपुरिया बटाला के गांव ढिलवां के पूर्व अकाली सरपंच दलबीर सिंह की हत्या के मामले में बटाला पुलिस की कस्टडी में है।

 पंजाब में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 1717 हो गई है। 1278 नांदेड़ से लाए गए श्रद्धालु हैं। राज्य में मौतों की संख्या भी 28 हो गई है। हालात से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का शुक्रवार को तीसरे फेज का पांचवां दिन है। राज्य की सरकार ने भी कर्फ्यू लगाया हुआ है। साथ ही राज्य सरकार की तरफ से पंजाब से प्रवासियों को गृहराज्य भेजने और बाहरी राज्यों में फंसे पंजाबियों को लाए जाने का क्रम भी जारी है। इस बीच जरूरी चीजों की दुकानें, कुछ उद्योग और शराब की दुकानें भी कुछ घंटे के लिए खुल रही हैं। बावजूद इसके लोगों को राशन जैसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहीं-कहीं पुलिस की सख्ती के खिलाफ भी लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है।

बिहार के मुजफ्फरपुर और उत्तर प्रदेश के अकबरपुर के लिए भी आज दो ट्रेनें जाएंगी
कर्फ्यू में फंसे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को पहली ट्रेन 1188 लोगों को लेकर लेकर दोपहर 12 बजे उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के लिए रवाना हुई। इसके बाद बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए शाम 5 बजे और उत्तर प्रदेश के अकबरपुर के लिए रात 11 बजे ट्रेन चलाई जाएगी। घर जाने के लिए सुबह 7 बजे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कॉलेज पर श्रमिक भारी संख्या में पहुंच गए। सुल्तानपुर की बजाय आजमगढ़, गोरखपुर व उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों को जाने के लिए भी लोग पहुंच गए। पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। खुद एसीपी सेंट्रल हरसिमरत सिंह ने सख्ती के साथ सिर्फ सुल्तानपुर जाने वालों को रोका और दूसरे जिलों के लोगों को ग्राउंड से बाहर करवाया।

जालंधर में लाडोवाली रोड स्थित गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कॉलेज के ग्राउंड में जमा प्रवासियों की भीड़। यहां उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के लोगों को बुलाया गया था, पर दूसरे जिलों के लोग भी पहुंच गए, जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया।

राशन न मिलने पर प्रदर्शन, पार्षद बोले- नहीं मिली सरकारी मदद
अमृतसर के वार्ड 62 में राशन न मिलने पर लोगों ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शकारियों ने बताया कि क‌र्फ्यू के दौरान सिर्फ एक बार पार्षद की तरफ से राशन दिया गया था, लेकिन 40 दिन बीत जाने के बावजूद दोबारा राशन नहीं मिला। काम बंद होने के कारण लोग राशन खरीदने में असमर्थ हैं। वहीं पार्षद जगदीप सिंह रिकू नरूला ने कहा कि अब तक सरकार द्वारा किसी तरह की सरकारी राशन सामग्री नहीं दी गई है। उन्होंने अपनी तरफ से जितना हो सका लोगों को राशन दिया है।

अब तक पॉजिटिव केस – 1694
  • आज पॉजिटिव मामले- 67
  • मौत के नए मामले – 1
  • अब तक मौतें- 28
  • अब तक ठीक हुए- 149
  • अब तक जमाती पॉजिटिव- 29
  • अब तक हजूर साहिब से लौटे पॉजिटिव- 1094
पंजाब में अब तक की स्थिति

जिला-               पॉजिटिव मरीज  मौत

अमृतसर-               286-               3

तरनतारन-             157-               0

जालंधर-                148-               5

लुधियाना-              125-               5

गुरदासपुर-             109-               1

मोहाली-                96-                2

संगरूर-                95-                 0

पटियाला-             99-                 2

होशियारपुर-          88-                3

नवांशहर-             86-                1

मुक्तसर-               65-                0

मोगा-                  55-                0

फरीदकोट-           45-                 0

फिरोजपुर-           42-                 1

फाजिल्का-           38-                 0

बठिंडा-                41-                 0

पठानकोट-           27-                 1

बरनाला-              20-                 1

फतेहगढ़-             19-                 0

रूपनगर-              17-                 1

मानसा-               17-                 0

कपूरथला-            19-                 2

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कुल-                  1694-           28

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लॉकडाउन के बीच अनूठी शादी / राजस्थान बॉर्डर पर 8 घंटे संघर्ष चला और अंत में पंजाब वाले ले आए दुल्हनिया
8 घंटे के सघर्ष के बाद प्रशासन ने शादी के लिए अनुमति दी, घर की छत पर ही विवाह समारोह सम्पन्न हुआ।

मुक्तसर. वीरवार को मुक्तसर के मलोट से श्रीगंगानगर गए दूल्हे ने 8 घंटे के संघर्ष के बाद आखिरकार अपनी दुल्हनिया को ले ही आया। दूल्हे के पास पंजाब की अनुमति तो थी, लेकिन राजस्थान बॉर्डर सील होने से वीरवार सुबह उसे खारिज कर दिया गया। इस कारण अधिकारियों ने दूल्हे को श्रीगंगानगर में एंट्री देने से मना कर दिया। ऐसे में दूल्हा-दूल्हन को दोबारा अनुमति लेने को 8 घंटे संघर्ष करना पड़ा। केमिस्ट्री देखिए, दूल्हा राजस्थान के बॉर्डर पर अफसरों को मनाता रहा और दुल्हन सचिवालय में अनुमति लेने पहुंची। इस घटनाक्रम में भास्कर भी मददगार बना रहा।

दूल्हा बॉर्डर पर अफसरों को मनाता रहा, दुल्हन सचिवालय अनुमति लेने पहुंच गई

  • बॉर्डर पर नाकाबंदी सख्त है। वीरवार सुबह 10 बजे का समय है। मलाेट से मां तारादेवी के साथ शेरवानी पहने दूल्हा अक्षय कुमार पहुंचा। नायब तहसीलदार काे दस्तावेज दिखाए। दूल्हे के हाथ में मुक्तसर डीसी का पास है। नायब तहसीलदार ने दस्तावेज देखने के बाद कहा कि बॉर्डर पर सख्ताई बढ़ा दी है और आपकी अनुमति खारिज कर दी गई है। परेशान दूल्हे ने दुल्हन समेत कई परिचितों को फोन किया।
  • दाेपहर 3 बजे तक दूल्हे ने मिन्नतें की ताे नायब तहसीलदार ने अफसरों से पूछकर डाेली वाली कार काे राजस्थान प्रवेश की अनुमति दे दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी स्क्रीनिंग की। इतनी देर में ही सचिवालय से फिर नायब तहसीलदार के पास फाेन आया और अनुमति निरस्त कर दी। इस पर भास्कर टीम शाम चार बजे दुल्हन सुनीता के घर पहुंची। दुल्हन के चाचा मांगेराम, प्रेम भाटिया के साथ दुल्हन काे लेकर सचिवालय पहुंचे। हालात बताने पर डीसी ने दूल्हे काे शादी के लिए श्रीगंगानगर आने की अनुमति दे दी।
  • अनुमति मिलते ही सीमा पर बैठे अधिकारियों ने दूल्हे काे आने की अनुमति दी। शाम सवा 5 बजे दूल्हा अपनी मां के साथ दुल्हन के घर पहुंचा। दूल्हे की सालियों ने घर के मुख्य दरवाजे पर रिबन कटाई की रस्म पूरी की। इसके बाद दूल्हे काे घर में प्रवेश मिला। पाैने छह बजे घर की छत पर मंडप लगाकर फेराें की रस्म पूरी हुई और पंजाब वाले आखिर दुल्हनिया ले गए। इस पूरी प्रक्रिया में भास्कर रिपोर्टर और फोटो जर्नलिस्ट ने दोनों पक्षों की पूरी मदद की।