गौरतलब है कि पिछले तीन दिन से गुस्साए आसपास के जिलों और गांव सलाबतपुरा के ग्रामीणों ने मनोहर लाल के शव को बीच सड़क पर रखकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। एसडीएम और एसएसपी ने डेरे की 45 सदस्यीय कमेटी से गत रविवार को बातचीत की, जो बेनतीजा रही। कमेटी के सदस्यों ने पुलिस को स्पष्ट किया कि पुलिस पहले आरोपियों को गिरफ्तार करे। पुलिस ने जिम्मी को दो गनमैन देने की पेशकश की, लेकिन परिवार ने इसे ठुकरा दिया है। जिम्मी ने कहा पूरे परिवार व रिश्तेदारों को जान का खतरा है। इसलिए डेरे के अंदर ही हैं। वहीं, डेरे ने शांतिमय प्रदर्शन जारी रखने व संस्कार नहीं करने का निर्णय बरकरार रखा है।
भगता भाईका में डेरा प्रेमी मनोहर लाल के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए डेरा प्रेमी अड़ गए हैं। डेरा प्रेमियों ने साफ कर दिया है कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होगी, मनोहर लाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। तीसरी दिन भी डेरा प्रेमियों ने शव सड़क पर रखकर धरना दिया।
एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने डेरा प्रेमियों की पांच सदस्यीय कमेटी के सदस्यों हरचरण सिंह, शिंदरपाल सिंह, जगजीत सिंह, राम सिंह व बसंत सिंह के साथ डेरा सलाबतपुरा में बातचीत का सिलसिला जारी रखा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह मामले की गंभीरता से जांच कर रहे है। हत्या के पीछे जो कोई भी होगा, उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।
कमेटी के सदस्य डेरा प्रेमी शिंदरपाल सिंह ने बताया कि केवल एक मनोहर लाल की हत्या नहीं हुई है, बल्कि पिछले कुछ समय में सात डेरा प्रेमियों की हत्या की जा चुकी है। डेरा प्रेमियों की साजिश के तहत हत्याएं की जा रही हैं। सभी हत्याओं के पीछे किन लोगों का हाथ है और किस मकसद से हत्या की गई है, इसकी जांच कर हत्यारोपित गिरफ्तार होने चाहिए। उन्होंने बताया कि बेअदबी की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन सिर्फ डेरा प्रेमियों को ही फंसाया जा रहा है। यह बहुत बड़ी साजिश है।बठिंडा के भगता भाईका में 20 नवंबर को डेरा प्रेमी मनोहर लाल अरोड़ा की हत्या के बाद इलाके में सहमी सी शांति नजर आ रही है, लेकिन भगता से करीब 10 किलोमीटर दूर गांव सलाबतपुरा में इस मर्डर का असर नजर आ रहा है। डेरा प्रेमी व परिवार पिछले दो दिनों से गेट के सामने मृतक मनोहर लाल का शव लेकर शांतिमय प्रदर्शन कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अडिग हैं। दिन के अलावा रात को 15 डिग्री से कम तापमान में भी डेरा प्रेमी सड़क को ही अपना आशियाना बनाए हुए हैं तथा सड़क पर लगे टैंट के नीचे सभी डेरा प्रेमी ठंड के बावजूद सो रहे हैं जबकि महिलाएं अंदर शैड में विश्राम करती हैं। डेरा के निर्देश के अनुसार रोजाना सुबह अलग-अलग स्टेशनों से लोग कारें व बसें लेकर सलाबतपुरा पहुंच रहे हैं जिसमें से अधिकांश को मात्र पुलिस फार्मेलिटी के लिए रोक कर पता पूछने के बाद जाने दे रही है, लेकिन सारा ट्रैफिक उक्त रोड से डायवर्ट किया जा चुका है तथा दिन-रात यहां पुलिस का सख्त पहरा है। वहीं मृतक मनोहर लाल के बेटे जतिंदरबीर जिम्मी व परिवार के अलावा दूसरे दिन भी बठिंडा व आसपास के जिलों से हिंदू व सिख संगत काफी बड़ी संख्या में नजर आई।
डेरा के अनुसार पंजाब व हरियाणा की पूरी संगत को सलाबतपुरा आने से रोका गया है। रविवार सुबह एसडीएम फूल नवीन कुमार व बाद दोपहर एसएसपी विर्क कमेटी से मिले तथा उन्हें केस की जांच के बारे में बताया तथा कहा कि जल्द घटना में शामिल लोगों को पुलिस अरेस्ट कर लेगी तथा अगर डेरे कमेटी से शव के संस्कार की अपील की जिसे अभी कमेटी ने स्वीकार नहीं किया है। बठिंडा के आसपास बरनाला, श्री मुक्तसर साहिब से डेरा प्रेमी पहुंच रहे हैं।
डेरा को आशंका, संस्कार कर दिया तो शायद आरोपी गिरफ्तार ही ना हो
पूर्व में हुए डेरा प्रेमियों के अधिकांश कत्ल मामलों में हुई गिरफ्तारियों से डेरा संतुष्ट नहीं है। इसके चलते डेरा कमेटी में सरकार व पुलिस के प्रति विश्वास कुछ कम नजर आ रहा है। इसलिए डेरा आरोपियों की गिरफ्तारी को बाजिद है। 45 सदस्यीय कमेटी के सदस्य हरचरण सिंह ने कहा कि प्रशासन गंभीरता दिखा रहा है, लेकिन इस केस में कार्रवाई होना जरूरी है। एसएसपी भूपिदंरजीत सिंह विर्क की डेरा सच्चा सौदा सिरसा के सीनियर वाइस चेयरमैन जगजीत सिंह सहित 8 कमेटी सदस्यों से करीब डेढ़ घंटा बंद कमरे में बातचीत भी हुई जो काफी सकारात्मकता रही।