बठिंडा में कोरोना पाजिटिव दो मरीजों की मौत
जिले में अब एक्टिव केसों की संख्या 210 है। जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 9005 हो गया है, जबकि ठीक होने वालों का आंकड़ा भी 7700 हो गई है। जबकि अलग-अलग टीमों द्वारा अब तक 121530 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
बठिडा : गुरु गोबिद सिंह मेडिकल कालेज फरीदकोट में एक कोरोना पाजिटिव युवक की मौत हो गई। मृतक तलवंडी साबो के गांव मलकाना का रहने वाला था, जिसकी उम्र करीब 32 साल थी। वह गत 13 दिसंबर को कोरोना पाजिटिव होने के कारण मेडिकल कालेज में दाखिल करवाया था, लेकिन 24 दिसंबर की रात को उसकी मौत हो गई। जिला प्रशासन द्वारा मिलने पर कोरोना पाजिटिव मृतक की लाश गांव मलकाना लाई गई। जहां सहारा जनसेवा की हेल्पलाइन टीम जग्गा सहारा मनी कर्ण, गौतम गोयल ने पीपीई किटे पहनकर परिजनों की उपस्थिति में पूर्ण सम्मान सहित शमशान भूमि में संस्कार कर दिया। वहीं गांव घडैली थाना रामपुरा सदर बठिडा निवासी 60 वर्षीय महिला की कोरोना के कारण मौत हो गई। उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद उपचार के लिए सरकारी राजिदरा अस्पताल पटियाला में दाखिल करवाया गया था। जहां पर वीरवार को मौत हो गई।
वहीं दूसरी तरफ फरीदकोट मेडिकल कालेज की तरफ जारी की गई कोरोना रिपोर्ट में भगता भाईका में एक, भारत नगर रामपुरा में एक, अंबुजा सीमेंट फैक्टरी बठिडा में एक, एयरफोर्स भिसिआणा बठिडा में एक, रामा मंडी रिफाइनरी में एक, लेबर कालोनी रामा मंडी में एक, पीरखाना रोड रामा मंडी में एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव मिली है, जबकि 32 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है।
सिविल सर्जन डाक्टर अमरीक सिंह संधू ने बताया कि जिले में अब एक्टिव केसों की संख्या 210 है। जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 9005 हो गया है, जबकि ठीक होने वालों का आंकड़ा भी 7700 हो गई है। जबकि अलग-अलग टीमों द्वारा अब तक 121530 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिले की अलग-अलग सेहत संस्थाओं में स्थापित किए फ्लू कार्नर पर संदिग्ध मरीजों की सैंपलिग निरंतर जारी है। सचेत रहने की जरूरत है। बार-बार हाथ धोना, मास्क या कपड़े के साथ मुंह और नाक ढंक कर रखना और शारीरिक दूरी बना कर रखना समय की जरूरत है।
सभी के सहयोग के साथ ही कोरोना और जीत प्राप्त की जा सकती है। किसी को खांसी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में तकलीफ है तो तुरंत सेहत विभाग के साथ संपर्क करें, अगर किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई नहीं भी दे रहे तो भी वह शक दूर करने के लिए कोरोना सैंपल दे सकते हैं।