गैंगस्टर की मां को फोन कर कहा- जेल अधिकारी आपके बेटे को पीटता है, बचाना है तो 30 हजार दो

केंद्रीय जेल में बंद तीन कैदियों ने इसी जेल में बंद एक अन्य कैदी की मां को फोन कर कहा कि जेल सुपरिंटेंडेंट उसके बेटे से रोज मारपीट करता है।...

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बठिंडा। केंद्रीय जेल में बंद तीन कैदियों ने इसी जेल में बंद एक अन्य कैदी की मां को फोन कर कहा कि जेल सुपरिंटेंडेंट उसके बेटे से रोज मारपीट करता है। यदि वह अपने बेटे को बचाना चाहती है तो जेल सुपरिंटेंडेंट को 30 हजार रुपये देने होंगे। गैंगस्टर की मां ने पेटीएम से कैदियों के बताए अकाउंट में 15 हजार जमा करवा दिए। जब गैंगस्टर की मां और पत्नी उसे कपूरथला में पेशी के दौरान मिली तो सच सामने आया। घटना की जानकारी बठिंडा जेल प्रशासन को दी गई। सहायक सुपरिंटेंडेंट की शिकायत पर तीन कैदियों पर मामला दर्ज किया गया।

थाना कैंट पुलिस को भेजे पत्र में केंद्रीय जेल बठिंडा के सहायक सुपरिंटेंडेंट सुरिंदरपाल सिंह ने बताया कि इरादा-ए-कत्ल मामले में अमृतसर का गैंगस्टर व कैदी हरप्रीत सिंह उर्फ बिल्ला सात साल की सजा काट रहा है। उस पर आठ केस और दर्ज हैं, जोकि अभी पेंडिंग है। वह बठिंडा जेल की सिक्योरिटी ब्लॉक में बंद था। 14 फरवरी को वह पेशी भुगतने के लिए कपूरथला गया था। वहां से अदालत ने उसे केंद्रीय जेल कपूरथला में भेज दिया। 20 फरवरी को दोबारा उसकी पेशी हुई तो उसकी मां और पत्नी मिलने के लिए पहुंचीं। वहां पर गैंगस्टर की मां ने बताया कि 14 फरवरी के बाद उसे बठिंडा जेल में बंद मोगा के कैदी जतिंदर सिंह उर्फ पाला, बठिंडा का निर्मल सिंह उर्फ चिट्टी व बठिंडा के लक्ष्मण सिंह ने मोबाइल से कई बार फोन किया।

कैदियों ने उन्हें बताया कि हरप्रीत सिंह को बठिंडा जेल सुपरिंटेंडेंट ने जेल की चक्की में बंद कर दिया है। कैदी हरप्रीत के मुताबिक 15 हजार लेने के बाद दो दिन बाद दोबारा से उक्त कैदियों ने उसकी मां को फोन कर 25 हजार की डिमांड की, जबकि उसने पेशी के दौरान मां को बताया कि न तो उसके साथ किसी भी जेल अधिकारी ने मारपीट की और न ही किसी ने उससे पैसे मांगे हैं, जबकि वह 14 फरवरी से कपूरथला जेल में बंद है। मामले के जांच अधिकारी व थाना कैंट के एएसआइ राजपाल सिंह ने बताया कि तीनों कैदियों को जल्द ही अदालत से पुलिस प्रोडक्शन वारंट हासिल कर पूछताछ कर मोबाइल फोन बरामद किए जाएंगे। जांच जारी है।

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