Bathinda / 3 महीने 3 घटनाएं 12 मौत, कही शक तो कही प्यार ने बर्बाद कर दिए परिवार

बठिंडा : पिछले दो महीने में जिले में दिल दहलाने वाली तीसरी घटना घटित हो चुकी है। कोई पत्नी से इतना प्यार करता था कि उसकी मौत से परेशान होकर उसने अपने तीन बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया तो कहीं पैसों की धोखाधड़ी ने एक कारोबारी को पूरे परिवार को गोली मारने जैसा खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।

सोमवार सुबह एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के मामले में एक युवक के प्रेमिका पर शक ने दो परिवारों को बर्बाद कर दिया। मानसा खुर्द के रहने वाले युवक युवकरन सिंह सिंह के प्रेमिका सिमरन कौर और उसके चरणजीत सिंह खोखर और माता जसविंदर कौर को सिर में गोली मार दी। खोखर परिवार में अब सिर्फ बेटा मनप्रीत सिंह जीवित बचा है। वह पिछले चार साल से इंग्लैंड में रहा है। माता-पिता और बहन के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए उसके लौटने का इंतजार किया जा रहा है। पहले प्रेमिका सिमरन के साथ प्यार के सपने देखे और जब घर बसाने की बात आई तो लोगों के बहकावे में आकर अपने प्यार और उसके परिवार को गोली मार दी।

कमला नेहरू कालोनी में रविवार रात को हत्या के बाद घर लौटते वक्त रास्ते में आरोपित ने कार में बैठकर वीडियो बनाई। वीडियो में उसने आरोप लगाए कि उसे प्रेमिका सिमरन कौर ने धोखा दिया। उसके कुछ और युवकों के साथ भी संबंध थे। आरोप लगाया कि इस मामले में उसका परिवार भी शामिल था। इस लिए उसे यह कदम उठाना पड़ा।

आरोपित ने बठिडा में तीन लोगों की हत्या के बाद मानसा लौटते समय अपनी मां को फोन किया। काफी देर तक वह मां से बात करता रहा। उसने बता दिया कि यह मेरा अंतिम समय है इसलिए दिल खोलकर बात कर रहा हूं। मोबाइल में बनाई वीडियों में भी वह बता रहा था कि माता-पिता को बहुत प्यार करता है। यह भी कहा कि इस मामले में माता-पिता और भाई को कुछ पता नहीं है। उनका कोई कसूर नहीं है। उन्हें कोई भी जिम्मेदार न ठहराए।

तीन दिन पहले भी मिला था सिमरन से : युवकरन तीन दिन पहले भी बठिंडा आया था। उसने जब सिमरन को बताया तो उसने घर आने के लिए कहा। वह घर नहीं गया तो वह बाहर आकर उससे मिलकर गई थी।

1984 के दंगा पीड़ित है परिवार आरोपित युवक का परिवार 1984 का दंगा पीड़ित है। उसके बाद वह दिल्ली से लौटकर मानसा खुद में रहने लगा। यहीं पर परिवार ने जमीन लेकर खेती शुरू की। आज परिवार के पास अच्छी जमीन है और परिवार मुख्य रूप से खेतीबाड़ी ही करता है।

इससे पहले भी हो चुकी है सामूहिक हत्याएं

गांव हमीरगढ़ में पिता ने पत्नी की मौत से परेशान होकर अपने तीन बच्चों को फंदे पर लटकाकर खुद भी मौत को गले लगा लिया था।

-बठिंडा की ग्रीन सिटी में कारोबारी दविदर गर्ग ने पार्टनरों की धोखाधड़ी से परेशान होकर पत्नी ,बेटा व बेटी को मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी। उनका भी पूरा परिवार खत्म हो गया।

-अब मानसा के युवक ने प्रेमिका पर शक में उसे और उसे माता-पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद अपने घर पहुंचकर खुद भी गोली मार इहलीला समाप्त कर ली।

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