बठिंडा। शहर की एक पाश कालोनी की काेठी में तीन लोगों के शव मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गांव बीबी वाला सहकारी सभा के सचिव 52 वर्षीय चरणजीत सिंह खोखर, उनकी पत्नी 47 वर्षीय जसविंदर कौर व 25 वर्षीय बेटी सिमरन कौर की हत्या सिर में गोली मार कर बेटी के प्रेमी ने की थी। मानसा खुर्द के रहने वाले इस युवक ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर कहा है कि उसने तीनों की हत्या की है। बाद में युवक ने भी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
युवक वायरल कथित वीडियो में बोला-ब्लैकमेल कर रही थी
बाद में मानसा खुर्द के के युवी करन सिंह ने सोशल मीडिया पर कथित वीडियो डालकर पूरी घटना के बारे में बताया। इस वीडियो में वह कता नजर आ रहा है कि उसके चरणजीत की बेटी के साथ प्रेम संबंध थे। वह अब मुझको ब्लैकमेल कर रही थी कि या तो शादी कराे नहीं तो उस पर दुष्कर्म का केस दर्ज करवा देगी। इसी कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया। तीनों का कत्ल करने के बाद उसने खुद के भी गोली मार कर खुदकुशी कर ली।
वीडियाे में वह कह रहा है कि सिमरन कौर के साथ पूर्व दो साल से प्रेम संबंध थे और वह उसे शादी करने के लिए दबाव बना रही थी। वहीं शादी नहीं करने पर उसके खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने की धमकी दे रही थी। युवती द्वारा लगातार किए जा रहे ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उसने रविवार रात को बठिंडा आकर इस वारदात को अंजाम दिया। वीडियो बनाने के बाद युवक नमानसा खुर्द में जाकर खुद भी गोली मारकर खुदकुशी कर ली। परिजनों को पता चलने पर युवक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं तीनों की लाशों को सहारा जनसेवा की मदद से पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। मृतक परिवार का एक बेटा मनप्रीत सिंह है, जोकि मौजूदा समय में इंग्लैड में रह रहा है।
कोठी के बाहर तैनात पुलिस और लोगों की भीड़।
बता दें कि सुबह तीनों के शव कोठी में मिलने की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कोठी को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। चरणजीत सिंह खोखर अपने परिवार के साथ कोठी में रह रहे थे। सोमवार की सुबह दूधवाले ने चरणजीत सिंह खोखर, उनकी पत्नी जसविंदर कौर और बेटी सिमरन कौर को कमरे में मृत हालत में देखा। इससे बाद उसने लोगों को बताया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने तुरंत मकान को अपने कब्जे में ले लिया और जांच शुरू कर दी। पहले यह साफ नहीं हो पाया कि चरणजीत सिंह, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या की गई है या उन्होंने आत्महत्या की है। पुलिस ने अभी प्रेमी युवक के कथित वीडियो और उसमें कही गई बातों की पुष्टि नहीं की है। बता दें कि शहर में करीब एक माह बाद यह दूसरी घटना है कि पॉश कॉलोनी में सामूहिक मौत हुई है। इससे पहले जहां ग्रीन सिटी में आर्थिक तंगी व प्रताड़ना से परेशान एक व्यापारी ने परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर स्वयं आत्महत्या कर ली थी।
काेठी के बाहर तैनात पुलिसकर्मी।
दूधवाला घर में पहुंचा तो मामला का हुआ खुलासा
कमला नेहरू कालोनी में स्थित कोठी नंबर 387 में सुबह तीनों के शव कमरे में पड़े मिले। सुबह मामले का उस समय खुलासा हुआ जब प्रतिदिन की तरह दूध वाला घर में दूध देने के लिए पहुंचा। रूटीन में पहली घंटी में दरवाजा खुल जाता था, लेकिन सोमवार को दूधवाले ने कई बार घंटियां बजाई पर दरवाजा नहीं खुला, तो वह मेन दरवाजा खोलकर घर के अंदर गया। घर का दूसरा दरवाजा भी खुला हुआ था। घर के अंदर किसी तरह की कोई अनहोनी की आशंका केे चलते जब उसने प्रवेश किया तो देखा कि ड्राइनिंग रूम के अंदर चरणजीत सिंह खोखर का शव खून से लथपथ सोफे पर पड़ा हुआ था।
उनकी पत्नी जसविंदर कौर व बेटी सिमरनजीत कौर का शव भी खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ था। शवों को देखकर दूध वाले ने शोर मचाया और मामले की जानकारी पड़ोसियों को दी। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। तीनों के सिर में गोली मारी गई थी। पुलिस के मुताबिक वारदात रविवार रात दस बजे के बाद ही अंजाम दिया गया है। घर में जबरदस्ती घुसने के कोई निशान या सबूत पुलिस को नहीं मिले है और नहीं कोई घर में लूटपाट या चोरी हुई है।
ऐसे में पुलिस आशंका हुई कि यह कोई निजी या पुरानी रंजिश के चलते ही हत्या की गई है। वहीं दूसरी तरफ यह सवाल भी उठ रहे है कि एक घर में तीन-तीन गोलियां चली,आसपास के लोगों को आवाज तक सुनाई नहीं दी। पुलिस के आला अधिकारी पूरे मामले की तह तक जाने के लिए एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाकर जांच कर रही है।
परिवार के तीन लोगों की मौत से दुखी परिजन।
सहकारी सभा में सचिव रहते चार साल पहले लगा था 14 लाख से रुपये के घपला करने का आरोप
गौरतलब है कि चार साल पहले सहकारी सभाओं में घपले में चरणजीत सिंह खोखर का नाम भी आया था। नथाना पुलिस ने नवंबर साल 2016 में सहायक रजिस्ट्रार की शिकायत पर बीबी वाला गांव सहकारी सभा के सचिव चरणजीत सिंह खोखर पर 14 लाख 11 हजार रुपये का घपला करने का मामला दर्ज किया था। वहीं सहकारिता सभा के सहायक रजिस्ट्रार ने कहा था कि सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। कहा जा रहा था कि बीबी वाला में हुए इस घपले की बारीकी से जांच की जाए तो इसमें विभाग के कई इंस्पेक्टरों और अन्य अधिकारियों के शामिल होने का पता चल सकता है।