बठिंडा की रेडीमेड कारोबारी युवती से बादशाहपुर में सामूहिक दुष्कर्म, आरोपितों ने स्टाक दिखाने के बहाने बुलाया

पटियाला। बठिंडा में रेडीमेड कपड़ों का काम करने वाली एक युवती की कारोबार के सिलसिले में जान पहचान बादशाहपुर के युवक से थी। युवक ने रेडीमेड कपड़ों का स्टाक दिखाने के बहानेे उसे बादशाहपुर बुलाया, जहां उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले में थाना घग्गा पुलिस ने दो अज्ञात व्यक्तियों समेत गुरदेव सिंह निवासी बादशाहपुर और कुलदीप सिंह निवासी किसौर थाना गुहला खिलाफ मामला दर्ज किया है।

आरोप है कि आरोपितों ने बठिंडा में रेडिमेट कपड़े बेचने का काम करने वाली लड़की को बहाने से बादशाहपुर बुलाया, जहां पहले से बनाई साजिश के तहत चार व्यक्तियों द्वारा उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पुलिस के पास दर्ज शिकायत अनुसार पीड़िता बठिंडा में रेडीमेड कपड़ों का काम करती है। इसके कारण उसकी पहचान गांव किसौर निवासी गुरदेव सिंह के साथ हो गई थी।

25 नवंबर को सुबह करीब नौ बजे गुरदेव सिंह ने पीड़िता को फोन करके कपड़ों का नया स्टाॅक आकर ले जाने के लिए कहा। पीड़िता बठिंडा से बस के द्वारा दोपहर करीब एक बजे पातड़ा पहुंच गई। पीड़िता केे अनुसार पातड़ा के संगरूर कैंचिया के पास गुरदेव के साथ एक अन्य व्यक्ति उसे कार में बैठाकर घग्गा की तरफ ले गए।

घग्गा पहुंचकर वहां मौजूद कुलदीप सिंह को भी कार में बैठा लिया और गांव कलवाणू के पास बादशाहपुर से थोड़ा आगे एक मकान में ले गए। शिकायतकर्ता के अनुसार मकान में पहले से ही एक लंगड़ा व्यक्ति भी मौजूद था और उसको भी एक कमरे में बैठा दिया। इसके बाद सभी आरोपितों ने बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया।

सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद आरोपितों ने उसे कार में बैठाया और पातड़ां छोड़कर चले गए। इसके बाद युवती ने सारी घटना की जानकारी अपने रिश्तेदारों को दी। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस के पास दर्ज करवाई। मामले की जांच कर रही एसआइ अमनदीप कौर ने बताया कि शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर चार व्यक्तियों खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मुलाजिमों की तलाश जारी है और जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बादशाहपुर सामूहिक दुष्कर्म मामले में पहले भी कई पुलिस अधिकारी हो चुके सस्पेंड

इससे पहले साल 2012 में भी बादशाहपुर में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। 2012 में हुए इस मामले में पीड़िता ने आरोपितों की गिरफ्तारी न होने और इंसाफ न मिलने पर जहरीली वस्तु निगलकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने डीएसपी और थाना घग्गा प्रभारी को सस्पेंड, बादशाहपुर पुलिस चौकी के प्रमुख को बर्खास्त कर दिया था।

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