बठिंडा। मेरे जीवन के अगले पांच वर्ष उच्च शिक्षा, समाज व गुरुओं की इस पावन धरती को समर्पित रहेंगे जिसने पूरे देश को एक सनमार्ग दिखाया है। इस बड़े संस्थान में नियुक्त होने के बाद मेरा प्रयास उच्च शिक्षा के विस्तार, सामाजिक सहयोग व इस क्षेत्र की समस्याओं के समाधान को भी हासिल करना रहेगा। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब, बठिंडा में शनिवार को प्रतिष्ठित शिक्षाविद प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने शनिवार को बतौर कुलपति पदभार संभालने के बाद यह बात कही।
प्रो. तिवारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब में नियुक्त होने वाले तीसरे कुलपति हैं। देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष होने के नाते जारी आदेश के अनुसार प्रो. तिवारी का बतौर कुलपति कार्यकाल पांच वर्ष या 70 वर्ष की आयु तक होगा।
विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आरके कोहली ने प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी को अधिकारियों व संकाय सदस्यों की उपस्थिति में कुलपति का पदभार सौंपा व शुभकामनाएं दीं। यहां यह बताना बेहद अहम होगा कि प्रो. तिवारी ने पंजाब की धरती पर कदम रखते ही इस पावन मिट्टी पर नतमस्तक होकर प्रणाम किया, जो एक कुलपति के सादे जीवन, उच्च आचरण व सकारात्मक सोच को प्रदर्शित करती है।
36 साल का शैक्षणिक व प्रशासनिक अनुभव
प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने 36 साल से अधिक का शैक्षणिक व प्रशासनिक अनुभव है। इससे पहले वे डा. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (मध्य प्रदेश) के कुलपति थे। उन्होंने मिजोरम विश्वविद्यालय में डीन, स्कूल ऑफ अर्थ साइंसेज एंड नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट और हेड ऑफ जियोलॉजी विभाग के रूप में भी काम किया है। गोवाहटी विश्वविद्यालय से भूविज्ञान (पैलियोन्टोलॉजी) में पीएचडी हासिल करने वाले प्रो. आरपी तिवारी पृथ्वी विज्ञान में माहिर हैं।
भारतीय स्ट्रेटीग्राफी और पैलेऑन्टोलॉजी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारतीय भूवैज्ञानिक सोसायटी के एल. रामाराव जन्म शताब्दी पुरस्कार(2012) से भी सम्मानित किया गया है। जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान की भावना को बढ़ावा देने को वह गांव घुद्दा स्थिति विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में बने स्मारक पर भी गए।
पंजाब की भूमि में प्रवेश करते समय, उन्होंने पंजाब की पवित्र मिट्टी को नमन किया। कार्यालय में शामिल होने से पहले, प्रो आर.पी. तिवारी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, और जय अनुसन्धान की भावना को बढ़ावा देने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर, घुद्दा, जिला बठिंडा, में निर्मित सीयूपीबी स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद प्रो आर पी तिवारी ने सीयूपीबी संकाय और कर्मचारियों के सदस्यों के साथ बातचीत की। प्रो तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी गैर-भेदभाव, एकजुटता, सभी के लिए सामान अवसर, और शिक्षा के लिए सार्वभौमिक पहुंच के मूल सिद्धांतों का पालन करते हुए शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षण और अनुसंधान के मानकों के उत्थान और, कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षण और अनुसंधान के मानकों के उत्थान और पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय को देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
इस अवसर पर श्री के.पी.एस. मुंद्रा, कुलसचिव, प्रो वी.के. गर्ग, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, प्रो आर.के. वुसुरिका, डीन इंचार्ज अकादमिक मामले, प्रो अंजना मुंशी, डीन रिसर्च, वरिष्ठ फैकल्टी और स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।